निकाय पुनर्गठन:प्रदेश में पहली बार 2011 में वार्ड की जितनी आबादी थी, 2025 में उससे भी कम हो गई

राजस्थान में इन दिनों पुराने 213 निकायों (नगर निगम, नगर परिषद और नगर पालिका) के वार्ड पुनर्गठन, पुनर्सीमांकन का काम चल रहा। 75 साल के इतिहास में चौंकाने वाले पुनर्गठन के प्रस्ताव नहीं आए, वैसे इस बार आ रहे। मंत्रियों की कमेटी के पास किसी वार्ड में 15 प्रतिशत तक घटत बढ़त के प्रस्ताव को स्वीकार करने के पावर हैं। लेकिन इस बार तो 278 प्रतिशत तक आबादी घटने या बढ़ने के प्रस्ताव आ गए। एक सिटी और वार्ड तो ऐसा सामने आया कि 2011 में 11 हजार वोटर वहां निवास कर रहे थे, लेकिन अब उनमें से एक भी वोटर उस वार्ड का वोटर नहीं रहा। सारे गायब मिले। कलेक्टर से दोबारा जांच कराई तो प्रस्ताव सही पाए गए। चौंकाने वाले ऐसे 22 प्रकरण हैं। यूडीएच मंत्री झाबरसिंह खर्रा, जल संसाधन मंत्री सुरेश रावत, सहकारिता राज्य मंत्री गौतम दक व वन मंत्री संजय शर्मा की उप समिति ने ऐसे मामले ट्रांसफर किए हैं। इन प्रस्तावों को सामान्य श्रेणी से अलग मानते हुए भारी विचलन के कारण जिला स्तर के सक्षम अफसरों को पावर देने की तैयारी है। जोधपुर, धौलपुर, दौसा, गंगानगर, ब्यावर, पाली, अनूपगढ़, अजमेर, कोटपूतली, बिलाड़ा, झुंझुनूं, नसीराबाद, मकराणा सहित 22 जगह से भारी विचलन के कारण कुछ आबादी वार्ड में मिलाने या बाहर करने के निर्णय भी करने पड़े। एक वार्ड से ही 14 साल पुराने 11 हजार वोटर कम हो गए 1946 से 65 साल तक जो वोटर थे, अब सभी गायब: देश में पहली बार ऐसा मामला श्रीगंगानगर में सामने आया है। 1945 में स्थापित गंगानगर शुगर मिल के 11 हजार कर्मचारी उस वार्ड में वर्ष 2011 में वोटर थे। उसके बाद मिल बंद हो गई। सारे वोटर गंगानगर छोड़कर चले गए। 2021 में जनगणना हुई नहीं। अब 14 साल बाद वार्ड पुनर्गठन और पुनर्सीमांकन हुआ तो सामने आया कि 1946 से जो परिवार वहीं रह रहे थे, वे अब वार्ड के वोटर नहीं रहे। मंत्री पटेल के इलाके के गांव को निगम में मिला दिया था, अब हटाया: जोधपुर नगर निगम के पुनर्गठन ड्राफ्ट में संसदीय कार्य मंत्री जोगाराम पटेल के लूणी विधानसभा के गांव तेजाजी नगर को शामिल कर दिया था। बवाल हुआ। फिर से सीमाएं बदलनी पड़ी। अब ड्राफ्ट में वीर तेजाजी नगर को हटाकर नया नक्शा तैयार किया गया है। जनता की सभी आपत्तियों का भी निस्तारण किया गया है। नए ड्राफ्ट में केवल वीर तेजाजी नगर को हटाया गया है। वीर तेजाजी नगर को हटाने के बाद शेष आबादी को मिलाकर वार्ड संख्या 10 का पुनर्गठन किया गया है। आगे क्या 15 जून तक: वार्डों का परिसीमन पूरा होगा। 15 जुलाई तक: मतदाता सूची बनेगी, प्रकाशन होगा और आपत्ति मांगी जाएंगी। 31 अक्टूबर या 7 नवंबर तक: अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होगी। 25 नवंबर से 20 दिसंबर के बीच: एक नोटीफिकेशन से एक या 2 चरण में चुनाव।