राजस्थान में 152 टोल पर होगी एक जैसी दर:45 रुपए में जा सकेंगे दिल्ली, जानिए- एक रिचार्ज से कितना सस्ता होगा आपका सफर

राजस्थान में 152 टोल पर होगी एक जैसी दर:45 रुपए में जा सकेंगे दिल्ली, जानिए- एक रिचार्ज से कितना सस्ता होगा आपका सफर
राजस्थान में हाईवे पर सफर करना अब और भी सस्ता होने जा रहा है। जयपुर से दिल्ली जाने के लिए 375 रुपए टोल देना पड़ता है। आने वाले दिनों में महज 45 रुपए ही कटेंगे। इसी तरह जयपुर से उदयपुर जाने में 550 रुपए की जगह 105 रुपए का ही टोल लगेगा। यह सब संभव होगा, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के एनुअल स्पेशल पैक से। देशभर में 'Rajmarg Yatra' ऐप लॉन्च किया गया है। इसके जरिए एक बार में 3000 रुपए का रिचार्ज करवाने पर एक साल में अधिकतम 200 ट्रिप 'फ्री' हो जाएंगी। यानी इस रिचार्ज में 200 बार टोल पार कर सकेंगे। इससे खास फायदा राजस्थान में होगा, जहां नेशनल हाईवे के 152 टोल प्लाजा हैं। यह योजना 15 अगस्त से देशभर में लागू होगी। नेशनल हाईवे से जुड़े अधिकारी इसकी गाइडलाइन और शर्तें तय कर रहे हैं। उससे पहले भास्कर टीम ने 'Rajmarg Yatra' (राजमार्ग यात्रा) ऐप पर निर्देशित टोल दरों का एनालिसिस किया कि इस स्कीम से आपके कितने रुपए बचेंगे। क्या है वार्षिक पास योजना? केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 18 जून को FASTag (फास्टैग) वार्षिक पास की महत्वपूर्ण घोषणा की थी। उन्होंने बताया था कि पास 3000 रुपए (वार्षिक) का होगा। इसमें देशभर में कहीं भी नेशनल हाईवे पर टोल की 200 ट्रिप मिलेंगी। FASTag से हर बार टोल क्रॉस करने पर पैसे कटते हैं। इस वार्षिक पास के साथ आप एक फिक्स्ड अमाउंट (₹3,000) में सालभर या 200 ट्रिप्स तक टोल फ्री घूम सकेंगे। ये उन लोगों के लिए किफायती है, जो नेशनल हाईवे पर बार-बार ट्रैवल करते हैं। ऐसे में अगर कोई वाहन चालक सालभर में पूरी 200 ट्रिप का इस्तेमाल करे तो एक टोल का खर्च महज 15 रुपए होगा। हमने 15 रुपए बेसिक चार्ज मानते हुए राजस्थान के प्रमुख शहरों में टोल बचत का अनुमान लगाया। आइए जानते हैं राजस्थान के प्रमुख शहरों में सफर कितना सस्ता होने वाला है.... जयपुर से दिल्ली कितना लाभ होगा? जयपुर से कोटपूतली होते हुए दिल्ली जाने पर तीन टोल प्लाजा- मनोहरपुर (₹90), शाहजहांपुर (200 रुपए) और खेड़की दौला (85 रुपए) आते हैं। कुल टोल 375 रुपए होता है। स्पेशल पैक रिचार्ज से ₹15 × 3 = 45 रुपए ही टोल देना होगा। यानी 330 रुपए की सीधी बचत होगी। जयपुर से आगरा बचेंगे अधिकतम 230 रुपए जयपुर से आगरा (252 किमी) तक जाने में आपको लुधावई (25 रु), कोराई (65 रु), सिकंदरा (80 रु), राजाधोक (80 रु) और अमोली (55 रु) - कुल 5 टोल प्लाजा पार करने होते हैं। सामान्य रूप से 305 रुपए टोल टैक्स लगता है। अगर आप सालाना रिचार्ज पैकेज लेते हैं, तो हर टोल पर ₹15 कटेगा। यानी महज 75 रु के टोल में आप आगरा पहुंच जाएंगे। 