अरोड़ा समाज ने मेहनत, ईमानदारी से देश-विदेश में पहचान बनाई:ठंडे-मीठे जल की छबील लगाई, नशे से दूर रह आत्मनिर्भर बनने का आह्वान

अरोड़ा समाज ने मेहनत, ईमानदारी से देश-विदेश में पहचान बनाई:ठंडे-मीठे जल की छबील लगाई, नशे से दूर रह आत्मनिर्भर बनने का आह्वान
श्रीगंगानगर में आज अरुट महाराज की जयंती पर अरोड़ा समाज ने श्रद्धा और भक्ति के साथ विविध कार्यक्रम आयोजित किए। शहर में बीरबल चौक के पास रघुनाथ मंदिर में समाज के लोगों ने अरुट महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। क्षेत्र की सुख-समृद्धि की कामना की। श्री सनातन धर्म अरोड़वंश मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष अंकुर मगलानी ने समाज को शुभकामनाएं दीं। कहा, अरुट महाराज के आशीर्वाद से जीवन में सुख, शांति और आध्यात्मिक उन्नति मिलती है। उन्होंने कहा, अरोड़ा समाज मार्शल कौम है। भारत-पाक विभाजन के समय बड़ी त्रासदी झेली। मेहनत, ईमानदारी और संकल्प से देश-विदेश में पहचान बनाई। अंकुर मगलानी ने युवाओं से कहा, सफलता का कोई शॉर्टकट नहीं होता। मेहनत से ही ऊंचाइयों को पाया जा सकता है। नशों से दूर रहकर आत्मनिर्भर बनने का आह्वान किया। इस मौके पर ट्रस्ट के सचिव नीरज चावला, रामशरणाम आश्रम से मोहनलाल कथूरिया, पूर्व अध्यक्ष जोगेंद्र बजाज, अमित छाबड़ा, डॉ. केके गिलहोत्रा, अरोड़वंश पब्लिक स्कूल के प्रिंसिपल सचिन कुमार कुक्कड़, राजेंद्र छाबड़ा 'राजू', संदीप अनेजा, जुगल डूमरा, सोनू अनेजा, भूपेंद्र बजाज, संयुक्त व्यापार मंडल के कोषाध्यक्ष हरिओम लूथरा, अशोक वधवा, दीनानाथ चलाना, ज्ञान नागपाल, नरेश सेतिया और बलदेव नागपाल सहित बड़ी संख्या में समाज के लोग मौजूद रहे। ट्रस्ट की ओर से रघुनाथ मंदिर के बाहर मुख्य सड़क पर ठंडे-मीठे जल की छबील लगाई गई। राहगीरों ने गर्मी से राहत पाई। आज शाम 7 बजे अरोड़वंश पब्लिक स्कूल में भजन संध्या होगी। प्रसिद्ध भजन गायक गोपाल भारद्वाज प्रस्तुति देंगे। स्कूल के विद्यार्थी गणेश वंदना और देश भक्ति गीत प्रस्तुत करेंगे। जयंती की पूर्व संध्या पर गुरुवार शाम जवाहर नगर के गगन पथ स्थित अरुट चौक पर कार्यक्रम हुआ। समाज के लोगों ने प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। दीप प्रज्वलन और भोग अर्पण के बाद प्रसाद वितरण हुआ। कार्यक्रम में ट्रस्ट के अध्यक्ष अंकुर मगलानी, सचिव नीरज चावला, उपाध्यक्ष हरीश मेहंदीरता, कोषाध्यक्ष सन्नी नागपाल, पूर्व अध्यक्ष जोगेंद्र बजाज सहित बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। कार्यक्रम का समापन रंग-बिरंगी आतिशबाजी और हर्षोल्लास के साथ हुआ। समाज के लोगों ने एक-दूसरे को शुभकामनाएं दीं। अरुट महाराज से कल्याण की कामना की।