बीकानेर में प्रेमिका का गला दबाकर मर्डर किया:सोशल मीडिया पर चैटिंग का था शक, गड़रिये का भेष धारण कर पुलिस ने पकड़ा

बीकानेर में प्रेमिका का गला दबाकर मर्डर किया:सोशल मीडिया पर चैटिंग का था शक, गड़रिये का भेष धारण कर पुलिस ने पकड़ा
दो साल पहले सोशल मीडिया पर एक युवक-युवती की दोस्ती प्यार में बदल गई। युवती घर छोड़कर युवक के पास आ गई और दोनों साथ रहने लगे। रिश्ते में दरार तब आई जब युवती सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने लगी। युवक को शक हुआ कि वह किसी और से बात करती है। वह न केवल उसे सोशल मीडिया से दूर रखता, बल्कि परिवार से बात करने की भी इजाजत नहीं देता था। इस दौरान युवती के साथ मारपीट भी करता था। 25 मई को इसी बात पर हुए विवाद में युवक ने गुस्से में आकर युवती की गला दबाकर हत्या कर दी। आरोपी रेत के धोरों की ऊंचाई पर छिप गया। पुलिस ने 31 मई को गड़रिये का भेष धारण कर उसे गिरफ्तार किया। मामला बीकानेर के जामसर का है। सोशल मीडिया से शुरू हुई प्रेम कहानी जामसर थानाधिकारी रवि कुमार मीणा ने बताया कि बिहार की रहने वाली युवती और नूरसर गांव के युवक की दोस्ती दो साल पहले सोशल मीडिया पर हुई। दोस्ती इतनी गहरी हुई कि युवती बिहार से भागकर युवक के पास आ गई। दोनों पिछले दो वर्षों से परिवार की जानकारी में साथ रह रहे थे। सोशल मीडिया बना मौत की वजह जांच में सामने आया कि शुरुआत में सब कुछ ठीक चल रहा था। युवक खेती-किसानी में परिवार की मदद करता था। परेशानी तब शुरू हुई जब युवती सोशल मीडिया पर सक्रिय रहने लगी। युवक को शक था कि वह किसी और से बात करती है। कई बार मना करने के बावजूद युवती सोशल मीडिया का उपयोग करती रही। मुंह में कपड़ा भी ठूंस दिया 25 मई को दोनों के बीच इसी बात को लेकर विवाद इतना बढ़ा कि युवक ने गुस्से में आकर युवती का गला दबा दिया। मौत सुनिश्चित करने के लिए उसने तब तक गला दबाए रखा जब तक युवती ने दम नहीं तोड़ दिया। बाद में मुंह में कपड़ा भी ठूंस दिया। मृतका के साथ होता था दुर्व्यवहार जांच में खुलासा हुआ कि युवक न केवल युवती को सोशल मीडिया से दूर रखता था, बल्कि उसे परिवार से बात करने की भी इजाजत नहीं थी। सोशल मीडिया या परिवार से संपर्क के प्रयास पर उसके साथ मारपीट की जाती थी। आरोपी की गिरफ्तारी हत्या के बाद 20 वर्षीय आरोपी रेत के धोरों की ऊंचाई पर छिप गया। वहां से वह पुलिस की गतिविधियों पर नजर रखता और छिपता रहा। पांच दिन तक फरार रहने के बाद पुलिस ने 31 मई को गड़रिये का भेष धारण कर उसे गिरफ्तार किया। एक जून को पुलिस ने मामले का खुलासा किया। मौत के बाद भी परिजन शामिल नहीं हुए अंतिम संस्कार में कशिश के घर वालों ने बेटी के भागकर विवाह करने के मामले में मौत के बाद भी नाराजगी जताई। उन्होंने शव लेने या अंतिम संस्कार में शामिल होने से ही इंकार कर दिया। ऐसे में मृतका के शव का अंतिम संस्कार भी जिला कलेक्टर की अनुमति से समाजसेवी आदर्श शर्मा ने करवाया।