नदी में डूबने से तीन नाबालिग भाई-बहनों की मौत:खेरवाड़ा के लराठी गांव में सोम नदी में दर्दनाक हादसा, भैंस को लेने जाते वक्त नदी में उतरे थे

नदी में डूबने से तीन नाबालिग भाई-बहनों की मौत:खेरवाड़ा के लराठी गांव में सोम नदी में दर्दनाक हादसा, भैंस को लेने जाते वक्त नदी में उतरे थे
उदयपुर के खेरवाड़ा थाना क्षेत्र में सोम नदी में डूबने से तीन नाबालिग भाई-बहनों की दर्दनाक मौत हो गई। हादसा खेरवाड़ा से करीब 15 किमी दूर लराठी गांव में हुआ। जिसमें एक भाई सहित उसकी दो बहनों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि तीनों रविवार शाम करीब 6 बजे घर से भैंस को ढूंढने के लिए निकले थे। भैंस नदी के दूसरी तरफ थी। ऐसे में वे एक-एक करके नदी में उतरे और गहरे पानी में जाने से तीनों की मौत हो गई। सोमवार सुबह जब ग्रामीणों ने उनके शव को तैरते हुए देखा तो तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और शिनाख्त के लिए परिजनों को मौके पर बुलाया गया। इसके बाद तीनों के शव को नदी में से निकालकर खेरवाड़ा हॉस्पिटल मोर्चरी में शिफ्ट कराया गया। एक साथ तीन बच्चों की मौत के बाद परिवार में मातम परस गया। मां और पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। परिजनों ने रातभर आसपास गांव में अपने बच्चों के तलाश की थी लेकिन वे नहीं मिले। भैंस को तलाशते हुए नदी में उतरे थे बच्चे खेरवाड़ा थाने के एएसआई दिग्विजय सिंह ने बताया कि तीनों मृतक बच्चे अपनी भैंस को तलाशते हुए नदी तक पहुंचे थे, जहां गहरे पानी में जाने से उनकी मौत हो गई। हादसे में निरमा मीणा(15), खुशबू मीणा(12) और भाई कल्पेश मीणा(10) की मौत हुई है। मृतक बच्चों के पिता दिनेश मीणा खेरवाड़ा में चाय-नाश्ता की दुकान करते हैं। शवों को मोर्चरी में रखवाकर पोस्टमार्टम की प्रक्रिया जारी है। पल बनाने की मांग कर चुके, लेकिन नहीं बना: सरपंच लराठी सरपंच लालूराम ने बताया कि अक्सर मवेशी सोमनदी के आसपास चरने के लिए जाते हैं। ऐसे में तीनों बच्चे अपनी भैंस को तलाशते हुए सोम नदी किनारे पहुंचे थे। उन्हें नदी की दूसरी तरफ अपनी भैंस दिखाई दी। जिस पर वे नदी में उतरकर किनारे-किनारे होते हुए दूसरी तरफ जाने की कोशिश की। तभी गहरे पानी में जाने से उनकी मौत हो गई। स्थानीय प्रशासन हमने कई बार यहां पुल बनाने की मांग की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही। एक पुल है लेकिन वह 2 किमी दूर है। ऐसे में लोगों को नाव या ट्यूब के सहारे नदी पार करके जाना पड़ता है। इनपुट: हितेश जोशी, खेरवाड़ा