गहलोत का गजेंद्र सिंह पर पलटवार, बोले-माफी कौन मांग रहा:उनकी मां स्वर्ग में शिकायत कर रही होंगी, मेरे नाम से पैसे जमा कराकर बदनाम किया

गहलोत का गजेंद्र सिंह पर पलटवार, बोले-माफी कौन मांग रहा:उनकी मां स्वर्ग में शिकायत कर रही होंगी, मेरे नाम से पैसे जमा कराकर बदनाम किया
पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत के मानहानि केस पर दिए बयान पर पलटवार किया है। गहलोत ने कहा- वे (गजेंद्र सिंह) बोले कि मेरी मां का सम्मान नहीं किया। मैं उनकी मां का आज भी सम्मान करता हूं। उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। बल्कि वह स्वर्ग में इनकी शिकायत कर रही होंगी कि आपने मेरे नाम से पैसे जमा कराकर या जो भी किया। मुझे बिना मतलब बदनाम कर दिया। गहलोत रविवार को जयपुर में कांग्रेस के नए मुख्यालय भवन के निर्माण के शुभारंभ कार्यक्रम के बाद मीडिया से बात कर रहे थे। पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने कहा- मैं इनके (गजेंद्र सिंह) पिताजी का भी बहुत सम्मान करता हूं। हमारी कोई व्यक्तिगत दुश्मनी नहीं है। इनको चाहिए कि इतना बड़ा मुद्दा है। आप खुद इसके भागीदार बने थे। जगह-जगह मीटिंग की, यह रिकॉर्ड में है। आपने इस कंपनी के डायरेक्टर की तारीफों के पुल बांधे। चलिए मान लिया कि आपको मालूम नहीं था। आपने भाग ले लिया। आप जनता को स्पष्ट करो, मुझसे गलती हो गई। इसके अलावा मैं निर्दोष हूं। उस पर वे मेरा साथ नहीं दे रहे हैं। अशोक गहलोत ने संजीवनी घोटाले पर कहा- जब हाईकोर्ट का फैसला हुआ था, तब मैंने ट्वीट किया था। आज ट्वीट कर उसी को वापस रिपीट किया है। उसमें सब बात आ गई है। मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि सरकार बदलते ही 2 महीने में नई रिपोर्ट तैयार हो गई। हाईकोर्ट ने एफआईआर रद्द नहीं की है। इनको रिलीफ दी है। क्योंकि पुलिस खुद कह रही है। एसओजी कह रही है। इसलिए रिलीफ दी गई है। अगर सरकार या कोई चाहे तो अभी भी केस को आगे बढ़ा सकता है। जिस काम के लिए वे कोर्ट गए थे। वो एफआईआर रद्द नहीं हुई है। माफी मांग कौन रहा है गहलोत ने कहा- सवाल यह नहीं है कि माफी नहीं दूंगा। माफी मांग कौन रहा है। जो डॉक्यूमेंट हमारे समय में एसओजी की ओर से हाईकोर्ट में पेश हुआ था। उसके अंदर उनके नाम थे। इनके परिवार वालों के नाम थे। मैंने बस वह सार्वजनिक किया। क्योंकि मेरे पास लोग आते थे। ऐसे गरीब लोग भी आते थे कि अपनी पुरानी संपत्ति, जमीन बेचकर, न जाने कैसे पैसे जोड़कर यह खरीदा होगा। खुद उसको प्रमोट करते थे। उस कंपनी के प्रमोशन करने के प्रमाण है। उसके लिए खबरें आ चुकी है। पब्लिक से आह्वान करते थे। यह सब को मालूम है। मैंने इनसे रिक्वेस्ट की थी कि आप अपने आप को निर्दोष कहते हैं। क्यों न हम दोनों मिलकर बाड़मेर, जोधपुर जहां भी बड़ी संख्या में लोग है। उनके बीच जाएं। उनको विश्वास दिलाए। लोगों का पैसा वापस कैसे आ सकता है, इस पर काम करें। हमारी नीयत खराब होती तो ये जेल जाते गहलोत ने कहा- इन्होंने 2 महीने में नई रिपोर्ट बना दी। इनको क्लीनचिट दे दी। हमने 2 साल में रिपोर्ट तैयार की। अगर हमारी नीयत खराब होती तो हम भी 2 महीने में रिपोर्ट बना देते। ये जेल जाते। हमने कोई ऐसा काम नहीं किया। हम इनके परिवार की महिलाओं को तंग नहीं करना चाहते थे। इसलिए एसओजी आगे भी नहीं बढ़ी। हमने तो केवल जांच की थी। जांच पूरी भी नहीं हुई, इससे पहले ये हाईकोर्ट चले गए, लेकिन हाईकोर्ट ने एफआईआर रद्द नहीं की है। यह किस घमंड में बोल रहे हैं। मेरी समझ से परे है। मैंने कभी नहीं कहा माफी दो गहलोत बोले- मैं फिर कहना चाहूंगा कि अगर आप