वर्ल्ड अपडेट्स:माली में अगवा हुए भारतीय के परिवार से अल-कायदा से जुड़े आतंकी संगठन ने फिरौती की मांग की

पश्चिम अफ्रीका के माली में अगवा हुए भारतीय के परिवार से अल-कायदा से जुड़े संगठन ने फिरौती की मांग की है। अगवा किए तीन भारतीयों में से एक ओडिशा के रहने वाले पी. वेंकटरमण के बहनोई ने शनिवार को एएनआई को बताया - वेंकट ने आखिरी बार मुझे 30 जून को फोन किया था। वह पश्चिम अफ्रीका के माली में एक सीमेंट फैक्ट्री में काम करता था। उसने बताया कि उसकी कंपनी ने उन्हें बाहर जाने से रोक दिया है, क्योंकि आतंकवादियों ने वहां हमला कर दिया है। उन्होंने कहा- हमें कंपनी से फोन आया कि वह पुलिस की हिरासत में हैं। इसके बाद समाचार में दावा किया गया है कि अल-कायदा ने कुछ लोगों का अपहरण कर लिया है। हमने कंपनी को फोन किया, और पुष्टि की। उन्होंने हमें यह बात सरकार को बताने से मना कर दिया और कहा कि आतंकवादी लोगों के बदले में फिरौती मांग रहे हैं। वेंकटरमन के बहनोई ने भारत सरकार से वेंकटरमण को सुरक्षित घर वापस लाने की अपील की है। इस बीच, विदेश मंत्रालय ने माली में भारतीय श्रमिकों के अपहरण पर गहरी चिंता जताई। साथ ही पश्चिम अफ्रीकी देश के अधिकारियों से उनकी सुरक्षित और शीघ्र रिहाई सुनिश्चित करने का आग्रह किया है। दरअसल, 1 जुलाई को माली के सीमेंट फैक्टरी पर आतंकियों ने हमला कर 3 भारतीयों को किडनैप कर लिया था। अंतरराष्ट्रीय मुद्दों से जुड़ी अन्य बड़ी खबरें... इजराइल से संघर्ष के बाद ईरान के सर्वोच्च नेता अली खामेनेई पहली बार सामने आए, बंकर में रह रहे थे ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्लाह अली खामेनेई शनिवार को एक धार्मिक समारोह में शामिल हुए। यह जानकारी ईरानी सरकारी मीडिया प्रेस टीवी ने दी। खामेनेई इजराइल से जंग के बाद पहली बार सार्वजनिक जगह पर दिखाई दिए हैं। खामनेई 13 जून से नहीं दिखे थे। खामनेई को काले कपड़ों में भीड़ के बीच हाथ हिलाते देखा गया। यह भीड़ आशूरा के मौके पर इकट्ठा हुई थी, जब शिया मुस्लिम पैगंबर मुहम्मद के पोते हुसैन इब्न अली की शहादत को याद करते हैं। भीड़ ने खामनेई का स्वागत किया। बंकर में रहे खामेनेई रिपोर्ट्स के मुताबिक, 12 दिन के युद्ध के दौरान खामनेई एक बंकर में छिपे थे, जहां उनके पास बाहरी दुनिया से संपर्क सीमित था। इस दौरान इजराइली नेताओं और ट्रम्प ने खामनेई की सरकार को उखाड़ फेंकने और उन्हें सत्ता से हटाने की बात की थी। ट्रम्प ने खामनेई को आसान निशाना बताया था, जबकि इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा था कि खामनेई की मृत्यु से संघर्ष खत्म हो सकता है। युद्धविराम के बाद एक गुप्त स्थान से जारी बयान में खामनेई ने इजराइल और अमेरिका पर जीत का दावा किया। उन्होंने ट्रम्प के बिना शर्त आत्मसमर्पण की मांग का जवाब देते हुए कड़ा रुख अपनाया। --------------------------------- 5 जुलाई के अपडेट्स यहां पढ़ें...