भीलवाड़ा में कार टक्कर विवाद में युवक की हत्या:जहाजपुर में 22 लाख रुपए और संविदा नौकरी पर बनी सहमति, धरना खत्म

भीलवाड़ा में कार टक्कर विवाद में युवक की हत्या:जहाजपुर में 22 लाख रुपए और संविदा नौकरी पर बनी सहमति, धरना खत्म
भीलवाड़ा में युवक की हत्या के मामले में शनिवार दिनभर विरोध प्रदर्शन चला। परिवार के लोग 1 करोड़ के मुआवजे के साथ आरोपियों के घर पर बुलडोजर चलाने की मांग को लेकर जहाजपुर के सरकारी हॉस्पिटल के बाहर धरने पर बैठ गए। मांगों पर सहमति बनने के बाद धरना खत्म कर दिया गया। इसके बाद पुलिस ने ताजिए निकलना शुरू करवाया। इससे पहले हत्या के विरोध में जहाजपुर कस्बा भी बंद रहा था। पुलिस ने 16 नामजद और 20 अन्य लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया। तनाव को देखते हुए 10 थानों की पुलिस मौके पर तैनात की गई। तनाव के चलते प्रशासन ने 5 और 6 जुलाई को मोहर्रम पर निकलने वाले ताजिया पर रोक लगा दी थी। उधर, शाम को कलेक्टर जसमीत संधू, एसपी धर्मेंद्र यादव, विधायक गोपीचंद मीणा ने उपखंड कार्यालय में पीड़ित परिजनों से बात की। प्रशासन की ओर से 15 लाख रुपए, 5 लाख रुपए सरकार की ओर से, 1 लाख रुपए विधायक गोपीचंद मीणा और 1 लाख रुपए केवट समाज प्रदेशाध्यक्ष की ओर से देने पर सहमति बनी है। इसके साथ ही परिवार के सदस्य को संविदा पर सरकारी नौकरी और सभी अपराधियों की शीघ्र गिरफ्तारी की जाएगी। इसके बाद परिजनों ने धरना खत्म कर दिया। सबसे पहले जानिए- क्या है पूरा मामला पुलिस ने बताया- टोंक के छावणी के रहने वाले वाले चार युवक सीताराम, सिकंदर, दिलखुश और दीपक कार से जहाजपुर आए थे। ड्राइविंग करने वाले सिकंदर कीर ने बताया कि वे सभी उसकी बहन के यहां एक कार्यक्रम में आए थे। मुख्य बाजार से निकलने के दौरान उनकी कार एक ठेले से टकरा गई। इसके बाद ठेले वाले के साथ उनका विवाद हो गया। इसी दौरान वहां करीब 20 लोग जमा हो गए और मारपीट करने लगे। उन्होंने सीताराम को बाहर खींचकर सड़क पर गिरा दिया। हमले में सीताराम कीर (25) की मौत हो गई। घटना शुक्रवार देर शाम 7.30 बजे की है। अब देखिए- घटना से जुड़े PHOTOS... जिनके साथ मारपीट उन्हें ही थाने ले गई पुलिस सिकंदर के जीजा खाना कीर ने बताया कि विवाद के बाद सीताराम ने ठेले वाले के सामने हाथ जोड़कर माफी भी मांगी। उसने कहा था कि- हम नुकसान की भरपाई कर देंगे, लेकिन फिर भी मारपीट की गई। इस दौरान हमारी कार का तार भी काट दिया। इस कारण घायल सीताराम को हम बाइक से ही हॉस्पिटल लेकर पहुंचे। जहां डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं, पुलिस कार सवार अन्य तीन युवकों को थाने ले गई। यहां उन्हें डेढ़ घंटे तक बैठाकर रखा। पुलिस अधीक्षक के पहुंचने के बाद युवकों को छोड़ा गया। जहाजपुर में विरोध प्रदर्शन...