इजराइल-हमास सीजफायर पर आज कतर में बातचीत:अपना प्रतिनिधिमंडल भेजेगा इजराइल; हमास भी चर्चा के लिए राजी; कल ट्रम्प से मिलेंगे नेतन्याहू

इजराइल-हमास सीजफायर पर आज कतर में बातचीत:अपना प्रतिनिधिमंडल भेजेगा इजराइल; हमास भी चर्चा के लिए राजी; कल ट्रम्प से मिलेंगे नेतन्याहू
इजराइल गाजा में सीजफायर पर कतर में बातचीत के लिए आज प्रतिनिधि भेजेगा। इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने शनिवार रात इसकी घोषणा की। इजराइल ने बुधवार, 2 जून को गाजा में सीजफायर प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। हमास ने भी शनिवार को कहा कि वो इजराइल के साथ 60 दिन के युद्धविराम प्रस्ताव पर तुरंत बातचीत के लिए तैयार है। यह प्रस्ताव कतर की तरफ से दिया गया था। इजराइल और हमास पहले भी कई बार समझौते के करीब पहुंचे थे, लेकिन आखिरी समय में छोटी-छोटी बातों पर सहमति टूट गई थी। यह बातचीत कल वॉशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के बीच मुलाकात से पहले हो रही है। इससे पहले ट्रम्प ने मंगलवार को अपने ट्रुथ सोशल पोस्ट में हमास को चेतावनी देते हुए कहा था- मुझे उम्मीद है कि हमास इस सौदे को स्वीकार कर लेगा, वरना उनके लिए हालात और खराब हो जाएंगे।सीजफायर प्रस्ताव के मुख्य पॉइंट-- नेतन्याहू जंग खत्म करने को लेकर असमंजस में ट्रम्प के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ इस युद्धविराम की मध्यस्थता कर रहे हैं। हालांकि, इजराइली PM नेतन्याहू जंग खत्म करने को लेकर असमंजस में हैं, क्योंकि उनकी गठबंधन सरकार के दक्षिणपंथी सदस्य इसे स्वीकार करने पर सरकार गिराने की धमकी दे रहे हैं। वहीं, हमास के नए नेता इज्ज अल-दीन अल-हद्दाद ने जंग खत्म करने, गाजा से इजराइली सेना की वापसी, कैदियों की रिहाई और गाजा रि-डेवलप करने की मांग कर रहे हैं। 21 महीने की जंग में 56 हजार फिलिस्तीनियों की मौत हमास-इजराइल के बीच 21 महीने से संघर्ष जारी है। हमास ने 7 अक्टूबर 2023 को इजराइल पर हमला कर दिया था। इजराइली आंकड़ों के अनुसार, इस हमले में 1,200 लोग मारे गए और 251 बंधक बनाए गए थे। हमास ने यह हमला इजराइल के कब्जे, गाजा की नाकेबंदी और हजारों फिलिस्तीनी की रिहाई की मांग के लिए किया था। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 7 अक्टूबर के बाद इजराइल के सैन्य हमले में 56 हजार से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। गाजा में जंग के बीच 5 लाख लोगों पर भुखमरी का संकट पैदा हो गया है। गाजा के हालात पर 12 मई को संयुक्त राष्ट्र ने एक रिपोर्ट पेश की थी। इसके मुताबिक अगर इजराइल पाबंदियां नहीं हटाता है तो गाजा में हर 5 में से 1 व्यक्ति भुखमरी की चपेट में आ सकता था। साथ ही 21 लाख लोगों को अकाल का सामना भी करना पड़ सकता था। ट्रम्प के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले सीजफायर हुआ था इजराइल-हमास के बीच 19 जनवरी को ट्रम्प के शपथ ग्रहण से एक दिन पहले सीजफायर हुआ था। जिसमें तीन फेज में दोनों पक्ष एक-दूसरे के बंधकों को रिहा करने पर सहमत हुए थे। सीजफायर का पहला फेज 1 मार्च को खत्म हो गया। पहले फेज में हमास ने 33 बंधक छोड़े, इनमें 8 शव शामिल थे। वहीं इजराइल ने 2 हजार फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। इजराइल और हमास के बीच सीजफायर के दूसरे फेज पर अभी तक बातचीत शुरू नहीं हो पाई है। 18 मार्च को इजराइल ने सीजफायर तोड़ते हुए गाजा में कई इलाकों पर हमला किया था। इजराइल का दावा था कि उसने हमले की प्लानिंग कर रहे आतंकियों को निशाना बनाया था। वहीं, हमास का कहना था कि नेतन्याहू का फिर से युद्ध शुरू करने का फैसला इजराइली बंधकों के लिए मौत की सजा की तरह है। 4 पाॅइंट में समझिए हमास-इजराइल जंग... ------------------------------------ यह खबर भी पढ़ें... इजराइल को गाजा में सीजफायर का प्रस्ताव मंजूर:हमास के जवाब का इंतजार; ट्रम्प की चेतावनी- समझौता मानों नहीं तो हालात बिगड़ जाएंगे इजराइल ने बुधवार को गाजा में हमास के साथ युद्धविराम प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। यह प्रस्ताव कतर की तरफ से दिया गया था। इसमें अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के विशेष प्रतिनिधि स्टीव विटकॉफ के सीजफायर प्रस्ताव की भी कुछ बातों को शामिल किया गया है। यहां पढ़ें पूरी खबर...