जयपुर सहित 15 जिलों में मानसून की एंट्री:बांसवाड़ा में 5 घंटे में 5.5 इंच बारिश, कल से पश्चिम भी भीगेगा

जयपुर सहित 15 जिलों में मानसून की एंट्री:बांसवाड़ा में 5 घंटे में 5.5 इंच बारिश, कल से पश्चिम भी भीगेगा
अरब सागर ब्रांच के एक्टिव होने से मानसून ने दूसरे दिन जयपुर सहित 15 जिलों में एंट्री कर ली। हालांकि इसमें से कुछ जिलों के आधे हिस्सों में ही मानसून का आना बताया जा रहा है। इस बार पूर्वी और दक्षिणी राजस्थान में अच्छी बारिश के संकेत हैं। बांसवाड़ा में 5 घंटे में साढ़े 5 इंच और भीलवाड़ा में साढ़े 4 इंच बारिश हुई। इसके अलावा कोटा, बांसवाड़ा, जालोर, बूंदी, झालावाड़, टोंक, भीलवाड़ा और पाली में तेज बारिश हुई। जयपुर में 4 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है। इधर, मौसम विभाग का कहना है कि दो दिन में पश्चिमी राजस्थान में भी अच्छी बारिश की संभावना है। उम्मीद है कि 5 दिनों में मानसून पूरा प्रदेश कवर कर लेगा। इस मानसून में औसत से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। गौरतलब है कि 7 साल बाद मानसून की एंट्री गुजरात के रास्ते हुई है। ऐसे में राजस्थान में निर्धारित समय से पहले ही मानूसन की एंट्री हुई है। गौरतलब है कि अरब सागर में 17 जून को बने कम दबाव के क्षेत्र का मूवमेंट गुजरात की तरफ हुआ और यहां से ये दक्षिणी पूर्वी राजस्थान में पहुंचा। इसके प्रवेश के बाद आधे प्रदेश में बारिश की गतिविधियां शुरू हो गईं। 11 जिलों में मानसून ने 18 जून व 4 जिलों में 19 जून को प्रवेश किया। -जयपुर फ्रंट पेज भी पढ़ें मप्र में भी तेज बारिश से माही डैम और अन्य नदियों में जलस्तर बढ़ गया है। बांसवाड़ा के दानपुर क्षेत्र में अचानक नदी का जलस्तर बढ़ने से ट्रैक्टर के साथ युवक बह गया। मानसून की 2 ब्रांच का क्या महत्व बंगाल की खाड़ी: अधिकांश बार मानसून का प्रवेश बंगाल की खाड़ी से होता है। अरब सागर में कम दबाव का क्षेत्र बनता है और वह ओडिशा पोस्ट, छत्तीसगढ़, झारखंड व एमपी होते हुए राजस्थान आता है। अरब सागर: अरब सागर में एक्टिव कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद मूवमेंट शुरू होता है। यह मूवमेंट महाराष्ट्र या गुजरात से होते राजस्थान आता है। इससे दक्षिणी और पूर्वी राजस्थान में बारिश होती है।