निर्दोष है। हम लोग साथ निकले। पीड़ित लोगों से मिले। संघर्ष समिति को विश्वास में लें कि हम आपके साथ हैं। उचित तो ये है। वो कह रहे हैं, मैं माफी नहीं दूंगा। मैंने कभी नहीं कहा कि माफी दो। मुझे कुछ लोगों ने कहा की खुद नहीं चाहते हैं कि केस आगे बढ़े। हम लोग सब झगड़ा समाप्त करें। मुझे खुशी हुई कि यह चाहते हैं कि झगड़ा समाप्त हो। इसलिए मैं आगे बढ़ गया। एसओजी ने मुझे बताया कि सब आरोपी है गहलोत ने कहा- जब मुख्यमंत्री और गृहमंत्री था। मैंने एसओजी में पता किया। उन्होंने मुझे बताया कि हमने हाईकोर्ट में लिखकर दे दिया है कि ये सब उसके अंदर आरोपी है। मैंने वो बात मीडिया को कह दी। ताकि पीड़ितों को पता चले कि सरकार हमारे पक्ष में खड़ी है। मैं फिर कहना चाहूंगा कि पूरे जीवन में मैंने किसी पर झूठा आरोप नहीं लगाया। क्या है संजीवनी घोटाला? साल 2008 में बाड़मेर से शुरू हुई संजीवनी क्रेडिट को-ऑपरेटिव सोसाइटी ने हाई रिटर्न, विदेश यात्रा और एजेंट कमीशन जैसे लालच देकर करीब डेढ़ लाख निवेशकों से 950 करोड़ से ज्यादा की ठगी की। निवेशकों के पैसे को फर्जी लोन और बोगस खातों में घुमाया गया। सोसाइटी की बही में 1100 करोड़ के ऋण दिखाए गए, जिनमें ज्यादातर ग्राहक फर्जी थे। मास्टरमाइंड विक्रम सिंह समेत कई गिरफ्तारियां हुईं, लेकिन हजारों निवेशक अब भी अपने पैसे की वापसी का इंतजार कर रहे हैं। शेखावत पर क्यों उठी उंगलियां? घोटाले के मास्टरमाइंड विक्रम सिंह से गजेंद्र सिंह शेखावत की नजदीकियों और कुछ कंपनियों में शेयर होल्डिंग को लेकर सवाल उठे। SOG की शुरुआती जांच रिपोर्ट में शेखावत और उनके परिवार के नाम का उल्लेख था, लेकिन सत्ता परिवर्तन के बाद SOG ने हाईकोर्ट में यू-टर्न लेते हुए शेखावत को आरोपी नहीं माना। हाईकोर्ट ने SOG की रिपोर्ट के आधार पर शेखावत को क्लीनचिट दे दी, लेकिन FIR रद्द नहीं की। कोर्ट ने ट्रायल कोर्ट की इजाजत से आगे कार्रवाई की छूट दी है। गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा था मैं गहलोत को माफी देने वाला नहीं हूं दरअसल, जोधपुर में मीडिया से बातचीत में गजेंद्र सिंह शेखावत ने 5 जुलाई को कहा था कि वे गहलोत को माफ नहीं करेंगे। मेरी मां के प्रति उन्होंने जो अपराध किया, उसके लिए वे क्षमा चाहते हैं। वह भी मीडिया के जरिए संदेश भेजकर। मैं माफी देने वाला नहीं हूं। ....................................... गहलोत-गजेंद्र सिंह से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... गजेंद्र सिंह शेखावत बोले- गहलोत की सोच और मानसिकता ओछी:उन्होंने मेरी मां पर टिप्पणी की थी, अब चाहते हैं मैं मानहानि का केस वापस ले लूं केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने मानहानि केस को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधा है। जोधपुर में मीडिया से बात करते हुए शेखावत ने साफ कहा कि वे गहलोत को माफ नहीं करेंगे। शेखावत ने गुस्सा जाहिर करते हुए बोले- मेरी मां के प्रति उन्होंने जो अपराध किया, उसके लिए वे क्षमा चाहते हैं। वह भी मीडिया के जरिए मुझे संदेश भेजकर। पढ़ें पूरी खबर... गहलोत बोले- संजीवनी घोटाले पर साथ बैठकर चर्चा करें:गजेंद्र सिंह शेखावत बात करने के लिए आगे आएं; मानहानि केस पर कहा- अब विड्रॉ करें पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने संजीवनी घोटाले को लेकर कहा- गजेंद्र सिंह शेखावत को चाहिए कि वे पीड़ितों की संघर्ष समिति के साथ बैठकर बात करने के लिए आगे आएं। हम बैठकर चर्चा करें। जैसा वे दावा करते हैं कि वे निर्दोष हैं तो हमें खुशी होगी कि वे निर्दोष साबित हो। पढ़ें पूरी खबर...