60 हजार हेक्टेयर में मक्का की बुवाई होगी

भास्कर संवाददाता। डूंगरपुर अगले दो महीने किसानों के लिए अहम हैं। खरीफ फसल का रकबा बढ़ने से किसानों को अच्छी पैदावार की उम्मीद है। बांसवाड़ा और डूंगरपुर जिलों में मक्का को सबसे पसंदीदा फसल माना जाता है। जिले में खरीफ फसल की पैदावार पर करीब 150 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सबसे ज्यादा राशि मक्का पर लगेगी। इसके बाद सोयाबीन और फिर धान पर खर्च होगा। पहली बारिश अच्छी हुई तो बुवाई शुरू हो जाएगी। एक हेक्टेयर में न्यूनतम 22 से 25 हजार रुपए का खर्च आता है। मक्का की खेती 60 हजार हेक्टेयर में होगी। इस पर करीब 150 करोड़ रुपए खर्च होंगे। सोयाबीन की खेती के लिए प्रति हेक्टेयर 80 किलो बीज की जरूरत होती है। कृषि विभाग ने 1 लाख 40 हजार हेक्टेयर में बुवाई का लक्ष्य तय किया है। खरीफ फसल के कुल लक्ष्य में 46.42 फीसदी हिस्सा मक्का का होगा। इसके बाद 28.57 फीसदी यानी 40 हजार हेक्टेयर में सोयाबीन की खेती होगी। कृषि विभाग के पिछले आंकड़ों को देखा जाए तो मक्का का औसत उत्पादन 1100 से 1800 मीट्रिक टन है। सोयाबीन का औसत उत्पादन 533 से 1100 मैट्रिक टन बढ़ा है। जो कि लगातार बढ़ रहा है। किसानों ने खेतों में बुवाई का काम भी शुरू कर दिया है।