चूरू का जवान जम्मू-कश्मीर में शहीद:तीन महीने पहले घर आए थे, 4 साल की बेटी को कहा था- आर्मी ऑफिसर बनना; गुलमर्ग में तैनात थे

चूरू का जवान जम्मू-कश्मीर में शहीद:तीन महीने पहले घर आए थे, 4 साल की बेटी को कहा था- आर्मी ऑफिसर बनना; गुलमर्ग में तैनात थे
चूरू जिले के जवान भंवरलाल सारण (37) पुत्र उमाराम सारण रविवार देर रात जम्मू-कश्मीर के गुलमर्ग में शहीद हो गए। भंवरलाल सारण सरदारशहर कस्बे के गांव लूणासर के रहने वाले थे। उनके निधन की सूचना उनके साथी सैनिक पुष्पेंद्र मील ने सोमवार सुबह करीब 9 बजे फोन पर भंवरलाल की पत्नी तारामणी को दी। खबर मिलते ही पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई और मातम छा गया। 2015 में हुए थे सेना में भर्ती गांव के सरपंच भंवरलाल पांडर ने बताया- भंवरलाल सारण 2015 में भारतीय सेना में भर्ती हुए थे। वे बेहद मिलनसार और अनुशासित व्यक्ति थे। वर्तमान में वे गुलमर्ग में तैनात थे। रविवार रात ड्यूटी के दौरान वे शहीद हो गए। पार्थिव शरीर सोमवार शाम 6 बजे तक श्रीनगर में रखा गया था। मंगलवार को फ्लाइट द्वारा दिल्ली लाया जाएगा। शाम करीब 4 बजे तक गांव लूणासर पहुंचेगा। इसके बाद शहीद का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। बेटी से कहा था – आपको सेना में बड़ा अधिकारी बनना है शहीद भंवरलाल करीब तीन महीने पहले अपने गांव आए थे। जाते समय उन्होंने अपनी चार वर्षीय बेटी रितिका से कहा था- पढ़ाई करना, आर्मी में बड़ा अधिकारी बनना है। भंवरलाल की शादी 1 मई 2014 को मालसर गांव के बीरबलराम भादू की बेटी तारामणी के साथ धूमधाम से हुई थी। उनके परिवार में एक छोटी बेटी रितिका सारण है। भंवरलाल दो भाइयों में बड़े थे। उनके छोटे भाई मुकेश सारण सेना में भर्ती की तैयारी कर रहे हैं।