ऑपरेशन शील्ड के तहत किया मॉक ड्रिल:रात में 15 मिनट का ब्लैक आउट, आधे से अधिक शहर के लोगों ने कहा नहीं सुनाई पड़ा कोई सायरन

शनिवार शाम शहर की रफ्तार थम गई जब बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन (बीआरओ) चेतक परिसर में ड्रोन हमले की सूचना के साथ ही पूरे सिस्टम को अलर्ट पर रखा गया। यह कोई असली हमला नहीं था, बल्कि केंद्रीय गृह मंत्रालय और राज्य सरकार के निर्देश पर ऑपरेशन शील्ड के तहत किया गया मॉक ड्रिल अभ्यास था। दिन में मॉक ड्रिल किया गया और रात 8 बजे 15 मिनट का ब्लैक आउट किया गया। इस दौरान भास्कर के सर्वे में आधे से अधिक शहरियों ने कहा कि उन्हें किसी सायरन की आवाज नहीं सुनाई पड़ी। इस दौरान जहां चेतक परिसर में घायल रेस्क्यू किए गए, वहीं शाम 8 बजे से 8:15 बजे तक पूरे शहर में ब्लैक आउट किया गया। शाम 5 बजे चेतक परिसर पर ड्रोन हमले की सूचना जिला कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम को दी गई। सूचना मिलते ही प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, स्वास्थ्य, नगर निगम, बीडीए समेत सभी संबंधित विभागों की टीमें तत्काल मौके पर पहुंचीं। पूरे परिसर को सुरक्षा घेरे में लिया गया और सघन रेस्क्यू अभियान शुरू किया गया। मॉक ड्रिल की स्क्रिप्ट के अनुसार घटनास्थल पर कई लोग घायल हुए थे। गंभीर रूप से घायल लोगों को स्ट्रेचर पर लिटाकर पीबीएम अस्पताल भेजा गया, जबकि साधारण घायलों को मौके पर ही प्राथमिक उपचार दिया गया। 20 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। ब्लैकआउट: सर्वे में 64 प्रतिशत लोगों को सुनाई नहीं दिया सायरन शहर में 15 मिनट का ब्लैकआउट रखा गया। इस दौरान सायरन बजे मगर शहर के कई इलाकों में लोगों को उसकी आवाज सुनाई ही नहीं दी। ‘भास्कर’ ने इस पर ऑनलाइन सर्वे किया। इस सर्वे में 887 लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी। 320 लोगों ने कहा कि सायरन बजा और 567 लोगों ने कहा कि सुनाई ही नहीं दिया। बल्लभ गार्डन, जैन कॉलेज के पास, शिवा बस्ती, जयपुर रोड वृंदावन एनक्लेव, एमडीवी कॉलोनी, भीनासर, पटेल नगर, जवाहर नगर, नत्थूसर गेट, बंगला नगर, पूगल रोड, पवनपुरी, नाहटा चौकी भुजिया बाजार, गोगागेट लालगुफा, शीतला गेट, नत्थूसर बास, सिने मैजिक, घड़सीसर क्षेत्र के लोगों ने सायरन सुनाई नहीं देने की प्रतिक्रिया दी। नागरिक सुरक्षा विभाग के नंदराम यादव ने बताया कि शहर में 20 स्थानों पर सायरन लगे हैं। इनमें से 6 सायरन पुलिस थानों, रेलवे, फायर ब्रिगेड बीछवाल, नाल थाना, नाल गांव में एक-एक सायरन लगे हैं। 10 सायरन पुराने स्थानों पर हैं। सभी के बजने की रिपोर्ट मिली है। जिन इलाकों में सायरन सुनाई नहीं दी, वहां चेक करेंगे, अगर आवाज धीरे है तो उसे ठीक करवाया जाएगा।