हिसार में जन्मीं साइना नेहवाल पति से अलग हुईं:बैडमिंटन प्लेयर के पिता HAU में साइंटिस्ट रहे; हरियाणा सरकार ने ₹1 करोड़-ऑडी दी थी

Jul 15, 2025 - 00:13
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हिसार में जन्मीं साइना नेहवाल पति से अलग हुईं:बैडमिंटन प्लेयर के पिता HAU में साइंटिस्ट रहे; हरियाणा सरकार ने ₹1 करोड़-ऑडी दी थी
हरियाणा के हिसार में जन्मी बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल पति पारुपल्ली कश्यप से अलग हो गई हैं। साइना नेहवाल ने कहा कि हम दोनों ने आपसी सहमति से अलग होने का फैसला किया है। साइना नेहवाल ने इस फैसले को लेकर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर स्टोरी डाली है। दोनों ने 2018 में लव मैरिज की की थी। साइना नेहवाल के पिता हरवीर सिंह नेहवाल हिसार स्थित चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय (HAU) में साइंटिस्ट थे। इसी दौरान साइना का जन्म हुआ। साइना की शुरुआती पढ़ाई HAU के कैंपस स्कूल से हुई थी। इसके बाद पिता की ट्रांसफर हैदराबाद हो गई थी। साइना नेहवाल के पिता मूल रूप से उत्तर प्रदेश के बड़ौत के रहने वाले हैं। HAU में उनके नाम का ट्रेनिंग सेंटर खोला गया है। साइना को लंदन ओलिंपिक 2012 में ब्रॉन्ज मेडल जीतने पर हरियाणा सरकार ने 1 करोड़ रुपए और ऑडी कार दी थी। इसके साथ एकेडमी खोलने के लिए जमीन देने की भी घोषणा की थी। साइना ने सोशल मीडिया पर लिखा- जिंदगी अलग दिशा में ले जाती है साइना नेहवाल ने स्टोरी में लिखा- जिंदगी हमें कभी-कभी अलग दिशाओं में ले जाती है। बहुत सोच-विचार के बाद कश्यप पारुपल्ली और मैंने अलग होने का फैसला किया है। हम शांति और ग्रोथ का विकल्प चुन रहे हैं। मैं उन यादों के लिए आभारी हूं और आगे के लिए शुभकामनाएं देती हूं। इस दौरान हमारी निजता को समझने और उसका सम्मान करने के लिए धन्यवाद। साइन नेहवाल ने इंस्टाग्राम पर डाली पोस्ट 7 साल पहले हुई थी शादी, ट्रेनिंग के दौरान मिले थे साइना नेहवाल और पारुपल्ली कश्यप ने 7 साल पहले शादी की थी। जानकारी के मुताबिक, साइना और पारुपल्ली हैदराबाद में स्थित पुलेला गोपीचंद बैडमिंटन एकेडमी में ट्रेनिंग के दौरान मिले थे। दोनों इस खेल में काफी आगे बढ़े। लंबे समय तक रिलेशनशिप में रहने के बाद 2018 में दोनों ने शादी की थी। हालांकि, शादी तक दोनों के रिलेशनशिप के बारे में लोगों को भनक भी नहीं थी। HAU में साइना नेहवाल के नाम से ट्रेनिंग सेंटर HAU से साइना की यादें जुड़ी हुई हैं। वह यहीं पली-बढ़ी हैं। साइना नेहवाल की उपलब्धियों को देखते हुए HAU ने साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान खोला था। सानिया के नाम से बने संस्थान में किसानों, महिलाओं और ग्रामीण युवाओं को ट्रेनिंग दी जाती है। साइना ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ओलिंपिक मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने लंदन ओलिंपिक-2012 में भारत को ब्रॉन्ज मेडल दिलाया था। वे 2015 में विमेंस सिंगल्स रैंकिंग में वर्ल्ड नंबर -1 प्लेयर रह चुकी हैं। साइना बैडमिंटन में वर्ल्ड नंबर-1 रैंक हासिल करने वाली एकमात्र महिला भारतीय खिलाड़ी हैं। वे 3 ओलिंपिक गेम्स में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीत चुकीं साइना ने 2010 और 2018 के कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीता था। साइना ने 2008 में बैडमिंटन वर्ल्ड फेडरेशन (BWF) विश्व जूनियर चैंपियनशिप जीतकर सुर्खियां बटोरी थीं। उसी साल उन्होंने पहली बार ओलिंपिक में हिस्सा लिया। वह ओलिंपिक क्वार्टर-फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला बनीं। अर्जुन अवॉर्ड और राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार मिला उन्होंने हॉन्गकॉन्ग की तत्कालीन वर्ल्ड नंबर-5 खिलाड़ी वांग चेन को हराया था, लेकिन इंडोनेशिया की मारिया क्रिस्टिन युलियांती से हार गईं। 2009 में, साइना BWF सुपर सीरीज प्रतियोगिता जीतने वाली पहली भारतीय बनीं। साइना को 2009 में अर्जुन अवॉर्ड और 2010 में राजीव गांधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

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