जिला अस्पताल में अब मरीजों के परिजन खींच रहे स्ट्रेचर:सरकार के पास बजट नहीं, मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में 50 हेल्पर व 15 होमगार्ड 2 माह पहले हटाए

सरकार के पास बजट नहीं होने से मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में संविदा पर लगाए गए 50 हेल्पर, 15 होमगार्ड, 8 सिक्यूरिटी गार्ड हटा दिए गए हैं। मेडिकल कॉलेज में राजमेस की ओर से ठेका प्रथा पर कार्यरत 50 हेल्पर के पद मार्च में समाप्त कर दिए है। ऐसे में पिछले दाे महीने से अस्पताल व मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाएं चरमराई है। वहीं 42 कार्यरत सिक्यूरिटी गार्ड में से 8 काे निकाल दिया है। इन दिनाें कॉलेज व अस्पताल प्रशासन 86 हेल्पर तथा 34 गार्ड के भरोसे है। कॉलेज व अस्पताल में 150 हेल्पर ठेके पर लगाए गए थे। कॉलेज व जिला अस्पताल में व्यवस्थाएं खस्ताहाल है। कॉलेज में स्टूडेंट्स के रूम, कक्षाएं, टीचिंग ब्लॉक, एडमिन ब्लॉक की सफाई व्यवस्था बिगड़ी है ताे अस्पताल में मरीज परेशान हाे रहे हैं। अस्पताल आने वाले मरीज के लिए परिजनों काे ही स्ट्रेचर खींचना पड़ रहा है। लैब से जांच कराने, सोनाेग्राफी व एक्स-रे सेंटर तक मरीज खुद जा रहे हैं। वार्डों में लगे कूलर में पानी भरने सहित साफ-सफाई का काम हेल्पर के माध्यम से हाे रहा था, लेकिन इन दिनाें हेल्पर की कमी के चलते अव्यवस्थाएं हावी है। लगातार चोरियां बढ़ रही फिर भी हटा दिए गार्ड अस्पताल में लगातार मोबाइल, पर्स चोरी तथा अनजान लाेगाें की आवाजाही के साथ व्यवस्था बनाए रखने के लिए अस्पताल प्रशासन की ओर से चिंरजीवी योजना के तहत 15 होमगार्ड लगाई गए थे। अस्पताल प्रशासन की ओर इन पर मासिक 3.5 लाख रुपए खर्च किए जा रहे थे, लेकिन बजट के अभाव में होमगार्ड काे हटा दिया गया है। वहीं दूसरी ओर कॉलेज के मार्फत लगे 25 हेल्पर व 25 गार्ड भी एक साथ दाे महीने पहले हटा दिए है। मेडिकल कॉलेज व जिला अस्पताल में 142 हेल्पर तथा 57 गार्ड ठेका प्रथा पर लिए गए है। बजट के अभाव के चलते धीरे-धीरे इनकी संख्या घटा दी है। मार्च तक कॉलेज में 29 तथा अस्पताल में 54 गार्ड लगे थे। केस.1 - पनोड़ा निवासी मीरादेवी काे कमर में तकलीफ होंने पर अस्पताल भर्ती किया गया। डॉक्टरों ने एक्स-रे व ईसीजी जांच लिखी। हेल्पर नहीं हाेने के चलते मरीज के परिजनों काे स्ट्रेचर पर एक्स-रे व ईसीजी सेंटर के लिए ले जाना पड़ा। केस.2 - शहर की लीला देवी काे कमर व घुटनों में दिक्कत हाेने पर अस्पताल में भर्ती करवाया गया। डॉक्टर की ओर से एक्स-रे जांच लिखी गई। वार्ड में गार्ड हेल्पर नहीं हाेने की स्थिति में परिजन काे व्हीलचेयर में पर जांच के लिए ले जाना पड़ा। "राजमेस की ओर से 50 हेल्पर हटा दिए हैं। मेडिकल कॉलेज की ओर से 25 हेल्पर व 25 गार्ड हटा दिए गए है। अस्पताल में मरीजों काे ऑन बेड सुविधाओं के लिए हेल्पर कार्यरत है। सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही है।" -डॉ. बीएल. मसूरिया, पीएमओ