बाड़मेर कलेक्ट्रेट के आगे ग्रामीणों ने फोड़ी मटकियां:भीषण गर्मी ने अघोषित बिजली कटौती से परेशान; 20 दिन में समाधान मांगा

बाड़मेर में अघोषित बिजली और पानी की किल्लत को लेकर बाड़मेर विकास संघर्ष समिति के बैनर तले एक दिवसीय धरना दिया गया। महिलाओं और लोगों ने मटकियां फोड़ कर प्रदर्शन किया। सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। युवा नेता आजाद सिंह राठौड़ ने कहा कि हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन नहीं देकर सुझाव दिए हैं। प्रशासन इन सुझाव को 20 दिनों में जवाब मांगा है। वर्तमान में बाड़मेर पानी और लाइट को लेकर परेशानी बद से बदतर है। अघोषित कटौती से लोग परेशान दरअसल, इन दिनों बाड़मेर में भीषण गर्मी के साथ पानी की किल्लत के साथ अघोषित लाइट से लोग परेशान हैं। आलम यह है कि शहर की कच्ची बस्तियों में 1-2 दिन अघोषित लाइट कटौती हो रही है। लोगों का कहना है कि डिस्कॉम को फोन करने पर कोई जवाब नहीं मिलता है। बीजेपी के नेता और जनप्रतिनिधि सत्ता के नशे में हैं। वहीं विपक्ष कई नजर नहीं आ रहा है। बाड़मेर विकास संघर्ष समिति के बैनर तले युवा नेता आजाद सिंह के नेतृत्व में सोमवार को महावीर पार्क के पीछे एक दिवसीय धरना दिया गया। धरना स्थल पर बड़ी संख्या में शहर और ग्रामीण से लोग आए। वहीं महिलाएं भी धरना स्थल पर पहुंची। जनप्रतिनिधियों और मौजिज लोगों ने अपने उद्बोधन में कहा कि बाड़मेर और जैसलमेर पूरे देश को लाइट सप्लाई दे रहा है। लेकिन बाड़मेर के लोगों को लाइट नहीं मिल रही है। दिया तले धरने वाली बात हो रही है। नारेबाजी करते पहुंचे कलेक्ट्रेट धरना स्थल से नारेबाजी करते हुए कलेक्ट्रेट गेट के आगे पहुंचे। वहां पर सरकार व प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। गेट के आगे महिलाओं और पुरूषों तक खाली मटकियां फोड़ी।इस दौरान लोगों में जबरदस्त गुस्सा देखने को मिला। कलेक्टर को ज्ञापन न देकर दिए सुझाव आजाद सिंह ने बताया- हमने जिला प्रशासन को ज्ञापन नहीं दिया है। अपने उनको पानी औ लाइट को लेकर जो संसाधन है उसको सदुपयोग से कैसे राहत पहुंचाई जा सके। इसको लेकर प्रशासन को सुझाव दिया है। वहीं प्रशासन को इन सुझावों पर 20 दिन में रिप्लाई मांगा है। कलेक्टर ने हमें आश्वस्त किया है कि जल्द पानी और बिजली को लेकर राहत पहुंचाई जाएगी।