भारत में रॉयटर्स न्यूज एजेंसी का X अकाउंट बंद:डिस्प्ले पर लिखा- कानूनी मांग के चलते कार्रवाई; केंद्र ने कहा- इसमें हमारा रोल नहीं

भारत में इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स का X अकाउंट पर शनिवार रात से बंद है। यूजर्स कल से रॉयटर्स का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं। इसके X अकाउंट के डिस्प्ले पर लिखा है, 'कानूनी मांग के जवाब में यह कार्रवाई की गई है।' पहले आशंका थी कि केंद्र की तरफ से यह कार्रवाई की गई है। हालांकि, रविवार को केंद्र सरकार के प्रवक्ता ने कहा है कि उनकी तरफ से रॉयटर्स के X अकाउंट के खिलाफ कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई है।सरकार ने कहा कि वह इस मुद्दे को हल करने के लिए X के साथ काम कर रही है। रॉयटर्स के X अकाउंट को जल्द ही बहाल किए जाने की संभावना है। हालांकि, रॉयटर्स से जुड़े कुछ अन्य अकाउंट्स जैसे रॉयटर्स टेक न्यूज, रॉयटर्स फैक्ट चेक, रॉयटर्स पिक्चर्स, रॉयटर्स एशिया और रॉयटर्स चाइना अभी भी एक्टिव हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अकाउंट ब्लॉक करने की मांग थी
न्यूज एजेंसी PTI ने सूत्रों के हवाले के बताया कि मई में ऑपरेशन सिंदूर के दौरान केंद्र की तरफ से रॉयटर्स सहित सैकड़ों X अकाउंट को ब्लॉक करने की मांग की गई थी। कई अकाउंट को भारत में इस्तेमाल करने से रोक दिया गया था। X की पालिसी के मुताबिक, किसी रीजन में किसी अकाउंट पर तब रोक लगाई जाती है, जब कंपनी (X) को इसे लेकर कानूनी आदेश मिलता है। हालांकि, मई में रॉयटर्स हैंडल पर कोई कार्रवाई नहीं हुई थी। सूत्रों का मानना है कि एलन मस्क के स्वामित्व वाली X ने भारत सरकार के उस अपील पर कार्रवाई की है और भारत में रॉयटर्स X हैंडल को ब्लॉक कर दिया है। हालांकि, अब जब मामला शांत हो गया है, इसलिए सरकार ने X से रॉयटर्स के अकाउंट को ब्लॉक करने या बैन हटाने के लिए कहा है। व्हाइट हाउस ने भी 3 महीने पहले रॉयटर्स पर रोक लगाई थी
अमेरिका में ट्रम्प प्रशासन ने अप्रैल में व्हाइट हाउस प्रेस पूल से रॉयटर्स को बाहर करने का फैसला किया था। इसके साथ ही ब्लूमबर्ग और एसोसिएटेड प्रेस (AP) न्यूज पर भी रोक लगाई गई थी। प्रेस पूल एक छोटा सा ग्रुप होता है, जिसमें करीब 10 मीडिया संस्थान होते हैं। इसमें कुछ पत्रकार और फोटोग्राफर शामिल होते हैं। ये लोग राष्ट्रपति की हर छोटी-बड़ी गतिविधि को कवर करते हैं और बाकी पत्रकारों को जानकारी देते हैं। इसके बाद रॉयटर्स की प्रवक्ता ने कहा था कि हमारी खबरें हर दिन अरबों लोगों तक पहुंचती हैं। सरकार का यह कदम जनता के उस अधिकार को खतरे में डालता है, जिसमें उसे स्वतंत्र और सटीक जानकारी मिलनी चाहिए। रॉयटर्स की स्थापना 1851 में हुई थी रॉयटर्स एक ब्रिटिश न्यूज एजेंसी है। इसकी स्थापना 1851 में पॉल जूलियस रॉयटर ने की थी। शुरुआत में, रॉयटर्स खबरें पहुंचाने के लिए कबूतरों का इस्तेमाल करती थी। आज यह दुनिया की सबसे बड़ी न्यूज एजेंसियों में से एक है। रॉयटर्स के दुनिया भर में 200 से ज्यादा ऑफिस हैं, जिनमें 2,600 से ज्यादा पत्रकार काम करते हैं। यह पूरी दुनिया में न्यूज कवर करती है। और यह 16 भाषाओं में सर्विस देती है। रॉयटर्स ग्लोबल न्यूज के साथ-साथ, ट्रेड, बिजनेस, टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स और पर्यावरण जैसे मुद्दे कवर करती है। इसके अलावा, यह फैक्ट-चेकिंग और फोटो जर्नलिज्म की सर्विस भी देती है। .......................................... सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से जुड़ी यह खबर भी पढ़ें... पाकिस्तानी सेलेब्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव, इनमें शोएब अख्तर–मावरा होकैन शामिल पाकिस्तानी सेलेब्स और न्यूज चैनल्स के सोशल मीडिया अकाउंट भारत में एक्टिव हो गए हैं। पाकिस्तानी क्रिकेटर शोएब अख्तर, शाहिद अफ्रीदी, बासित अली, राशिद लतीफ के यू-ट्यूब चैनल्स समेत ARY डिजिटल, हम टीवी और हर पल जियो के अकाउंट फिर से देखे जाने लगे हैं। भारत सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर के वक्त इन पर बैन लगाया था। पूरी खबर पढ़ें...