प्री डीएलएड परीक्षा: धौलपुर में पकड़े 5 डमी कैंडिडेट:केंद्र अधीक्षक ने पुलिस को दी शिकायत, फिंगरप्रिंट मिसमैच होने पर हुआ शक

प्री डीएलएड परीक्षा: धौलपुर में पकड़े 5 डमी कैंडिडेट:केंद्र अधीक्षक ने पुलिस को दी शिकायत, फिंगरप्रिंट मिसमैच होने पर हुआ शक
धौलपुर जिले में आयोजित प्री डीएलएड परीक्षा में 3 परीक्षा केंद्रों पर 5 डमी कैंडिडेट पकड़े गए हैं। कोतवाली और निहालगंज थाने में केंद्र अधीक्षक ने आरोपियों के खिलाफ शिकायत दी है। कोतवाली थाना सब इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि पीजी कॉलेज से विवेक पुत्र बच्चू सिंह को पकड़ा गया हैं। जो लकी अंधाना पुत्र बलबीर सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। इसके अलावा लॉ कॉलेज से आकाश तिवारी पुत्र गिरिराज तिवारी को पकड़ा है जो सचिन पुत्र राजवीर सिंह के स्थान पर परीक्षा दे रहा था। तीसरा आरोपी राहुल पुत्र महावीर बघेल को गिरफ्तार किया है जो विवेक पुत्र गिरिराज सिंह के स्थान पर परीक्षा में बैठा था। वहीं, निहालगंज थाना क्षेत्र के विवेकानंद परीक्षा केंद्र पर दो डमी कैंडिडेट पकड़े गए हैं। निहालगंज थाना क्षेत्र में मोनू पुत्र दीनबंधु को मोनू कुमार पुत्र भगवान स्वरूप की जगह परीक्षा देते पकड़ा गया है, तो वही मोहित शर्मा पुत्र रामनरेश शर्मा को दिनेश कुमार राजवीर सिंह के स्थान पर परीक्षा देते पकड़ा गया है। फिंगरप्रिंट मिसमैच हुए तो आए पकड़ में जानकारी के मुताबिक सभी डमी कैंडिडेट मूल अभ्यर्थियों की जगह परीक्षा दे रहे थे। जिनके फिंगरप्रिंट मिसमैच होने के बाद केंद्र अधीक्षक को कोटा से उनके डमी कैंडिडेट होने की जानकारी मिली। जिस पर सभी डमी कैंडिडेट को केंद्र अधीक्षक ने पुलिस के सुपुर्द कर दिया। फिलहाल पूरे मामले में केंद्र अधीक्षक की ओर से दोनों थानों में शिकायत दी गई है। जिस पर पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है। धौलपुर जिले में आयोजित प्री डीएलएड परीक्षा में 14 परीक्षा केंद्रों पर कुल 6227 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड थे। प्रदेश में 6,04,692 अभ्यर्थियों ने कराया रजिस्ट्रेशन राजस्थान के सभी 41 जिलों में 860 सेंटर पर वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय (VMOU, कोटा) की ओर से प्री-डीएलएड (प्री-डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन) का एग्जाम हुआ। पहली पारी सुबह 9:00 बजे से दोपहर 12:00 बजे तक और दूसरी पारी दोपहर 2.30 से शाम 5.30 बजे तक हुई। कोटा में परीक्षा समन्वयक डॉ. रवि गुप्ता ने बताया- इस साल प्रदेशभर में 6,04,692 अभ्यर्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया। लगभग 70 प्रतिशत महिला अभ्यर्थी हैं। सबसे ज्यादा 44 सेंटर जयपुर में और सबसे कम प्रतापगढ़ में 9 रहे। रविवार को दोनों पारियों में परीक्षा शुरू होने से आधा घंटे पहले एंट्री बंद कर दी गई। देर से आने वाले अभ्यर्थियों को प्रवेश नहीं मिला। हर अभ्यर्थी की पहचान क्यूआर कोड स्कैनिंग और बायोमेट्रिक जांच की गई। प्रदेश का हर सेंटर सीसीटीवी की निगरानी में रहा। अभ्यर्थियों को प्रवेश पत्र, मूल पहचान पत्र, काला या नीला बॉल पेन और एक नया रंगीन पासपोर्ट फोटो लाना अनिवार्य था। सेंटर पर मोबाइल फोन, ब्लूटूथ, स्मार्ट वॉच, कैलकुलेटर, लॉग टेबल, पाठ्य सामग्री, व्हाइटनर और ज्योमेट्री बॉक्स ले जाने की मनाही रही।