सीए फाइनल में जयपुर के हर्ष गर्ग की 7वीं रैंक:अक्ष गर्ग की 14वीं और श्रुति अग्रवाल की 32वीं रैंक; अजमेर की आकांक्षा भी टॉप-50 में

इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) ने चार्टर्ड अकाउंटेंट (CA) फाइनल, इंटरमीडिएट और फाउंडेशन परीक्षा मई 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है। सीए फाइनल में जयपुर के जौहरी बाजार में रहने वाले हर्ष गर्ग ने ऑल इंडिया 7वीं रैंक हासिल की है। सीए फाइनल में हर्ष के अलावा जयपुर के अक्ष गर्ग की 14वीं रैंक आई है। वहीं, जयपुर की श्रुति अग्रवाल की 32वीं और किशनगढ़ (अजमेर) की रहने वाली आकांक्षा माहेश्वरी की 47वीं रैंक बनी है। पूरे देश में कुल 14 हजार 247 स्टूडेंट्स सीए बने। हर्ष के पिता सिविल कॉन्ट्रैक्टर और माता टीचर हैं
हर्ष गर्ग के पिता कमल गर्ग सिविल कॉन्ट्रैक्टर हैं। मां मीना गर्ग प्राइवेट टीचर हैं। हर्ष की इस सफलता पर उनके परिवार में खुशी का माहौल है। सीए की तैयारी करवाने वाली संस्थान विद्यासागर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर आर सी शर्मा ने बताया- हर्ष शुरू से ही मेहनती स्टूडेंट रहा है। क्लास में रेगुलर अटेंडेंस, टाइम मैनेजमेंट और टेस्ट सीरीज में उसकी परफॉर्मेंस लगातार बेहतर रही। आर सी शर्मा ने ओवरऑल रिजल्ट के बारे में बताया- सीए फाउंडेशन का रिजल्ट परसेंटेज इस बार कुछ कम रहा है। पिछले साल सीए फाउंडेशन का पासिंग परसेंटेज 30 प्रतिशत के आसपास था। लेकिन, 12वीं की परीक्षा के तुरंत बाद इसके एग्जाम होने के कारण इसकी तैयारी के लिए शायद स्टूडेंट्स को कम समय मिला। वहीं, सीए फाइनल के रिजल्ट की बात की जाए तो उम्मीद से बेहतर परिणाम आए हैं। इस बार का पेपर थोड़ा कठिन था। उस मुताबिक रिजल्ट प्रतिशत बेहतर रहा है। पढ़ाई नहीं कर पाने के कारण डिमोटिवेट होने लगा था
हर्ष ने भास्कर से बातचीत में बताया- सीए इंटरमीडियट क्लियर करने के बाद तीन साल की आर्टिकलशिप करनी होती है। इस दौरान बहुत सारे स्टूडेंट्स 2 से तीन महीने का गैप दे देते हैं। जैसे ही इंटरमीडिएट का रिजल्ट जारी हुआ था, उसके तुरंत बाद फाइनल की तैयारी करनी शुरू कर दी थी। मैंने सेल्फ स्टडी के लिए सोचा था की 8 से 9 घंटे रोजाना पढ़ाई करूंगा। वह हो नहीं पाया। टैक्सेशन का समय होने के कारण देर रात तक काम करना पड़ता था। इस कारण मैंने जो स्टडी को लेकर प्लान कर रखा था। वह नहीं कर पाया। इससे काफी नर्वस हुआ। मेरे पास 4 से 5 महीने का समय बचा था। मैंने उसमें तैयारी की। मुझे सभी लोग कहते थे कि सीए एग्जाम क्रैक करने के लिए 10 से 12 घंटे की रेगुलर स्टडी करनी पड़ती है, लेकिन यह मेरे से नहीं हो पा रहा था। मैं इस ट्रैप में फंस गया। इससे मैं डिमोटिवेट होने लगा। इसके लिए मैंने मेरे सीनियर और दोस्तों से बात की। मुझे समझ में यह आ गया था कि 10 से 12 घंटे के ट्रैप में नहीं फंसना। मैंने 6 से 7 घंटे की रेगुलर स्टडी की। तैयारी के दौरान मैं अपने दोस्तों से बात किया करता था। इससे मुझे एक बात समझ आई की, तैयार के दौरान कोई आपके पास ऐसा होना चाहिए, जो आपको इसके लिए मोटिवेट कर सके। मेरा मोटिवेशन मेरी फैमिली रही। मैं अपनी मम्मी से चर्चा करता था। मम्मी मुझे हमेशा मोटिवेट करती रहती थी।