शिक्षा विभाग:कक्षा एक से 6 का सिलेबस बदलेगा, इस साल भी समय पर नहीं मिलेंगी किताबें, अगस्त तक आएंगी

शिक्षा विभाग:कक्षा एक से 6 का सिलेबस बदलेगा, इस साल भी समय पर नहीं मिलेंगी किताबें, अगस्त तक आएंगी
शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 6 तक की पाठ्य पुस्तकों में बदलाव किया है। आरएससीईआरटी ने पाठ्य पुस्तकों की मूल काॅपी (पांडुलिपियां) शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के सामने पेश कर दी हैं। मंत्री कार्यालय से नए सिलेबस की मूल कॉपी को अभी मंजूरी नहीं दी गई है। हालांकि, इसमें बदलाव तय माना जा रहा है। ऐसे में इस बार भी सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से 6 में पढ़ने वाले बच्चों को किताबें जुलाई तक मिलना मुश्किल होगा। ये अगस्त के पहले सप्ताह में मिल पाएंगी। सिलेबस बदलने के कारण किताबों की छपाई में होने वाली देरी इसकी मुख्य वजह रहेगी। उदयपुर में प्रारंभिक कक्षाओं यानी कक्षा एक से 8वीं तक में 2.80 लाख बच्चे हैं और 3162 विद्यालय हैं। पिछले शैक्षिक सत्र में भी पुस्तकों की छपाई में देरी की वजह से अक्टूबर तक पाठ्य पुस्तकें स्कूलों में पहुंची थी, जबकि कई स्कूलों में वर्क बुक आदि सामग्री जनवरी तक मिली थी। वितरण के टेंडर आदि भी देरी की वजह बनेंगे स्कूलों की ओर से भेजे गए मांग पत्र के मुताबिक 4 करोड़ 6 लाख 2 हजार 752 पुस्तकों की छपाई होगी। हालांकि पाठ्य पुस्तक मंडल इससे अधिक ही छपवाएगा। ऐसा इसलिए होगा, क्योंकि स्कूलों में प्रवेशोत्सव 15 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी होने से किताबों की मांग रहेगी। मौजूदा मांग पत्र पिछले सत्र की संख्या के अनुसार भेजा है। उदयपुर में 14 लाख किताबें बांटी जाएंगी। छपाई के बाद बांटने के लिए जयपुर स्तर पर टेंडर होता है। इसके बाद ये संभाग स्तर के डिपो में भेजी जाती हैं। जहां से मांग पत्र के अनुसार जिलों के लिए पुस्तकें अलॉट की जाती हैं और उनका वितरण होता है। आखिर में ब्लॉक में पहुंचेंगी। नए सिलेबस में राष्ट्रीयता, सामाजिक मुद्दे, सौहार्द के विषयों का समावेश आरएससीईआरटी से मिली जानकारी के अनुसार नए सिलेबस में छोटे बच्चों को पढ़ाने के लिए पाठ्यक्रम को मनोरंजक बनाया गया है। इसमें राष्ट्रीयता से जुड़ी कहानियां, कविताएं, कथानक, सामाजिक मुद्दे, आपसी सौहार्द और भावनात्मक विषयों का समावेश किया गया है। ऐसे में माना जा रहा है कि इन सभी के जरिये प्राथमिक कक्षा (कक्षा 1 से 5 तक) और छठी के बच्चों में समझ और सोच को विकसित करने में मदद मिलेगी। दावा-9 से 12वीं तक के बच्चों तक समय पर पहुंचा दी जाएंगी किताबें कक्षा 9 से 12वीं तक के बच्चों के लिए निशुल्क पाठ्य पुस्तकें समय पर मिलने की संभावना है। डिपो मैनेजर कल्पना नागदा ने बताया कि इन कक्षाओं की कुछ पुस्तकें पहुंच चुकी हैं और कुछ आना बाकी हैं। अभी मई माह ही चल रहा है, जबकि पूरा जून का महीना बाकी है। एक जुलाई से स्कूल खुलेंगे। ऐसे में सब जगह समय पर वितरण कर दिया जाएगा। बता दें कि इन कक्षाओं के सिलेबस का चयन सहित अन्य कार्य माध्यमिक शिक्षा बोर्ड करता है। उदयपुर जिले में 14 लाख किताबों की आवश्यकता माध्यमिक शिक्षा विभाग और प्रारंभिक शिक्षा विभाग की स्कूलों की ओर से भेजे गए मांग पत्र के मुताबिक 4 करोड़ 6 लाख 2 हजार 752 पुस्तकों की छपाई होगी, हालांकि पाठ्य पुस्तक मंडल इससे अधिक ही पुस्तकों की छपाई करेगा। क्योंकि प्रवेशोत्सव कार्य 15 जुलाई तक चलेगा। इस दौरान कई बच्चों की संख्या में बढ़ोतरी की जाएगी। मांग पत्र पिछले सत्र की संख्या के अनुसार भेजा जाता है। उदयपुर में करीब 14 लाख बुक्स बांटी जाएगी। प्रदेश में 4 करोड़ चाहिए पूरे प्रदेश में 4 करोड़ से अधिक किताबों का वितरण होगा। नागदा ने बताया कि सभी कक्षाओं की किताबें एक साथ नहीं आती हैं। जैसे-जैसे छपाई होती हैं, उस हिसाब से वितरण के लिए भेजी जाती हैं।