230 रुपए कुल बचत होगी। जयपुर से अजमेर यात्रियों को क्या फायदा मिलेगा? करीब 140 किलोमीटर के सफर में नेशनल हाईवे के तीन टोल आते हैं- ठीकरिया (95 रु), किशनगढ़ (55 रु) और गेगल (70 रु)। कुल मिलाकर ₹220 खर्च होता है। नई योजना में केवल 15 के हिसाब तीन टोल के 45 रुपए देने होंगे। यानी ₹175 की सीधी बचत। जयपुर से उदयपुर जाने वाले यात्री कितना बचा सकते हैं? यह सफर सबसे लंबा है- 414 किलोमीटर और 7 टोल प्लाजा। इनमें बगालिया (45 रुपए), नेगाड़िया (165 रुपए), पिपलाज (70 रुपए), ठीकरिया (95 रुपए), किशनगढ़ (55 रुपए), मंडावर (50 रुपए) और गेगल (70 रुपए) शामिल हैं। कुल 550 रुपए देना होता है। अगर सालाना रिचार्ज किया है, तो 105 रुपए (15 ×7) ही देने होंगे। यानी 445 रुपए की सीधी बचत हर एक तरफ के सफर में। जयपुर से जोधपुर अब टोल में कितनी राहत होगी? जयपुर से जोधपुर तक करीब 339 किलोमीटर के इस सफर में अब टोल टैक्स में यात्रियों को बड़ी राहत मिलने जा रही है। इस रूट पर कुल 6 नेशनल हाईवे टोल प्लाजा आते हैं - पिपलाज (70 रुपए), ठिकरिया (95 रुपए), किशनगढ़ (55 रुपए), बिनावास (100 रुपए), बिराटिया कला (85 रुपए) और गेगल टोल प्लाजा (70 रुपए)। पहले इन सभी टोल को पार करने पर यात्रियों को कुल 475 रु देने होते थे। अब केंद्र सरकार की नई वार्षिक टोल पास योजना के तहत एक ट्रिप का खर्च केवल 90 रह गया है। यानी हर यात्रा पर सीधा 385 रु की बचत। जयपुर से कोटा 30 रुपए के टोल में कीजिए सफर जयपुर से कोटा की दूरी करीब 247 किलोमीटर है। इस रूट पर दो टोल प्लाजा आते हैं- बरखेड़ा चंदलाई (₹125) और सोनवा (₹105)। यानि कुल ₹230 का टोल देना होता है। अब सालाना पैकेज में यह सफर केवल ₹30 में किया जा सकता है। जयपुर से बीकानेर 375 नहीं, अब केवल ₹75 टोल जयपुर से बीकानेर का सफर करीब 337 किलोमीटर है। इस रूट पर कुल 5 टोल प्लाजा हैं- टाटीयावास (₹80), अखेपुरा (₹75), रसीदपुर (₹85), टीडीयासर (₹70), लखसर (₹65)। कुल मिलाकर टोल ₹375 देना होता था, लेकिन नए नियमों के तहत यह राशि घटकर सिर्फ ₹75 हो जाएगी। अब कुछ जरूरी सवाल और उनके जवाब जानते हैं... सवाल : सालाना रिचार्ज योजना कैसे काम करती है? जवाब : 'Rajmarg Yatra' ऐप के माध्यम से FASTag यूजर अपने वाहन के लिए एक सालाना रिचार्ज प्लान खरीद सकते हैं। एक बार रिचार्ज कराने पर देशभर में नेशनल हाईवे पर टोल ₹15 से ₹45 के बीच ही लगेगा। यूजर को वास्तविक टोल राशि नहीं चुकानी पड़ेगी। सवाल : एक ट्रिप किसे माना जाता है? जवाब : फोर पॉइंट आधारित टोल प्लाजा : हर बार टोल प्लाजा को पार करना एक ट्रिप माना जाएगा। यानी अगर आप आने-जाने का