मरम्मत के लिए 77 स्कूलों के प्रस्ताव भेजे, नहीं मिला बजट, पिछले साल के 15 स्कूलों को ही मिली राहत

भास्कर न्यूज | राजसमंद जिले में मानसून पूरी तरह सक्रिय हो चुका है। कई जगहों पर तेज बारिश का दौर जारी है, जिससे आमजन को राहत तो मिली है, लेकिन सरकारी स्कूलों की जर्जर हालत ने एक बार फिर शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी है। जिले की कई स्कूलों की छतें बारिश के साथ टपकने लगी हैं। ऐसे में विद्यार्थियों की पढ़ाई पर असर पड़ना तय है। शिक्षा विभाग की ओर से पिछले साल चयनित 15 स्कूलों में मरम्मत कार्य की शुरुआत कर दी गई है, लेकिन हालात इतने गंभीर हैं कि इससे बहुत राहत नहीं मिलेगी। इस वर्ष जिले के सभी 8 ब्लॉकों के कुल 77 स्कूलों के लिए लगभग 13 करोड़ रुपए के मरम्मत प्रस्ताव तैयार कर राजस्थान स्कूल शिक्षा परिषद, जयपुर को भेजे गए हैं। परंतु अभी तक बजट जारी नहीं हो सका है। गौर करने वाली बात यह है कि एक जुलाई से स्कूल खुलने वाले हैं, लेकिन बारिश के मौसम को देखते हुए स्कूलों में मरम्मत कार्य समय पर शुरू नहीं हो सकेगा। इससे विद्यार्थियों और शिक्षकों दोनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। जिले के कई सरकारी स्कूलों की हालत जर्जर हो चुकी है। खासकर बारिश के मौसम में छत टपकने की समस्या सबसे गंभीर रूप में सामने आ रही है। टपकती छतों के कारण कक्षा में पढ़ाई कर रहे बच्चों को हर वक्त भीगने का डर बना रहता है। इसके अलावा दीवारों में सीलन, फर्श में गहरी दरारें, और उन दरारों में छोटे जहरीले जीवों के बिल बन जाने जैसी स्थितियां बच्चों की सुरक्षा को खतरे में डाल रही हैं। कई बार बच्चों को इन जीवों के काटने का भय सताता है। स्कूल की खिड़कियां, दरवाज़े, शौचालय और छत की मरम्मत न होने से विद्यार्थियों का शिक्षण माहौल प्रभावित हो रहा है। ^जिले के 15 स्कूलों में मरम्मत कार्य मई माह में ही शुरू कर दिया गया है, जो पूरा होने आया है। वहीं इस साल के 77 स्कूलों के प्रस्ताव जयपुर विभाग के पास भेज रखे हैं। जहां से स्वीकृति मिलते ही जल्द ही मरम्मत का कार्य शुरू करवाया जाएगा। -घनश्यामलाल गौड़, एडीपीसी राजसमंद {तैयारी अधूरी, मानसून शुरू: शिक्षा विभाग की ओर से इस बार समय पर स्कूलों की सूची भेज दी गई। लेकिन जयपुर राजस्थान शिक्षा परिषद से समय पर बजट जारी नहीं किया गया। शिक्षा विभाग ने मानसून से पहले मरम्मत कार्य करवाने की योजना बनाई थी। प्रत्येक ब्लॉक वाइज स्कूलों की सूची तैयार करके भेजी थी। लेकिन बजट जारी नहीं किया गया। जबकि गत साल के 11 स्कूलों का बजट भी इस साल मिला है। जिले के इन 11 स्कूलों का काम मई माह में शुरू कर दिया, जिससे इस स्कूल खुलने से पहले काम पूरा होने की उम्मीद है।