नशीली दवाइयों के दुरुपयोग, अवैध तस्करी के खिलाफ लोगों को किया जागरूक, रैली निकाली

राजसमंद | नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूकता शिविर आयोजित किए गए। यह आयोजन राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर के एक्शन प्लान के तहत हुआ। जिला प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश राघवेंद्र काछवाल के निर्देश पर यह शिविर जिला कारागृह में लगाया गया। शिविर में असिस्टेंट एलएडीसी ऋतु शर्मा, प्रखर खंडेलवाल और प्रभावसिंह ने बंदियों को नशे से दूर रहने की प्रेरणा दी। उन्होंने बताया कि नशा एक गंभीर बीमारी है। यह युवाओं को तेजी से अपनी चपेट में ले रहा है शराब, सिगरेट, तंबाकू और ड्रग्स जैसे जहरीले पदार्थों का सेवन युवाओं को शारीरिक और मानसिक रूप से कमजोर बना रहा है। नशा करने वाला व्यक्ति समाज और परिवार से कट जाता है। मादक पदार्थों की लत व्यक्ति को अपराध की ओर भी ले जाती है। इसी कारण आपराधिक घटनाएं बढ़ रही हैं। इसी क्रम में जिला परिषद में भी एक कार्यक्रम हुआ। इसमें असिस्टेंट एलएडीसी प्रखर खंडेलवाल ने नशे के दुष्परिणामों पर जानकारी दी। जिला मुख्यालय के साथ तालुका मुख्यालयों पर भी विधिक जागरूकता शिविर लगाए गए। इन शिविरों में लोगों को नशे से होने वाले नुकसान और इससे बचाव के उपाय बताए गए। देवगढ़ | राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, जयपुर और जिला प्राधिकरण सचिव भारत भूषण पाठक के निर्देश पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी निषेध दिवस पर देवगढ़ न्यायालय परिसर में विधिक साक्षरता शिविर लगाया गया। प्रो बोनो अधिवक्ता नारायण लाल सालवी और वरिष्ठ सहायक मयंक राजपूत ने शिविर में नाल्सा की योजना 2015 के तहत नशा पीड़ितों को मिलने वाली विधिक सेवाओं की जानकारी दी। शिविर में बताया कि किशोरों, नवयुवकों और बच्चों में नशे की लत और तस्करी तेजी से बढ़ रही है। यह स्थिति देश के स्वास्थ्य और अर्थव्यवस्था के लिए गंभीर खतरा बन चुकी है। नशे की शुरुआत अब 9 से 10 वर्ष की उम्र में हो रही है। यह समाज और राज्य दोनों के लिए चिंता का विषय है। रोकथाम अब सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए। शिविर में योजना से जुड़े पंपलेट्स बांटे गए। जानकारी दी गई कि किस तरह से पीड़ित कानूनी मदद ले सकते हैं। इसी क्रम में अधिकार मित्र विजयलक्ष्मी ने नरेगा स्थल अम्बा माता और गुप्ता हॉस्पिटल देवगढ़ में भी जागरूकता शिविर लगाए। वहां भी पंपलेट्स बांटकर लोगों को जानकारी दी गई। नाथद्वारा | जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष एवं जिला एवं सेशन न्यायाधीश राघवेन्द्र काछवाल और एडीजे प्रवीण कुमार मिश्रा के निर्देश पर नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय दिवस पर जागरूकता शिविर लगाए गए। पैरालीगल वॉलेंटियर भेरूलाल परमार और होमगार्ड जानकी शर्मा ने उकरिया, नई जगह, ढ़ाणिया, ग्राम पंचायत सालोर, लालबाग और बस स्टैंड पर शिविर आयोजित किए। शिविरों में युवाओं और आमजन को नशे के दुष्परिणाम और कानूनी प्रावधानों की जानकारी दी गई। परमार ने भारतीय दंड संहिता और एनडीपीएस एक्ट के तहत नशे से जुड़े अपराधों, उनके दंड और कानूनी प्रक्रिया की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि नशा व्यक्ति के स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाता है। समाज में अपराध, हिंसा और बेरोजगारी को बढ़ाता है। शिविरों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग से होने वाली स्वास्थ्य समस्याएं, सामाजिक अलगाव, मानसिक तनाव और अपराध के बारे में बताया गया। साथ ही अवैध तस्करी रोकने के उपायों पर भी जानकारी दी गई। लोगों को नशे से दूर रहने और समाज को सुरक्षित रखने का संदेश दिया गया।