अजमेर में बैंक से 7 लाख रुपए की धोखाधड़ी:फर्जी पैन कार्ड बनवाया, सिबिल रिकॉर्ड अच्छा दिखाया, दस्तावेजों की जांच में खुलासा

अजमेर में एक व्यक्ति ने फर्जी दस्तावेजों के जरिए स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से 7 लाख रुपए का लोन हासिल कर लिया। आरोपी ने फर्जी पैन कार्ड बनाकर अपना सिबिल रिकॉर्ड अच्छा दिखाया। बैंक में जब दस्तावेजों की जांच की गई तो फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। मामले की गंभीरता को देखते हुए बैंक मैनेजर ने क्रिश्चियन गंज थाने में शिकायत दर्ज कराई है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। क्रिश्चियन गंज थाने में केस दर्ज
क्रिश्चियन गंज थाना पुलिस के अनुसार पंचशील नगर स्थित एसबीआई बैंक के मैनेजर अंकुर सिंह पवार ने मुकदमा दर्ज करवाया है। शिकायत में बताया कि जयपुर निवासी पवन कुमार सोनी को उसके वेतन के आधार पर 7 लाख रुपए का व्यक्तिगत लोन दिया गया था। आरोपी पवन कुमार सोनी ने लोन के लिए अपनी वेतन पर्चियां, पैन कार्ड, आधार कार्ड व अन्य सभी आवश्यक दस्तावेज प्रस्तुत किए थे। सभी दस्तावेजों को स्वयं सत्यापित करना आवश्यक था। आरोपी ने बैंक से लोन लेते समय अपना पैन कार्ड प्रस्तुत किया था। बैंक ने पवन कुमार सोनी के लोन आवेदन पत्र पर विचार करते हुए और उसके द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों एवं तथ्यों पर विश्वास करते हुए ऋण स्वीकृत कर लोन राशि उसके बचत खाते में अंतरित कर दी। डॉक्यूमेंट जांच करने पर हुआ खुलासा
बैंक मैनेजर ने बताया कि बैंक द्वारा कई अन्य खातों की जांच करने पर जिनमें लोन स्वीकृति से पहले पैन नंबर बदल गए थे, तो पता चला कि आरोपी पवन कुमार सोनी ने फर्जी दस्तावेज प्रस्तुत कर बैंक से ऋण लिया। इस पर सभी दस्तावेजों की पुनः जांच की गई। जांच में सामने आया कि पवन कुमार सोनी ने बैंक से लोन लेने के लिए फर्जी पैन कार्ड बनवाया। उसकी सिबिल की जांच करने पर पता चला कि वह पहले से ही कई अन्य बैंकों का लोन ले रखा था, जिनका भुगतान सही तरीके से नहीं किया गया। फर्जी पैन कार्ड से लिया लोन, सिबिल को अच्छा दिखाया
बैंक मैनेजर ने बताया कि आरोपी सभी पुराने लोन में डिफॉल्टर रहा। पहले के सभी लोन में उसने अपना पुराना पैन कार्ड नंबर दिया था। अब नया लोन लेने के लिए बैंक से धोखाधड़ी करने की नीयत से दूसरा पैन कार्ड बनवाया। पहले पैन कार्ड की जानकारी छिपाकर नए फर्जी पैन कार्ड से अपनी सिबिल रिपोर्ट अच्छी दिखाई और बैंक से लोन ले लिया। बैंक मैनेजर की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।