सफर करते हैं तो दो ट्रिप मानी जाएगी। क्लोज्ड टोलिंग सिस्टम : यह सिस्टम एक्सप्रेस-वे पर बने होते हैं। जहां एक बार वाहन प्रवेश करने पर निकासी के दौरान ही टोल कटता है। कितने एंट्री या एग्जिट आपके सफर में आते हैं, उसके आधार पर ही इसमें ट्रिप का निर्धारण होगा, इसके स्पष्ट जानकारी गाइडलाइन जारी होने के बाद ही मिलेगी। सवाल : Rajmarg Yatra ऐप से और कौन सी सुविधाएं मिलती हैं? जवाब : टोल प्लाजा की लाइव स्थिति देख सकते हैं। यात्रा का रूट प्लान तैयार किया जा सकता है। पेट्रोल पंप, टॉयलेट, रेस्ट एरिया की जानकारी भी इस ऐप पर उपलब्ध है। ऐप के जरिए शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं। इस ऐप के जरिए आपातकालीन हेल्प सेवा भी मिलती है। सवाल : अगर कोई नियमित यात्री नहीं है, तो क्या फायदा? जवाब : अगर आप महीने में 3 बार से ज्यादा किसी हाईवे का इस्तेमाल करते हैं तब भी यह योजना फायदेमंद है। एक बार की यात्रा में लगभग ₹300 की बचत संभव है। सवाल : एनुअल रिचार्ज कहां से और कैसे करें? जवाब : RajmargYatra ऐप में भी इस रिचार्ज की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा NHAI की वेबसाइट पर जाकर या फिर PayTM, PhonePe, Google Pay जैसे प्लेटफॉर्म पर भी जल्द ही यह पैक उपलब्ध होगा। सवाल : क्या ये सुविधा राजस्थान के स्टेट हाईवे टोल पर भी लागू होगी? जवाब : अभी यह स्कीम मुख्य रूप से नेशनल हाईवे के टोल प्लाजा पर लागू की गई है। राज्य सरकार की सहमति के बाद स्टेट टोल पर भी इसे लागू किए जाने की संभावना है। सवाल : क्या अपना एनुअल पास किसी दूसरे वाहन में ट्रांसफर किया जा सकता है? जवाब : नहीं। एनुअल पास ट्रांसफर नहीं किया जा सकता। यह केवल उसी वाहन पर मान्य है, जिस पर फास्टैग चिपका और रजिस्टर्ड किया गया है। अगर इसे किसी और वाहन में इस्तेमाल किया गया तो पास को तुरंत निष्क्रिय कर दिया जाएगा। फास्टैग क्या है? फास्टैग एक इलेक्ट्रॉनिक स्टिकर है। इसमें रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (RFID) चिप लगी होती है। इसे गाड़ी के विंडस्क्रीन पर चिपकाया जाता है। यह ड्राइवर के बैंक खाते या फास्टैग वॉलेट से अटैच्ड होता है। फास्टैग की मदद से टोल प्लाजा पर बिना रुके टोल शुल्क का भुगतान किया जाता है। इससे समय और ईंधन (फ्यूल) की बचत होती है। ----- हाईवे की यह खबर भी पढ़िए 3 घंटे में जयपुर से दिल्ली का दावा कितना सच?:एक्सप्रेस-वे पर रिपोर्टर ने 120 की स्पीड से दौड़ाई कार, बाइकर्स और कुत्ते-बकरियां परेशानी भास्कर ने 3 जुलाई को एक्सप्रेस-वे को लेकर किए जा रहे दावों का रियलिटी चेक किया। कई लोकल बाइकर्स लगातार रॉन्ग साइड से न सिर्फ इस एक्सप्रेस-वे से आ रहे थे बल्कि बेझिझक स्पीड से एक्सप्रेस-वे पर जा भी रहे थे। (पढ़िए पूरी खबर...)