एयरपोर्ट से भी ज्यादा लग्जरी होगा जयपुर रेलवे स्टेशन, VIDEO:बिना टिकट लिए भी जा सकेंगे, जाम नहीं लगेगा; एंट्री भी हाईटेक बनाई गई

जयपुर का रेलवे स्टेशन एयरपोर्ट से भी लग्जरी बनने जा रहा है। इसके दोनों साइड (फ्रंट साइड और हसनपुरा साइड) को हर सुविधा से लैस किया जा रहा है। दोनों जगह हाईटेक सिक्योरिटी एंट्री, वेटिंग एरिया, लिफ्ट की सुविधा होगी। इसके साथ रेलवे स्टेशन पर लगने वाले जाम से भी राहत मिलेगी। कुल 3 हजार वाहनों के पार्किंग की सुविधा होगी। स्टेशन पर CCTV, वाईफाई, पब्लिक अनाउंसमेंट सिस्टम, वीडियो वॉल और इंटीग्रेटेड पैसेंजर इंफॉर्मेशन सिस्टम (IPIS) जैसी मॉडर्न व्यवस्थाएं होंगी। स्टेशन पर बिना टिकट वाले लोग भी रूफ प्लाजा तक जा सकेंगे, जिससे पब्लिक मूवमेंट और कनेक्टिविटी दोनों आसान होगी।अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत जयपुर स्टेशन का 717 करोड़ रुपए की लागत से रि-डेवलपमेंट किया जा रहा है। पूरे स्टेशन पर रोजाना डेढ़ लाख लोग मूवमेंट कर सकेंगे पूरे स्टेशन को इस तरह डिजाइन किया गया है कि रोजाना डेढ़ लाख से ज्यादा यात्री मूवमेंट कर सकें। यह स्टेशन मेट्रो से भी कनेक्ट रहेगा। यहां तक आने के लिए कवर पाथवे की भी व्यवस्था रहेगी। स्टेशन के दोनों साइड की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एडवांस फायर सेफ्टी सिस्टम लगाया गया है। जगह-जगह पर सेंसर लगाए गए हैं। जो स्मोक या तापमान बढ़ते ही एक्टिव हो जाएंगे। अपने आप स्प्रिंकलर सिस्टम से आग बुझा देंगे। स्टेशन पर कुल 400 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जा रहे हैं। हसनपुरा साइड का काम 90% पूरा हो चुका उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शशि किरण ने बताया- जयपुर स्टेशन की सेकेंड एंट्री (हसनपुरा साइड) का काम 90% पूरा हो चुका है। इसे जुलाई के अंतिम सप्ताह या अगस्त के पहले सप्ताह में शुरू किया जा सकता है। इसके बाद मुख्य रेलवे स्टेशन फ्रंट साइड के काम को तेज किया जाएगा। इसके साथ ही पूरे स्टेशन पर मॉडर्न सुविधाओं के साथ एक नया कॉनकोर्स बनाया जा रहा है। इसमें गेमिंग जोन, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, फूड जोन जैसी सुविधा दी जाएंगी। स्टेशन परिसर को पूरी तरह वर्ल्ड क्लास सुविधाओं से युक्त बनाया जा रहा है। नया स्टेशन रोजाना 1.5 लाख से ज्यादा पैसेंजर को बेहतर सुविधाएं देने के लिए तैयार किया जा रहा है। शशि किरण ने बताया- स्टेशन की मुख्य बिल्डिंग 95 मीटर बाय 108 मीटर की रूफ प्लाजा के साथ होगी। इससे दोनों ओर के शहर के हिस्सों को कनेक्ट किया जाएगा। यहां आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग लॉबी, हेल्प डेस्क, मेटल डिटेक्टर, बैगेज स्कैनर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, बेबी फीडिंग रूम, शॉपिंग एरिया, मॉड्यूलर टॉयलेट्स, ग्रीन बिल्डिंग रेटिंग के तहत सोलर एनर्जी का उपयोग जैसी सुविधाएं मिलेंगी। मेट्रो स्टेशन के लिए कवर पाथवे बनाया जा रहा शशि किरण ने बताया- मुख्य स्टेशन बिल्डिंग को पिंक सिटी की विरासत से मेल खाते आर्किटेक्चरल एलिमेंट्स के साथ तैयार किया जा रहा है। नई बिल्डिंग में आने और जाने वाले पैसेंजर्स के लिए अलग-अलग एंट्री-एग्जिट व्यवस्था होगी। जयपुर स्टेशन को मल्टी-मॉडल ट्रांसपोर्ट से भी जोड़ा जा रहा है। स्टेशन के पास मेट्रो स्टेशन के लिए कवर पाथवे बनाया जा रहा है। इससे मेट्रो और रोड ट्रांसपोर्ट से आने-जाने वाले पैसेंजर्स को सुविधा मिलेगी। स्टेशन को ग्रीन बिल्डिंग मानकों के अनुरूप Platinum रेटिंग के लिए तैयार किया जा रहा है। यहां 2050 KW के सोलर प्लांट का भी प्रावधान होगा, जो कुल लोड का 