महाराष्ट्र में भाषाई भेदभाव को लेकर कलेक्टर से मिले समाजजन:राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन; बोले- पूरा देश एक, कोई कहीं भी काम कर सकता है

अखिल भारतीय सीरवी युवा परिषद के देखरेख में सोमवार को सीरवी समाज के लोगों ने जिला कलेक्टर एलएन मंत्री को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। जिसमें बताया कि मुम्बई के मीरा-भायंदर स्थित जोधपुर स्वीट के मालिक बाबूलाल सीरवी के साथ मराठी भाषा बोलना नहीं आने पर वहां रहने वाले कुछ लोकल लोगों ने मारपीट की। ऐसा और भी कई लोगों के साथ मारपीट की गई। उन्हें बाहरी राज्यों का बताकर भेदभाव किया जा रहा है।\ भाषाई भेदभाव का मुद्दा उन्होंने कहा कि मुम्बई, पुणे तथा अन्य कई बड़े शहरों में उत्तर भारत के रहने वाली मारवाड़ी व्यापारी, कामगारों के साथ स्थानीय कुछ लोग भाषाई आधार पर भेदभाव कर रहे हैं। मराठी नहीं बोलने पर उनके साथ मारपीट तक की जा रही है। जबकि पूरा देश एक ही कोई भी कही भी जाकर रह सकता है और कामकाज कर सकता है। लेकिन कुछ लोग द्वेषता के चलते उत्तर भारत के लोगों को बाहरी राज्य का मानकर उनके साथ गलत व्यवहार कर रहे हैं। उत्तर भारतीयों की सुरक्षा-सम्मान की मुहीम ज्ञापन सौंपते हुए उन्होंने सख्त कानूनी कार्रवाई कर सजा दिलाने की मांग की। इसके साथ ही उत्तर भारतीयों की सुरक्षा एवं सम्मान बचाने और भाषाई सद्भावना और आपसी भाईचारे को प्रोत्साहित करने के लिए जग जागरूकता अभियान चलाने की बात कही। ज्ञापन सौंपते समय उन्होंने ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ करवाई की मांग की। इस दौरान सीरवी युवा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुरेश चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष प्रकाश चौधरी, नारायण चौधरी, पूनम चौधरी सहित बड़ी संख्या में सीरवी समाज के लोग मौजूद रहे।