सीकर में मिलावटखोरों पर स्वास्थ्य विभाग की सख्ती:बेसन के लड्डू-घी व मिठाइयों के 20 सैंपल फेल, कोर्ट में होगा परिवाद दर्ज

शुद्ध आहार, मिलावट पर वार! चिकित्सा विभाग ने सीकर में खाद्य मिलावट के खिलाफ अभियान छेड़ रखा है। जनवरी से 18 जून तक जिले में 413 खाद्य सैंपलों की जांच की गई। जिसमें 20 सैंपल फेल हुए और असुरक्षित पाए गए। अब इन मिलावटखोरों पर कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अशोक महरिया ने बताया- लक्ष्मणगढ़ के रामदेवजी माली पेड़े वाले का बेसन लड्डू खराब निकला। वहीं, खाटूश्यामजी के सचिन किराना स्टोर का घी, रसीदपुरा के फ्रूट कॉर्नर का धनिया पाउडर, सीकर के धोद चौराहे की ओम शिव भवानी फैक्ट्री और कंवरपुरा चौराहे की शिव गंगा आइस फैक्ट्री का इडिबल आइस, पिपराली रोड के श्री वीर तेजा फूड प्रोडक्शन का घी अमानक पाया गया। वहीं, सबलपुरा के गोल्डन चिल्लिंग सेंटर का मिक्स मिल्क, परफेक्ट फूड प्रोडक्ट का देशी घी, पांच भाई डेयरी का दही, खाटूश्यामजी के राधा रमण प्रसाद भंडार और श्री ओम मिष्ठान भंडार का गोंद का लड्डू, नानी के करणी बीकानेर रसगुल्ला का घी, नाथावतपुरा के बालाजी मावा भंडार और सैनी मावा भंडार का मावा, पनीर, मीठा मावा, खाटूश्यामजी के शेखावाटी भोजनालय का दही-पनीर और पाटोदा के महादेव स्वीट का मावा-पनीर भी जांच में फेल हो गया। चिकित्सा विभाग ने इन सभी के खिलाफ न्यायालय में परिवाद पेश करने को कहा है। डॉ. महरिया ने कहा- लोगों को शुद्ध और सुरक्षित खाद्य सामग्री मिले, यह हमारी प्राथमिकता है। मिलावटखोरों को बख्शा नहीं जाएगा।