60% कवर करेगा। हसनपुरा साइड वाली एंट्री शुरू होने के बाद फ्रंट एंट्री का काम तेज होगा अब मानसरोवर, सिविल लाइंस, अजमेर रोड, प्रतापनगर, सांगानेर की ओर से आने वाले लोग जयपुर क्लब होते हुए सीधे सेकेंड एंट्री (हसनपुरा की तरफ) से स्टेशन पहुंच सकेंगे। यह रोड डीआरएम हाउस की तरफ से लोको कॉलोनी होकर स्टेशन के नए एरिया तक आएगी। यहां दो रैंप से अंडरग्राउंड पार्किंग में सीधे एंट्री मिलेगी। वहीं, एग्जिट की व्यवस्था हसनपुरा पुलिया की तरफ रहेगी। सेकेंड एंट्री (हसनपुरा की तरफ) को शुरू करने के बाद मुख्य एंट्री (फ्रंट साइड) पर काम की रफ्तार बढ़ाई जाएगी। स्टेशन के दोनों छोर को जोड़ने वाला वाइड कॉनकोर्स और रूफ प्लाजा भी आने वाले महीनों में शुरू हो जाएगा। स्टेशन की दोनों तरफ (फ्रंट साइड और हसनपुरा की तरफ) तैयार किया गया नया एंट्री-एग्जिट का रस्ता (सर्कुलेटिंग एरिया) सैंड स्टोन से तैयार किया जा रहा है। यहां कवर वॉकवे होगा, जो हर एंट्री-एग्जिट प्वाइंट को कनेक्ट करेगा। हसनपुरा साइड में ऐसे रहेगी एंट्री मानसरोवर, सिविल लाइंस अजमेर रोड से जयपुर क्लब रोड होते हुए पंडितजी के चौराहे से सीधे स्टेशन के सर्कुलेटिंग एरिया (एंट्री-एग्जिट) में एंटर कर सकेंगे। पंडित जी के चौराहे से सर्कुलेटिंग एरिया के बराबर में एक सीधी सड़क लोको कॉलोनी की ओर जा रही है। वहीं, सर्कुलेटिंग एरिया में एंट्री करते से ही रैंप 1 और रैंप 3 के जरिए अंडरग्राउंड पार्किंग में एंटर कर जाएंगे। यहां से निकलकर कवर्ड पाथ वे से होते हुए स्टेशन की एंट्रेंस वाली बिल्डिंग में पहुंच जाएंगे। यहां सामने की ओर क्लॉक रूम सुविधा के साथ मल्टी टिकट काउंटर्स बनाए गए हैं। यहां से पैसेंजर टिकट लेकर बैगेज स्कैनर प्वाइंट पर पहुंचेगा। यह एक मात्र सेकेंड एंट्री का पॉइंट होगा जहां से पैसेंजर्स प्लेटफॉर्म की ओर रवाना होंगे। बैगेज स्कैनर प्वाइंट के बाद यहां से सेकेंड फ्लोर पर जाया जा सकेगा। एयरपोर्ट जैसा लाउंज बनाया गया सीढ़ियों के सामने ही लिफ्ट की भी सुविधा दी गई है। सेकेंड फ्लोर पर एयरपोर्ट जैसी लाउंज सुविधा दी गई है। यहां पैसेंजर्स वेट भी कर सकते है। इसके बाद यहां से कनेक्ट करती हुई डबल डेकर फुट ओवर ब्रिज है। सिक्योरिटी चेक के बाद यात्री सीधे डबल डेकर फुट ओवर ब्रिज से होकर प्लेटफॉर्म की ओर जा सकेंगे। फुट ओवर ब्रिज वाशिंग एरिया को क्रॉस करते हुए बनाई गई है। यहां से प्लेटफॉर्म नंबर 5 से 1 की ओर जा सकेंगे। डबल डेकर ब्रिज से कनेक्ट करते हुए एक ओर ब्रिज बनाया जा रहा है। यह ब्रिज प्लेटफॉर्म के पैरेलल रहेगा। इससे तीन अलग-अलग पॉइंट पर प्लेटफॉर्म पर जाने वाले फूट ओवर ब्रिज कनेक्ट करेंगे। दूसरे और तीसरे नंबर के ब्रिज की सहायता से पैसेंजर्स 6 और 7 नंबर प्लेटफार्म की ओर जा सकेंगे। एग्जिट पॉइंट भी सेपरेट रहेगा स्टेशन परिसर से बाहर निकलने के लिए पैसेंजर्स को फूट ओवर ब्रिज के जरिए डबल डेकर एफओबी पर आना होगा। यहां से वे फर्स्ट फ्लोर पर पहुचेंगे। जहां से सीढ़ी, एस्कलेटर या लिफ्ट से सर्कुलेटिंग एरिया की ओर निकल सकेंगे। यहां से बस सर्विस या हसनपुरा की ओर से शहर की ओर मूव कर सकेंगे। एग्जिट प्वाइंट एंट्री से बिल्कुल सेपरेट रहेगा। हसनपुरा साइड वाली एंट्री पर बनी दो मंजिला बिल्डिंग में टिकट काउंटर, क्लॉक रूम, बैगेज स्कैनर, सीढ़ी, एस्केलेटर और लिफ्ट के साथ एयरपोर्ट जैसी वेटिंग लाउंज की सुविधा दी गई है। आरपीएफ अधिकारियों के मुताबिक रेलवे स्टेशन पर एक ही एंट्री प्वाइंट के होने से स्टेशन परिसर में चोरी जैसी वारदातों पर लगाम लगेगा। इसका ट्रायल भारत-पाकिस्तान युद्ध के समय ब्लैकआउट के दौरान किया जा चुका है। कुछ ऐसा दिखेगा जयपुर रेलवे स्टेशन का बदला लुक...