चोरों का इन्वेस्टमेंट प्लान:8 माह में नौकर ने चुराए 70 लाख रुपए, गांव में पिता के नाम 1264, मां के नाम 252 वर्ग मी. जमीन खरीदी

चोरों का इन्वेस्टमेंट प्लान:8 माह में नौकर ने चुराए 70 लाख रुपए, गांव में पिता के नाम 1264, मां के नाम 252 वर्ग मी. जमीन खरीदी
बनीपार्क इलाके में एक घर में काम करने वाले नौकर ने 6 माह में अलग-अलग समय पर अलमारी में रखे बैग से करीब 70 लाख रुपए चुरा लिए। वह यहां से पैसे चुराकर गांव भेजता रहा। जहां पर आरोपी नौकर के पिता ने खुद, बेटे और पत्नी के नाम पर अलग-अलग जगह पर जमीनें खरीद ली। पुलिस ने मामले का खुलासा होने के बाद पिता-पुत्र सहित 3 आरोपियों को पकड़ लिया। एक आरोपी अभी तक फरार चल रहा है, जिसे पकड़ने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है। वहीं आरोपियों के कब्जे से चोरी के 12 लाख और जमीनों के दस्तावेज जब्त कर लिए। गिरफ्तार आरोपी नौकर स्वागतम कुमार, पिता सत्येन्द्र दास बिहार के गया व सुनील तुरी झारखंड के गिरिडीह के रहने वाले हैं। ऐसे खुला मामला: फ्लाइट से गांव गया था नौकर पीड़ित मनीष को पैसों की जरूरत पड़ने पर बैग देखा तो उसमें 4 लाख रुपए ही मिले। जबकि बैग में 74 लाख रुपए रखे थे। उन्होंने बनीपार्क थाने में रिपोर्ट दी। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो सामने आया कि घर में काम करने वाले दोनों नौकर करीब 20 दिन पहले गांव जाने की कहकर निकले थे। पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि स्वागतम फ्लाइट से गांव गया था। ऐसे में पुलिस को उसी पर शक हो गया। पुलिस टीम उसके गांव पहुंची और पकड़कर पूछताछ की तो उसने चोरी करना कबूल कर लिया। जब-जब सफाई के लिए कमरा खोला, तब-तब नौकर ने हाथ साफ किया डीसीपी वेस्ट अमित बुढानिया ने बताया कि आरोपी नौकर स्वागतम पिछले 5 साल से बनीपार्क निवासी पीड़ित मनीष चंदवानी के घर काम करता था। स्वागतम के अलावा कुछ समय से सुनील तूरी भी काम कर रहा था। कुछ समय पहले पीड़ित व्यापारी मनीष ने प्रॉपर्टी बेची थी और कुछ व्यापार के पैसे बैग में भरकर अलमारी में रख दिए। व्यापारी की मां ने जब-जब सफाई के लिए कमरा खुलवाया तो नौकर ने बैग से पैसे चुरा लिए। स्वागतम ने गतवर्ष अक्टूबर से 1 मई तक बैग से पैसे निकालकर अपने कमरे में छुपाता रहा। इन 8 माह में आरोपी ने करीब 70 लाख रुपए चुरा लिए। इनमें से स्वागतम ने 2 लाख रुपए दूसरे नौकर सुनील तुरी को चुप रहने के नाम पर दिए। स्वागतम चुराए गए पैसे अलग-अलग तरीके से गांव भेजता रहा। गांव के उसके पिता सत्येन्द्र दास और मामा ने मिलकर बिहार के अलग-अलग जिलों में खुद, बेटे और पत्नी के नाम से तीन जगह पर करीब 56 लाख रुपए की जमीनें खरीद ली। इस संबंध में प्रकरण दर्ज होने के बाद एसएचओ बृजमोहन कविया व एएसआई मोहम्मद रफीक के नेतृत्व में बनी टीमों ने झारखंड व बिहार में अलग-अलग जगह पर दबिश देकर आरोपियों को पकड़ लिया। इस कार्रवाई में कांस्टेबल शंकर नाथ व बलराम की अहम भूमिका रही है। कलेक्टर को पत्र लिखकर नीलामी की कार्रवाई होगी आरोपी स्वागतम के पिता सत्येन्द्र दास ने खुद के गांव खजुरी में 10 कट्ठा (1264 वर्ग मीटर) जमीन खरीदी थी। जिसकी अब मार्केट वैल्यू 25 लाख बताई जा रही है। इसके अलावा बिहार के गया जिले में पत्नी के नाम से मेन रोड पर 2 कट्ठा (252 वर्ग मीटर) जमीन खरीदी थी। जिसकी अब मार्केट वैल्यू 35 लाख रुपए है। इसके अलावा कुछ जमीन बेटे के नाम भी खरीदी है, जिसकी जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने इन जमीनों के दस्तावेज पुलिस ने मुकदमे में जब्त कर लिए। इनके आधार पर वहां जिला कलेक्टर को पत्र लिखकर कुर्क करवा नीलामी की कार्रवाई की जाएगी।