राजस्थान में NSUI के 50 जिलाध्यक्षों की घोषणा जल्द :अलवर जिले से तीन छात्र नेता दौड़ में, दिग्गज नेताओं को साधने में लगे

आगामी 7 दिनों में राजस्थान में NSUI (भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन) के 50 जिलाध्यक्षों की घोषणा होगी। उससे पहले छात्र नेताओं ने दिग्गज राजनेताओं तक डेरा डाला हुआ है। हर कोई अपने नाम पर मुहर लगवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा। जयपुर से लेकर दिल्ली तक भागदौड़ में कसर नहीं छोड़ रहे। इन 50 चेहरों के नाम के साथ कांग्रेस में यह भी देखने को मिलेगा कि संगठन के चुनाव में किस गुट का पलड़ा भारी रहता है। अभी राजस्थान में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली को साधने में युवा लग रहे हैं। अलवर में पूर्व केंद्रीय मंत्री भंवर जितेंद्र सिंह तक भी प्रदेश भर के युवाओं ने अपनी हाजिरी लगाई है। अब देखना है कि किस जिले से कौनसा चेहरा NSUI को सौंपा जाता है। असल में कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता राहुल गांधी बार-बार कह चुके हैं कि अब काम करने वाले चेहरों को ही जिम्मेदारी सौंपी जाएगी, जिसके लिए हर तरह के चुनाव को खुद की निगरानी में भी रखा है। NSUI विनोद जाखड़ ने बताया- वर्किंग परफॉर्मेंस के आधार पर चयन होगा। आगामी 7 दिन में नामों की घोषणा होने की पूरी संभावना है। NSUI के 2021 से बंद हैं सीधे चुनाव छात्रसंघ चुनाव 2021 से बंद हैं। NSUI के चुनाव भी 2021 से बंद हैं। आखिरी में NSUI का जिलाध्यक्ष राकेश चौधरी चुने गए थे। उसके बाद 2022 से चुनाव बंद हो गए। तब पहली बार मनोनीत होकर राकेश चौधरी को जिलाध्यक्ष बनाया। 2022 में सतीश पटेल को मनोनीत किया लेकिन एनएसयूआई कार्यकारिणी करीब 9 महीने से भंग है। अब वापस NSUI के नए जिलाध्यक्ष की तैयारी है, जिसके लिए संगठन के स्तर पर भागदौड़ जारी है। इस समय NSUI का प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ हें। ये भी 2024 में मनोनीत किए गए थे। अब नए जिलों को शामिल करते हुए सब जिलों में नए जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाएंगे। ये चयन NSUI प्रदेशाध्यक्ष विनोद जाखड़ व राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी की सहमति से किया जाएगा। अलवर जिले से इनकी दावेदारी NSUI जिलाध्यक्ष के चुनाव के लिए अलवर जिले से तीन छात्र नेता ही प्रमुख रूप से दावेदार हैं। जिन्होंने अपनी पूरी ताकत लगा दी है, जिनमें सबसे पहले संदीप ओला हैं। जो यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ चुनाव में करीब 8 साल से सक्रिय रहे हैं। इसके अलावा कांग्रेस संगठन के कार्यक्रमों में युवाओं की टीम के साथ भाग लेते रहे हैं। वे कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली, डिप्टी सीएम सचिन पायलट सहित अन्य बड़े नेताओं के अधिकतर कार्यक्रमों में नजर आते रहे हैं। पिछले लोकसभा के चुनाव में भी कांग्रेस प्रत्याशी ललित यादव के पक्ष में युवाओं के साथ पूरी ताकत से दिखे थे। अब वे भी एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष बनने की दौड़ में हैं। दूसरे नंबर पर सतीश पटेल हैं। जो मूल रूप से रामगढ़ हैं। ये पहले से भी एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं। 2016 में बाबू शोभाराम राजकीय कला कॉलेज से छात्रसंघ चुनाव भी लड़ चुके हैं। लेकिन चुनाव हार गए थे। ये नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली के नजदीकी बताते हैं। इसके अलावा अशोक चांदना के भी करीबी माने जाते हैं। तीसरे नंबर पर रणवीर चौधरी हैं। जो मूल रूप से रामगढ़ से ही आते हैं। ये भी चुनाव में पूरी ताकत लगाए हुए हैं। जो खुद को पायलट के नजदीकी बताते हैं। अन्य नेताओं के संपर्क में भी बराबर हैं।