भारी न पड़ जाए ये लापरवाही:देश में कोरोना के निकलने लगे मरीज, सवाई माधोपुर में मिला पॉजिटिव, फिर भी जिले में सैंपल लेने तक की व्यवस्था नहीं

भारी न पड़ जाए ये लापरवाही:देश में कोरोना के निकलने लगे मरीज, सवाई माधोपुर में मिला पॉजिटिव, फिर भी जिले में सैंपल लेने तक की व्यवस्था नहीं
देश व प्रदेश में कोरोना के पॉजिटिव मरीज निकलने लगे हैं, हालांकि ये इस बार खतरनाक नहीं है और फिर भी सावधानी जरूरी है। प्रदेश में गुरुवार को 15 नए मरीज और अबतक इस वर्ष में 54 मरीज सामने आए हैं तथा एक जने की मृत्यु हो चुकी है। खास बात ये है कि भरतपुर संभाग में सवाईमाधोपुर जिले में भी मंगलवार को एक जना कोरोना पॉजिटिव मरीज निकल चुका है, लेकिन भरतपुर जिले में कहीं भी न सैंपल लेने की और न ही जांच की व्यवस्था है। ऐसे में यदि यहां भी कोई मरीज कोरोना के संक्रमण से पीड़ित है और वह बिना जांच के आमजन के बीच घूम रहा होगा तो अन्य लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जिलेभर में आरबीएम अस्पताल से लेकर सीएचसी व पीएचसी आदि अस्पतालों में सैंपल लेने की कोई व्यवस्था नहीं की है और एसजेपी मेडिकल कॉलेज में कोरोना जांच के सैंपल की जांच की आरटी-पीसीआर लैब तक बंद है। लोग कोरोना के लक्षणों से पीड़ित होने के बाद चाह कर भी जांच के लिए सैंपल तक नहीं दे पा रहे हैं। असल में देशभर में कोरोना के केस सामने आने के बाद चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मंगलवार को बैठक लेकर निर्देश दिए हैं कि चिकित्सा संस्थानों में जांच, दवा एवं उपचार के लिए आवश्यक इंतजाम रखे जाएं। सरकार के ऑक्सीजन प्लांट्स की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की प्रमुख शासन सचिव गायत्री राठौड़ ने प्रदेश में विभिन्न चिकित्सा संस्थानों में स्थापित ऑक्सीजन प्लांट्स की नियमित मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं और कहा है कि बंद ऑक्सीजन प्लांट्स को शीघ्र ठीक करवाएं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार की ओर से कोरोना के संबंध में समय-समय पर जारी दिशा-निर्देशों की पालना की जाए। गाइड लाइन नहीं मिली हैं: डॉ. कपूर "कोरोना की सैंपलिंग की अभी सरकार से कोई गाइड लाइन नहीं मिली है। सवाईमाधोपुर जिले में कोरोना पॉजिटिव निकले की मुझे जानकारी नहीं है।" -डॉ. गौरव कपूर, संयुक्त निदेशक, सीएमएचओ भरतपुर