बैच जुलाई 2026 से शुरू होगा:कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी जैसी 6 सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं अब होम्योपैथी में भी

बैच जुलाई 2026 से शुरू होगा:कार्डियोलॉजी, ऑन्कोलॉजी जैसी 6 सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं अब होम्योपैथी में भी
होम्योपैथी में पहली बार सुपर स्पेशियलिटी सेवाएं शुरू होंगी। अभी तक हाेम्याेपैथ में सिर्फ पीजी तक की पढ़ाई हाेती है। राष्ट्रीय होम्योपैथी आयोग ने होम्योपैथी सुपर स्पेशियलिटी और डॉक्टरेट ऑफ मेडिसिन इन होम्योपैथी के लिए नए रेगुलेशंस, 2025 का ड्राफ्ट जारी किया है। दाे माह में गजट नाेटिफिकेशन जारी होगा। जुलाई 2026 में सरकारी बड़े मेडिकल संस्थानाें से पढ़ाई शुरू होगी। शुुरुआत ऑन्कोलॉजी, क्लिनिकल रयूमेटोलॉजी के अलावा पीडियाट्रिक साइकियाट्री, पल्मोनरी मेडिसिन, क्लिनिकल इम्यूनोलॉजी व एंडोक्राइनोलॉजी से होगी। 3 साल और 3 पार्ट का काेर्स हाेगा डीएम होम्योपैथी कोर्स तीन साल का होगा। इसे तीन हिस्सों पार्ट-I, II, III में बांटा गया है। प्रत्येक में 12 महीने की पढ़ाई हाेगी। अधिकतम छह साल में कोर्स पूरा करना अनिवार्य होगा। प्रवेश के लिए उम्मीदवारों को एमडी होम्योपैथी डिग्री, ऑल इंडिया होम्योपैथी सुपर स्पेशियलिटी एंट्रेंस टेस्ट में उत्तीर्णता और राज्य बोर्ड/एनसीएच के साथ रजिस्ट्रेशन जरूरी होगा। सामान्य वर्ग के लिए 50% और आरक्षित वर्ग के लिए 40% न्यूनतम अंक जरूरी हाेंगे। इन 6 बीमारियों में इलाज का अच्छा रिकॉर्ड "होम्योपैथी में कैंसर, गठिया, बच्चाें की बीमारियाें के भी बहुत मामले आ रहे हैं। जिन बीमारियाें में अच्छे रिकाॅर्ड हैं, उनमें हम स्पेशलिस्ट काेर्स शुरू करने जा रहे हैं। 6 कोर्स की पढ़ाई जुलाई 2026 से शुरू करेंगे।पढ़ाने के लिए विभाग के ही अनुभवी लाेगाें और माॅर्डन मेडिसिन के एक्सपर्ट से मदद लेंगे।" -तारकेश्वर जैन, प्रेसिडेंट, हाेम्याेपैथी एजुकेशन बाेर्ड एवं हाेम्यापैथी राष्ट्रीय आयाेग