एमजी स्कूल ऑफ टीचर ट्रेनिंग बांसवाड़ा, एमबी महिला टीटी स्कूल डूंगरपुर की मान्यता निरस्त

एमजी स्कूल ऑफ टीचर ट्रेनिंग बांसवाड़ा, एमबी महिला टीटी स्कूल डूंगरपुर की मान्यता निरस्त
डूंगरपुर। नई शिक्षा नीति लागू होने के बाद उच्च शिक्षा में लगातार जवाबदेही और शैक्षणिक गुणवत्ता ठीक करने की दिशा में राष्ट्रीय अध्यापक शिक्षा परिषद एनसीटीई ने बड़ा कदम उठाया हैं। इसी क्रम में 15 मई को आयोजित हुई मीटिंग के दौरान एनसीटीई ने देश के विभिन्न राज्यों के 380 कॉलेजों में संचालित बीएड, डीएलएड, बीएससी बीएड बीए बीएड, एमएड, बीपीएड सहित प्राइमरी शिक्षा प्रशिक्षण कोर्स की मान्यता आगामी सत्र 2025-26 के लिए समाप्त कर दी है। इसमें महात्मा गांधी स्कूल ऑफ टीचर ट्रेनिंग बांसवाड़ा का डीएलएड कोर्स और एमबी महिला टीचर ट्रेनिंग स्कूल डूंगरपुर के बीएड और डीएलएड कोर्स शामिल है। जिसमें बांसवाड़ा के कॉलेज के पास 100 सीट और डूंगरपुर के कॉलेज के पास डीएलएड की 50 सीट और बीएड की 100 सीट की मान्यता है।। यह कॉलेज सत्र 2025-26 में इन कोर्स में प्रवेश नहीं दे सकेंगे। क्या है मामला : एनसीटीई ने वर्ष 2020-21 से देश भर के सभी शिक्षक प्रशिक्षण कोर्स कराने वाले कॉलेजों के लिए परफॉर्मेंस अप्रेजल रिपोर्ट भरना अनिवार्य किया था। जिसके बाद इस मामले को कॉलेज संचालक हाइकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में ले गए। लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने एनसीटीई के पक्ष में फैसला देते हुए सभी कॉलेजों को पार भरने के निर्देश दिए थे। इसके बाद एनसीटीई ने देश भर के सभी शिक्षक प्रशिक्षण कॉलेजों में कमी पूर्ति को लेकर शॉ कोज नोटिस भी जारी किए थे, लेकिन इन कॉलेजों ने इसका जवाब नहीं दिया ना पार रिपोर्ट भरी। इसके बाद कार्यवाही करते हुए एनसीटीई ने इनकी मान्यता आगामी सत्र से समाप्त कर दी है। पार रिपोर्ट सहित शैक्षिक बुनियादी सुविधाओं और प्रशिक्षकों के अभाव वाले कॉलेजों पर यह कार्यवाही हुई है।