सुंदेलाव: 68 लाख से बना वॉकिंग ट्रैक शाम के बाद सूना, 2 साल से लाइटें बंद

भास्कर न्यूज | जालोर शहर के सुंदेलाव तालाब पर बने वॉकिंग ट्रैक पर पिछले 2 साल से रोड लाइटें बंद है। वहीं पिछले करीब 8 महीने से रात के समय यहां पुलिस गश्त भी नहीं हो रही है। ऐसे में शाम के बाद यहां से गुजरना राहगीरों के लिए मुश्किल हो गया है। वर्ष 2022 में सुंदेलाव तालाब पर घूमने के लिए 68 लाख रुपए की लागत से यह वॉकिंग ट्रैक बनवाया था। उसके बाद लोग शाम के सुंदेलाव के किनारे बने ट्रैक पर घूमने भी आया करते थे, लेकिन 17 जून 2023 आए बिपरजॉय तूफान के दौरान रोड लाइट के लिए लगे कुछ बिजली के पोल टूट गए तो कई जगह तार टूट गए। उसके बाद से नगर परिषद की ओर से इसकी सुध तक नहीं ली गई। ऐसे में 2 साल बाद आज भी यही स्थिति बनी हुई है। शुक्रवार रात यहीं पर अंधेरे से यहां हादसा हुआ था। एक कार श्मशान घाटी की दीवार और दरवाजे से टकरा गई। जिससे दीवार टूट गई और दरवाजा भी क्षतिग्रस्त हो गया। हालांकि जनहानि नहीं हुई। इसे लेकर कई बार जिला प्रशासन और नगर परिषद में रोड लाइटें शुरू करवाने को लेकर गुहार लगाई जा चुकी है, लेकिन 2 साल से समस्या जस की तस बनी हुई है। बता दें कि इस ट्रैक पर 4 मंदिर, 7 श्मशान घाट और गार्डन है। इसके अलावा तालाब के दोनों ओर बड़े मंदिर है। एक तरफ चामुंडा माता मंदिर और दूसरी ओर हनुमानजी मंदिर व माजीसा मंदिर हैं। सुंदेलाव तालाब स्थित जागनाथ महादेव मंदिर से आगे की रोड लाइटें बंद होने से रात में असामाजिक तत्व कारगुजारियां करते हैं। पिछले 3 महीने में यहां 7 से ज्यादा बार झाड़ियों में आग लगने की घटना हो चुकी है। वहीं यहां के मंदिरों से सामान चोरी होने की घटनाएं भी सामने आ चुकी है। इसके अलावा रात्रि में पुलिस गश्त भी नहीं होने से यहां से गुजरने में लोगों में भय बना रहता है। सुंदेलाव तालाब के वॉकिंग ट्रैक के किनारे रात में रोशनी के लिए पोल लगे थे। 2023 में आए बिपरजॉय के दौरान कई पोल से तार टूट गए और पोल क्षतिग्रस्त हो गए थे। उसके बाद इनकी सुध तक नहीं ली गई। ऐसे में धीरे-धीरे बदमाश यहां से बिजली के तार तक चुरा ले गए। अब तक तो हालात यह बन चुके हैं कि बिजली के 8 पोल से तार भी चोरी हो गए और उन लाइटें भी चोरी हो चुकी है।