चित्तौड़गढ़ के पालना गृह में गूंजी किलकारी:नवजात को स्टाफ ने NICU में भर्ती करवाया, 2 दिन से डॉक्टर्स कर रहे निगरानी

चित्तौड़गढ़ के महिला एवं बाल चिकित्सालय के पालना गृह में एक बार फिर से जिंदगी की घंटी बजी। शनिवार सुबह पालना में किसी ने एक नवजात बच्ची को छोड़ दिया। जैसे ही पालना में घंटी बजी, वहां तैनात नर्सिंग स्टाफ तुरंत दौड़कर आए और बच्ची को NICU में भर्ती करवाया। बच्ची को 2 दिनों से ही डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है। डॉक्टर के अनुसार, बच्ची का जन्म करीब 4 से 5 दिन पहले हुआ है। उसका वजन 2 किलो 830 ग्राम है और वह पूरी तरह स्वस्थ है। डॉक्टर जय सिंह मीणा ने बताया कि बच्ची को फिलहाल डॉक्टरों की निगरानी में रखा गया है और लगातार चेकअप किया जा रहा है। डॉ. मीणा ने बताया कि बच्ची की जानकारी तुरंत बाल कल्याण समिति को दे दी गई थी। समिति की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल ने सोमवार को हॉस्पिटल का दौरा कर बच्ची की सेहत की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि बच्ची पूरी तरह से स्वस्थ है, लेकिन फिलहाल एक दिन और बच्ची हॉस्पिटल में ही ऑब्जर्वेशन में रखा जाएगा। पालना गृह में अब तक 26 बच्चों को छोड़ा गया
पालना गृह के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि यह सुविधा जून 2016 में शुरू हुई थी और पहली बार 3 फरवरी 2017 को पालना में 1 नवजात शिशु को छोड़ा गया था। अब तक पालना में कुल 26 बच्चे छोड़े जा चुके हैं, जिनमें 13 लड़कियां और 13 लड़के शामिल हैं। यह बच्ची पालना गृह में मिली 26वीं संतान है। डॉक्टरों के मुताबिक, मंगलवार को बच्ची को बाल कल्याण समिति को सौंप दिया जाएगा। वहां भी बच्ची की सेहत की लगातार निगरानी की जाएगी। एक डॉक्टर, एक नर्स और आया की टीम उसकी देखभाल करेगी। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष प्रियंका पालीवाल ने बताया कि बच्ची का सुरक्षित परित्याग किया गया है, इसलिए उसके अज्ञात परिजनों के खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया जाएगा। बच्ची को जब तक पूरी तरह से लीगल रूप से "फ्री फॉर अडॉप्शन" घोषित नहीं किया जाता, तब तक उसे समिति की देखरेख में रखा जाएगा। उसके बाद उसे गोद लेने के लिए प्रक्रिया शुरू की जाएगी।