पंजाब में बंबीहा और जग्गू गैंग में सीधी जंग:गोरा बरियार की हत्या से शुरू हुई गैंगवार; भगवानपुरिया की मां सहित तीन हत्याएं

पंजाब में 10 दिनों में दो गैंगवार हो चुकी हैं। इनके तार तकरीबन 40 दिन पहले हुई गोरा बरियार हत्या से जुड़े हैं। गोरा की हत्या के बाद जग्गू भगवानपुरिया और बंबीहा गैंग के बीच खूनी जंग तेज हो गई। इस गैंगवार में जग्गू ने अपनी मां हरजीत कौर को भी खो लिया। इसके बाद ये गैंगवार अब परिवारों पर हमले तक पहुंच गई। बंबीहा गैंग ने चाहे जग्गू की मां की हत्या के लिए अफसोस जाहिर किया और कहा कि ये घटना अनजाने में हुई। लेकिन इनमें दो हत्याओं के पीछे एक ही नाम सामने आया, वो था गोरा बरियार का। गोरा की हत्या 26 मई 2025 को जग्गू भगवानपुरिया ने करवाई करवाई थी। पुलिस ने नेल्सन मसीह नाम के व्यक्ति को पकड़ा। जिसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर जग्गू के कहने पर इस हत्या को अंजाम देने की बात कबूली। जानें कौन था गोरा बरियार गोरा बरियार का असली नाम गुरप्रीत सिंह गोरा था, जो गुरदासपुर के बरियार गांव का रहने वाला था। उसकी उम्र 33 साल थी। वह बिल्ला गोरा गैंग का सदस्य था, जिसका सीधे तौर पर बंबीहा गैंग से कोई संबंध नहीं था। लेकिन बंबीहा गैंग ने इस हत्या के बाद ही ऐलान कर दिया था कि इसके पीछे जिसका भी हाथ हुआ, उसे बख्शा नहीं जाएगा। जग्गू ने गोरा की हत्या क्यों की, ये आज तक साफ नहीं हो पाया। सूत्रों की माने तो जग्गू के इलाके में गोरा व बिल्ला गैंग पैर पसार रहे थे। जग्गू को भी यही शक था कि वे उसके दुश्मन बंबीहा गैंग के लिए काम कर रहे हैं। 26 मई को हुई हत्या के समय गोरा का साथी बिल्ला भी साथ था, लेकिन वे इसमें बच गया। पुलिस आज भी नेल्सन के अलावा किसी दूसरे को पकड़ नहीं पाई। लेकिन बंबीहा गैंग गोरा के नाम पर तीन हत्याओं को अंजाम दे चुका है। 26 जून को हुई करनवीर व हरजीत कौर की हत्या इस घटना के पूरे एक महीने के बाद जग्गू की मां हरजीत कौर व उसके साथी करनवीर की हत्या कर दी गई। दोनों बटाला में घर के बाहर कार में थे, जब अज्ञात हमलावर बाइक पर आए और गोलियां चला दी। बंबीहा गैंग ने इसे लेकर पोस्ट भी किया। जिसमें कहा गया कि डोनी बल, बिल्ला मांगा, प्रभू दासूवाल और कौशल चौधरी ने इस हत्या को अंजाम दिया। करनवीर जग्गू का कामकाज संभालता था और उसे मार कर गोरा की हत्या का बदला लिया गया। बटाला पुलिस ने इस मामले में जग्गू के परिवार को आश्वासन दिया है कि वे आरोपियों को जल्द पकड़ेंगे, लेकिन अभी तक इस मामले में कोई भी गिरफ्तारी नहीं हो पाई। 10 दिन बाद दूसरी हत्या वहीं, दूसरी तरफ 10 दिन बाद अमृतसर के मेहता के गांव चन्नणके में एक और हत्या को अंजाम दिया गया। शनिवार को दिनदहाड़े एक 28 वर्षीय युवक जुगराज सिंह उर्फ तोता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हमलावरों ने दिनदहाड़े वारदात को अंजाम दिया, जो पास के सीसीटीवी कैमरे में भी रिकॉर्ड हो गई। इस हत्या की जिम्मेदारी भी बंबीहा गैंग ने ली। आरोप लगाया कि जग्गू के लिए रेकी इस जुगराज ने की थी। और हत्याओं के होने की आशंका बरकरार बंबीहा गैंग की तरफ से लगातार की जा रही हत्याओं के बाद अब पंजाब में गैंगवार का खतरा बढ़ने लगा है। ये खतरा सिर्फ गैंगस्टरों तक सीमित नहीं रहने वाला। अनुमान है कि गैंगस्टर अब परिवारों को भी निशाना बना सकते हैं। इन हत्याओं में बंबीहा गैंग के दो हरियाणवी गैंगस्टरों प्रभू दासुवाल और कौशल चौधरी का नाम भी सामने आया है। प्रशासन को आशंका है कि दोनों गैंग के बीच कभी भी गैंगवॉर हो सकता है। सिलसिलेवार ढंग से दोनों गैंगों के बारे में जानिए... 1. जग्गू भगवानपुरिया गैंग बंबीहा गैंग 2016 में दविंदर बंबीहा का एनकाउंटर हुआ बठिंडा पुलिस ने साल 2016 में गैंगस्टर दविंदर बंबीहा का रामपुरा फूल इलाके में एनकाउंटर किया था। पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया दविंदर बंबीहा शुरू से ही शार्प शूटर के नाम से जाना जाता था। बंबीहा को फरीदकोट पुलिस ने 11 जून 2014 को लुधियाना में पकड़ा था। 20 जनवरी 2015 को लुधियाना सेंट्रल जेल से मुक्तसर पेशी पर जाते हुए बंबीहा अपने 4 साथियों समेत फरार हो गया था। तब से बंबीहा पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। बताया जा रहा है कि बंबीहा के गुजरात व महाराष्ट्र में भी कई आपराधिक गैंग से संपर्क थे।