महाराजा गंगासिंह विवि और राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा के मध्य हुआ एमओयू

महाराजा गंगासिंह विवि और राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा के मध्य हुआ एमओयू
सिटी रिपोर्टर | बीकानेर विद्यार्थियों को प्राकृतिक चिकित्सा व योग की शिक्षा देने के लिए महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय ने गंगाशहर स्थित राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के साथ एक एमओयू किया है। इसके तहत अब थ्योरी की पढ़ाई विश्वविद्यालय में होगी और प्रैक्टिकल प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र में आयोजित होंगे। दोनों संस्थानों के मध्य विगत दिनों एमओयू हुआ। प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र गंगाशहर में रविवार को कुलगुरु आचार्य मनोज दीक्षित ने कहा कि प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के साथ हमारा एमओयू हो गया है। नई शिक्षा नीति के तहत यह तय हुआ कि भारतीय ज्ञान परम्परा की जो भी चिकित्सकीय पद्धतियां हैं उनमें भावी पीढ़ी को शिक्षित किया जाए इसके तहत विद्यार्थियों को प्राकृतिक चिकित्सा में शिक्षित किया जाएगा। इससे रोजगार की संभावनाएं हमारी भावी पीढ़ी को मिलेंगी। राजस्थान प्राकृतिक चिकित्सा केंद्र के मंत्री बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि इस एमओयू से भविष्य में यहां पर राष्टीय व अंतरराष्ट्रीय सेमिनार आयोजित किए जाएंगे। चिकित्सा अधिकारी डा. वत्सला गुप्ता ने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा में पंचमहाभूत शैली से चिकित्सा प्रदान की जाती है। उपाध्यक्ष श्रीभगवान अग्रवाल ने सभी का आभार जताया। इस दौरान कुलगुरु दीक्षित को शॉल ओढ़ाकर, साफा पहनाकर व एक अभिनंदन पत्र भेंट कर सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में विजय आचार्य, संपत पारीक, भंवरलाल गहलोत, संतोष व्यास, हनुमानसिंह चावड़ा, मोहम्मद रमजान अब्बासी, मूलचंद सोलंकी, आशुतोष रावल, केदार अग्रवाल, चन्द्रमोहन जोशी, धीरज पंचारिया, हरीश बिश्नोई, अजय काजला सहित अनेक लोग मौजूद थे।