ऊर्जा राज्यमंत्री की विभागीय बैठक में भाजपाईयों की नाराजगी:जिलाध्यक्ष बोले-पूर्व जिलाध्यक्ष से दुश्मनी निकाल रहे मेड़ता एक्सईएन, जनप्रतिनिधियों ने फोन ना उठाने की शिकायत की

नागौर के हिरोड़ी गांव में उद्घाटन कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर को विभागीय बैठक में भाजपा के ही विधायकों और जिलाध्यक्ष की नाराजगी का सामना करना पड़ा। राज्यमंत्री नागर ने नागौर जिला परिषद के सभागार में विभागीय अधिकारियों की बैठक ली। बैठक की शुरूआत में किसान आयोग अध्यक्ष सीआर चौधरी, मेेड़ता विधायक लक्ष्मणराम कलरू, खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा, भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया, युवा मोर्चा जिला संयोजक मनीष काला, पूर्व जिलाध्यक्ष रामनिवास सांखला, खींवसर सरपंच फोरम अध्यक्ष जगदीश बिड़ियासर, पूर्व मूंडवा पालिकाध्यक्ष घनश्याम सदावत और भाजपा नेत्री सरोज प्रजापत ने ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर का स्वागत किया। बैठक में सबसे पहले विभागीय अधिकारियों ने ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर को नागौर जिले का बिजली विभाग का प्रतिवेदन पीपीटी के जरिए प्रस्तुत किया। इसके बाद जैसे ही भाजपा जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया ने मेड़ता एक्सईएन पर भाजपा नेताओं के साथ दुश्मनी निकालने का आरोप लगाया। पोटलिया ने कहा कि अधिकारी फोन नहीं उठाते। पूर्व जिलाध्यक्ष एक काम करवाने के लिए घूम-घूमकर पागल हो गए हैं। बिजली विभाग के अधिकारियों ने कांग्रेस राज में प्रताड़ित किया और अब भी कर रहे हैं। जिलाध्यक्ष बोले ये भाजपा की सरकार है, लापरवाही बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। मामला बढ़ता देख राज्यमंत्री बोले कि ये मीटिंग में सबके सामने रखने का विषय नहीं है। मेड़ता विधायक लक्ष्मणराम कलरु ने कहा कि मेड़ता अस्पताल के बीचोंबीच बिजली की लाइन निकल रही है, उसे हटवाने की जरुरत है। रीको व्यापारी संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने कहा कि गोगेलाव जीएसएस में कोई सुनवाई करने वाला नहीं है। रीको के सारे व्यापारी और खरीददार परेशान हो रहे हैं। खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि एक खंभा टूट जाने पर 4-5 दिन तक बिजली आपूर्ति बाधित रहती है। ये बेहद खराब व्यवस्था है। जिलाध्यक्ष रामधन पोटलिया बोले जीएसएस में कर्मचारी-अधिकारी दारु पीते हैं और जुआ खेलते हैं। सबकुछ सुनने के बाद ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि प्रदेश सरकार लगातार बिजली विभाग के मामलों में क्वालिटी में सुधार कर रही है। विद्युत आपूर्ति और प्रसारण में तेजी से विकास के काम कर रहे हैं। 27 नए GSS नागौर में दिए हैं। 14 विद्युत स्टेशन अपग्रेड किए हैं। सरकार के प्रयासों को आमजन तक पहुंने में समय लगेगा। हालांकि ये कहने में कोई संकोच नहीं है कि विभाग के ठेकाकर्मियों और एफआरटी से आमजन संतुष्ट नहीं हैं। इसका कारण है कि विभाग के अधिकारी लचर हैं और सही से मॉनिटरिंग नहीं कर रहे हैं। चोल्यास में जीएसएस स्वीकृत होने के बावजूद भू आवंटन नहीं होने से नाराज ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने बिजली विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए कहा कि आपको शर्म नहीं आ रही क्या, ये गंभीर मामला है। मॉनिटरिंग नहीं हो रही है। बिना अप्रूवल के शटडाउन दे दिया जाता है, ये बहुत गंभीर समस्या है। जिले में अनियमितताओं के लिए यहां के एसई जिम्मेदार हैं। जो बदमाशी करेगा वो सस्पेंड होगा। किसी विधायक-सांसद की नहीं सुनी जाएगी। अधिकारियों में जनप्रतिनिधियों का डर खत्म हो गया है, ये सही नहीं है। एफआरटी में हर समय शिकायतें आती हैं। अब हर घर चिपकाएंगे समस्या समाधान के नंबर ऊर्जा राज्यमंत्री हीरालाल नागर ने बताया कि विभाग में स्पॉट बिलिंग के बाद एक नया इनिशिएटिव होने जा रहा है। स्पॉट बिलिंग के समय फीडर इंचार्ज हर मीटर पर एक चिट चिपकाएंगे, जिसमें एक टोल फ्री नंबर और एफआरटी का नंबर लिखा जाएगा, ताकि जरूरत के समय उपभोक्ता सीधा संबंधित व्यक्ति से संपर्क कर सकेगा। ये व्यवस्था आगामी जुलाई महीने से लागू होने की संभावना है।