किसानों को मिली आधुनिक खेती की जानकारी:झालावाड़ में 9 गांवों के 1800 किसानों को दी प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग

किसानों को मिली आधुनिक खेती की जानकारी:झालावाड़ में 9 गांवों के 1800 किसानों को दी प्राकृतिक खेती की ट्रेनिंग
कृषि विज्ञान केंद्र झालावाड़ ने विकसित कृषि संकल्प अभियान के तहत जिले के 9 गांवों में विशेष जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए। केंद्र की तीन टीमों ने किसानों को उन्नत कृषि तकनीकों, प्राकृतिक खेती और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी। केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. टी.सी. वर्मा ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य किसानों को आधुनिक खेती से जोड़ना है। डॉ. हेमराज मीणा ने पॉलीहाउस, नेट हाउस और लो टनल जैसी संरक्षित खेती की तकनीकों पर प्रकाश डाला। कृषि विज्ञान केंद्र की टीमों ने सोयाबीन की बुवाई के लिए चौड़ी क्यारी कूड पद्धति का प्रदर्शन किया। किसानों को अधिक वर्षा से होने वाले नुकसान से बचाव के उपाय भी बताए गए। साथ ही जिप्सम उपयोग, फव्वारा और ड्रिप सिंचाई की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में मृदा स्वास्थ्य कार्ड का महत्व समझाया गया। किसानों को उर्वरकों के संतुलित प्रयोग की सलाह दी गई। तारबंदी, खेत तलाई, कृषि यंत्र अनुदान और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की भी जानकारी दी गई। इस जागरूकता अभियान में बाघेर, बन्या, राजपुरा, नाहरगट्टा, मिश्रौली, भैसानी, रीछवा, दुधालिया और पाटलिया कुल्मी गांवों के 1800 से अधिक किसान और महिला किसान शामिल हुए।