कोलकाता गैंगरेप- वारदात के बाद आरोपी घंटों शराब पीते रहे:ढाबे में खाना खाया, फिर घर लौटे; गार्ड को धमकाया- किसी को कुछ मत बताना

कोलकाता गैंगरेप- वारदात के बाद आरोपी घंटों शराब पीते रहे:ढाबे में खाना खाया, फिर घर लौटे; गार्ड को धमकाया- किसी को कुछ मत बताना
कोलकाता लॉ कॉलेज गैंगरेप केस में पुलिस ने नए खुलासे किए हैं। जांच में सामने आया है कि वारदात के बाद मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा और उसके साथी (प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद) ने कॉलेज के गार्ड रूम में घंटों तक शराब पी। सिक्योरिटी गार्ड पिनाकी बनर्जी को धमकाया कि वह इस घटना के बारे में किसी को कुछ न बताए। इसके बाद ईएम बाइपास पर एक ढाबे पर खाना खाने गए। फिर अपने-अपने घर लौट गए। पुलिस के अनुसार, घटना के अगले दिन 26 जून को मनोजीत मिश्रा को जब हालात की गंभीरता का एहसास हुआ तो उसने साउथ कोलकाता के देशप्रिय पार्क इलाके में रहने वाले एक प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क किया। वह व्यक्ति पहले भी उसकी मदद कर चुका था। हालांकि, इस बार उसने मनोजीत से पीछे हटने की सलाह दी। साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज में 25 जून को गैंगरेप एक छात्रा से गैंगरेप हुआ था। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा यहीं का पूर्व छात्र है। बाकी 2 आरोपी मौजूदा स्टूडेंट्स हैं। मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा, जैब अहमद और प्रमित मुखर्जी को 26 जून को गिरफ्तार किया गया था। मनोजीत शहर भर में घूमा, कई लोगों से मदद मांगी पुलिस अधिकारी ने बताया कि मनोजीत ने कई लोगों (मेंटर्स) से मदद मांगने की कोशिश की। इसके लिए वह शहर के अलग-अलग हिस्सों रासबिहारी एवेन्यू, देशप्रिय पार्क, गरियाहाट, फर्न रोड और बल्लीगंज स्टेशन रोड में घूमता रहा। मोबाइल टॉवर की लोकेशन से पता चला कि वह कराया पुलिस स्टेशन के पास भी किसी से मिला था। जांच में पता चला कि गैंगरेप की पूरी योजना पहले से बनाई गई थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) में सामने आया कि घटना से पहले कई दिनों तक तीनों आरोपियों के बीच लगातार बातचीत होती रही थी। पुलिस आरोपियों को लॉ कॉलेज ले गई, 4 घंटे सीन री-क्रिएट किया कोलकाता पुलिस ने 4 जुलाई को लॉ कॉलेज स्टूडेंट से गैंगरेप की जांच के सिलसिले में क्राइम सीन रीक्रिएट किया था। पुलिस गिरफ्तार किए गए चारों आरोपियों के साथ साउथ कलकत्ता लॉ कॉलेज पहुंची थी। तीनों मुख्य आरोपियों मनोजीत मिश्रा, मौजूदा स्टूडेंट प्रमित मुखर्जी और जैब अहमद और सुरक्षा गार्ड पिनाकी बनर्जी को सुबह करीब 4.30 बजे कॉलेज ले जाया गया। इस प्रक्रिया को पूरा करने में करीब चार घंटे लगे। इसके बाद सभी को पुलिस स्टेशन वापस लाया गया। मामले की जांच फिलहाल कोलकाता पुलिस का डिटेक्टिव डिपार्टमेंट कर रहा है। कॉलेज प्रशासन बोला- परीक्षाएं होनी हैं, सैलरी देना है कॉलेज प्रशासन ने कोर्ट को बताया कि 200 से ज्यादा छात्रों को जल्द ही सेमिस्टर परीक्षाओं में शामिल होना है और उन्हें इसके लिए फॉर्म भरना है। कर्मचारियों को सैलरी भी देनी है। कॉलेज अधिकारियों ने परिसर के अंदर सतर्कता के लिए निर्देश देने का भी अनुरोध किया। अधिकारियों को पुलिस से ईमेल मिला है, जिसमें पुलिस का नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट (NOC) है। प्रशासन को कर्मचारियों का अटेंडेस रजिस्टर जैसे दस्तावेज अपने पास रखने होंगे। कलकत्ता हाईकोर्ट का आदेश- इलेक्शन तक बंद रहे छात्र संघ ऑफिस कलकत्ता हाईकोर्ट ने 3 जुलाई को बंगाल के सभी कॉलेज और यूनिवर्सिटी में छात्र संघ कार्यालयों को बंद करने का आदेश दिया है। जस्टिस सौमेन सेन और जस्टिस स्मिता दास डे की बेंच ने कहा कि छात्र चुनाव होने तक ये कमरे बंद रहेंगे। कोर्ट ने कहा कि ऐसे कमरों का इस्तेमाल किसी भी काम के लिए नहीं किया जा सकता है। जरूरत होने पर वैध कारणों के साथ यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार को आवेदन देना होगा। CCTV और मेडिकल रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई कॉलेज के CCTV में 25 जून की दोपहर 3:30 बजे से रात 10:50 बजे तक करीब 7 घंटे की फुटेज हैं। एक जांच अधिकारी ने बताया कि CCTV में पीड़ित छात्रा को गार्ड के कमरे में जबर्दस्ती ले जाने की घटना कैद हुई है। इससे छात्रा की लिखित शिकायत में लगाए गए आरोपों की पुष्टि होती है। 28 जून को पीड़ित छात्रा की मेडिकल रिपोर्ट में भी रेप की पुष्टि हुई। पुलिस के मुताबिक पीड़ित के साथ जबरदस्ती करने, शरीर पर काटने और नाखून से खरोंचने के निशान मिले हैं। उससे मारपीट की भी पुष्टि हुई है। --------------------------- कोलकाता गैंगरेप से जुड़ी ये खबर भी पढ़ें... ‘मनोजीत की गर्दन पर लव-बाइट, सहमति से संबंध बने’; वकील की ये दलील क्या कोलकाता गैंगरेप के आरोपी को बचा लेगी 'पुलिस ने बताया कि आरोपी के शरीर पर खरोंच के निशान मिले हैं। क्या उन्होंने कभी यह बताया कि मनोजीत मिश्रा के शरीर पर लव बाइट्स भी पाए गए? अगर ये रेप का मामला होता, तो लव बाइट्स नहीं होते।' कोलकाता गैंगरेप के मुख्य आरोपी मनोजीत मिश्रा के वकील राजू गांगुली की इस दलील ने एक नई बहस छेड़ दी। आरोपी के वकील ने सहमति से संबंध बनने का दावा क्यों किया और क्या ये दलीलें आरोपियों को सजा से बचा लेंगी; जानेंगे एक्सप्लेनर में…