उसने धमकी दी जेंडर नहीं बदला तो मार डालूंगा:18 दिन तक बंधक रखा, सर्जरी के बाद खुद को 6 महीने ढीले कपड़ों में छिपाया

उसने मुझे डरा धमका कर जबरदस्ती जेंडर चेंज करवाया। समाज के डर से मैंने कभी किसी को इसके बारे में नहीं बताया। ये कहना है 26 साल के उस युवक का जिसने अपने प्रेमी के दबाव में आकर पिछले साल नवंबर में अपना जेंडर चेंज करवाया है। ये युवक भोपाल का रहने वाला है और उसने जिस युवक के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है वह नर्मदापुरम का रहने वाला है। पीड़ित का कहना है कि पिछले छह महीने से आरोपी उसे बदनाम करने की लगातार धमकियां दे रहा है। पीड़ित युवक ने 1 जुलाई को गांधीनगर थाने में शिकायत दर्ज की है। युवक की शिकायत पर पुलिस ने जीरो पर केस दर्ज किया है। अब इस मामले को संबंधित क्षेत्र नर्मदापुरम भेजा जाएगा, जहां आगे की जांच होगी। भास्कर ने पीड़ित युवक से बात कर समझा कि आखिर दोनों में किस तरह रिलेशन बने और पीड़ित युवक ने जेंडर चेंज क्यों कराया? पढ़िए रिपोर्ट…. जानिए सिलसिलेवार कहानी पीड़ित की जुबानी… हम एक-दूसरे को साल 2021 से जानते हैं। शुभम नर्मदापुरम में मेरी बहन के ससुराल के पास रहता था। जब भी मैं वहां जाना होता, तो उससे मुलाकात हो जाती थी। हम हमेशा से दोस्त थे, लेकिन ये दोस्ती ज्यादा गहरी नहीं थी। शुभम ने आईटीआई किया हुआ है। वह परिवार के लोगों के साथ खेती-किसानी करता था। नर्मदापुरम में उसका परिवार कटनी वालों के नाम से मशहूर है। पीड़ित ने बताया कि 2021 में हम बहुत अच्छे दोस्त बने और लगातार हमारी बात होने लगी। शुभम अक्सर भोपाल आता था। तीन साल बाद 2024 में हमारी दोस्ती और ज्यादा गहरी हुई। हम लोग लगातार मिलने लगे। एक दिन शुभम ने मुझसे जबरदस्ती की और जबरिया रिलेशन बनाने की कोशिश की। पिछले साल से ही शुभम का व्यवहार मेरे लिए बदल गया था। उसने मुझे ब्लैकमेल करना शुरू कर दिया था। शुभम हमेशा अपने पास एक चाकू रखता था और मुझे जान से मारने की धमकी देता था। लगातार मेरे साथ जोर-जबरदस्ती करता था। सबसे डरावनी बात ये थी कि वो वशीकरण जानता था। इस वजह से मैं उससे बहुत डरता था। इसके जरिए वो मुझे अपने काबू में करना चाहता था। शुभम मुझ पर जेंडर चेंज करने का दबाव बनाने लगा। मुझे फोर्स करने लगा कि मैं अपना जेंडर चेंज करवा लूं, वर्ना वो मुझे जान से मार डालेगा। मैं जेंडर चेंज करने के लिए तैयार नहीं था, मुझे समाज के लोगों का डर था। मेरे घर पर भाई-बहन हैं, सभी की शादी होनी है। परिवार की बदनामी से डरता था। उसने मेरा घर जाना बंद करवा दिया था। जेंडर चेंज कराने के लिए शुभम ने 6 लाख दिए
पीड़ित ने बताया कि 1 अक्टूबर से 18 अक्टूबर तक 18 दिनों तक उसने मुझे अपने घर पर बंधक बना कर रखा। जैसे तैसे मैं उसके घर से भाग कर आया और अपने घर आकर रहने लगा। इस सब के बावजूद भी शुभम ने ब्लैकमेल करना नहीं छोड़ा। वह धमकी देता था कि घर आकर परिवार को सबकुछ बता देगा। वह जेंडर चेंज करने के लिए मुझ पर लगातार दबाव बनाने लगा। मैंने शुभम से कहा कि जेंडर चेंज कराने के बाद मैं घर पर क्या बताऊंगा? तो उसने कहा कि घर पर बोल देना कि एक्सीडेंट हुआ है, इसलिए ढीले कपड़े पहनने पड़ रहे हैं। इन सब बातों से डर कर मैंने 18 नवंबर को इंदौर जा कर जेंडर चेंज करवा लिया। मेरे पास जेंडर चेंज कराने के लिए पैसे नहीं थे। पूरे ट्रीटमेंट का खर्च शुभम ने ही उठाया था। इसके लिए उसने करीब 6 लाख रु. दिए। ऑपरेशन कराने के बाद मैं घर में ढीले कपड़े पहन कर घूमता था। करीब 6 महीने तक कहीं बाहर ही नहीं गया। जब भी घरवाले पूछे तो मैं कहता एक्सीडेंट हुआ है। मैं टाइट कपड़े नहीं पहन सकता था। किसी को भी इतने महीने में पता ही नहीं चला कि मेरे साथ क्या हुआ है? मैंने बहुत ध्यान से सभी से ये बात छुपा कर रखी। जब मैंने शुभम के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई, तब मेरे घरवालों को इसके बारे में पता चला। तब से लेकर अभी तक घरवाले सदमे में है। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा है कि एकदम से क्या हो गया है।