70 रिश्ते तय हुए, दहेज प्रथा को खत्म करने का लिया संकल्प

भास्कर खास संस्थान की ओर से पहली बार सामूहिक विवाह सम्मेलन भी करवाया जाएगा। संस्थान के कोषाध्यक्ष राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि अभी तक विवाह योग्य युवक-युवतियों का परिचय सम्मेलन का आयोजन ही करवाया जाता था। अब अगर समाज के युवक-युवती सामूहिक विवाह सम्मेलन में शादी करना चाहते हैं तो संस्थान की ओर से आयोजन करवा दिया जाएगा। 10 जोड़ों के रजिस्ट्रेशन होते ही संस्थान की ओर से सामूहिक विवाह सम्मेलन का कार्यक्रम जारी कर दिया जाएगा। जयपुर | राजस्थान जाट समाज संस्थान की आेर से विद्याधर नगर स्थित संस्थान के प्रांगण में विवाह योग्य युवक-युवतियों के लिए परिचय सम्मेलन का आयोजन करवाया गया। संस्थान के अध्यक्ष चौधरी ताराचंद सींगड ने बताया कि वैवाहिक परिचय सम्मेलन में प्रदेशभर से युवक-युवतियां अपने माता-पिता के साथ शामिल हुई। इस सम्मेलन में 250 युवक-युवतियों ने अपना परिचय दिया, जिसमें डॉक्टर, इंजीनियर, ग्रेजुएशन, पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर चुके युवक-युवतियों ने रजिस्ट्रेशन करवाया। महासचिव जगमाल सिंह व कार्यक्रम संयोजक भागीरथ सिंह ने बताया कि यह 16वां युवक-युवती परिचय सम्मेलन है। इस कार्यक्रम में आपसी विचार विमर्श कर 70 जोड़ों ने शादी के लिए तय हुए। समाज में फैली कुरीतियों जैसे- बाल विवाह, जन्म भोज, दहेज प्रथा आदि को खत्म करने का परिचय सम्मेलन में संकल्प भी समाज के वरिष्ठ व्यक्ति द्वारा दिलवाया। इस दौरान कार्यक्रम में मांगीलाल चौधरी, रिछपाल सिंह बाटड़, मनीष धिंधवा, बीरबल चौधरी, ईश्वर बुरड़क, पीडी सारण, कर्नल पीएस महला, सूबेदार सुखराम, मोतीराम बाजिया, बनवारी लाल कटेवा सहित समाज के वरिष्ठ सदस्य शामिल हुए।