दैनिक भास्कर करियर और लाइफ पर स्टूडेंट्स को मिली मोटिवेशनल-गाइडेंस:पुलिस अधिकारियों ने कहा- खुद से करें मुकाबला, कंसिस्टेंट एफर्ट से मिलेगी सक्सेस

दैनिक भास्कर और विवेकानंद ग्लोबल यूनिवर्सिटी के तीन दिवसीय प्रतिभा सम्मान समारोह के दूसरे दिन रविवार को जयपुर पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्टूडेंट्स के साथ करियर और लाइफ से जुड़े अनुभव साझा किए। जेएलएन मार्ग स्थित महाराणा प्रताप ऑडिटोरियम में हुए सेशन में एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस कुंवर राष्ट्रदीप और डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने बच्चों को सिर्फ संतुलन और फोकस करने के साथ आगे बढ़ने की बात कही। इस मोटिवेशनल सेशन में दोनों अफसरों ने न सिर्फ अपनी तैयारी और करियर जर्नी के अनुभव बताए, बल्कि पेरेंट्स को भी गाइड किया कि बच्चों को कंपेयर न करें, न ही उन पर अनावश्यक प्रेशर दें। कुंवर राष्ट्रदीप बोले– खुद से लड़ना ही असली तैयारी है
एडिशनल कमिश्नर ऑफ पुलिस कुंवर राष्ट्रदीप ने कहा कि कोई भी स्पीच या मोटिवेशनल वीडियो लंबे समय तक मोटिवेट नहीं कर सकता। असली ताकत तब आती है, जब हम रोज अपने टारगेट के लिए कंसिस्टेंट एफर्ट करते हैं। जब आप तैयारी कर रहे होते हैं, तब सबसे बड़ी चुनौती खुद से मुकाबले की होती है। उन्होंने कहा- तैयारी के दौरान सबसे बड़ा सवाल यही होता है कि क्या मैं सच में इतना पढ़ रहा हूं, जितना मुझे पढ़ना चाहिए? और अगर नहीं पढ़ पा रहा, तो क्या फिर भी घूमने और मूवी का प्लान सही है? यह लड़ाई असल में खुद से होती है। पेरेंट्स को भी दी सलाह– डर नहीं, भरोसा दें
राष्ट्रदीप ने पेरेंट्स से अपील की कि वे बच्चों पर अनावश्यक डर और प्रेशर न डालें। उन्होंने कहा- भारत में स्किल्ड वर्कफोर्स की कमी है, अगर आप अपने काम में अच्छे हैं तो आपके लिए अवसरों की कमी नहीं। बच्चे अगर किसी एक एग्जाम में सफल नहीं हो पाते, तो इसका मतलब यह नहीं कि उनकी पूरी जिंदगी बर्बाद हो गई। अमित कुमार बोले– सोशल मीडिया बन रहा नई पीढ़ी का नशा
डीसीपी वेस्ट अमित कुमार ने कहा कि आज की सबसे बड़ी चुनौती सोशल मीडिया है। यह एक डिजिटल नशा बन चुका है, जिससे आज का युवा और पेरेंट्स दोनों जूझ रहे हैं। तीन घंटे की मूवी देखना मुश्किल हो गया है, लेकिन छोटी-छोटी चीजें जल्दी जानने की आदत बढ़ गई है। उन्होंने कहा- बच्चों को इस लत से बचाना जरूरी है, जिससे वो अपने असली गोल्स पर फोकस कर सकें। हमें खुद से मुकाबला करना है, कल से बेहतर आज बनाना है। दोनों अधिकारियों ने कहा कि किसी भी स्टूडेंट के लिए सबसे जरूरी चीज है– कंसिस्टेंसी। हर किसी की क्षमता अलग होती है, और हमें खुद की क्षमता के अनुसार टारगेट सेट करना चाहिए। हार से नहीं डरना चाहिए, बल्कि उससे सीखकर दोबारा कोशिश करनी चाहिए। अवॉर्ड समारोह के आखिरी दिन डीजीपी और कमिश्नर आएंगे
प्रतिभा सम्मान समारोह का समापन 23 जून को होगा। समापन दिवस पर राजस्थान के डीजीपी रवि मेहरड़ा और जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ स्टूडेंट्स को सम्मानित करेंगे। यह सेरेमनी स्टूडेंट्स के लिए एक प्रेरणादायक अनुभव बनेगी, जिसमें राज्य के सर्वोच्च पुलिस अधिकारी उनके बीच मौजूद रहेंगे। भास्कर का मैसेज दिखाने पर मिलेगी एंट्री
दैनिक भास्कर की ओर से चयनित स्टूडेंट्स को मोबाइल मैसेज के जरिए समारोह में शामिल होने का आमंत्रण भेजा गया है। मैसेज में जिस तारीख का उल्लेख है, उसी दिन संबंधित स्टूडेंट्स को आयोजन स्थल पर पहुंचना होगा। सिर्फ उन्हीं स्टूडेंट्स को ऑडिटोरियम में एंट्री दी जाएगी, जो भास्कर का मैसेज दिखाएंगे। इन यूनिवर्सिटीज और कॉलेजेज का सहयोग