आषाढ़ मास 12 जून से शुरू, दान-पुण्य का मिलेगा लाभ:शिव-विष्णु पूजा का विशेष महत्व, वर्षा ऋतु की होगी शुरुआत

हिंदू पंचांग के अनुसार आषाढ़ मास 12 जून से शुरू हो रहा है। यह माह 10 जुलाई तक चलेगा। पंडित रमेश शर्मा के अनुसार, 11 जून को दोपहर 1 बजकर 13 मिनट से आषाढ़ के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि आरंभ हो रही है, जो 12 जून को दोपहर 2 बजकर 28 मिनट पर समाप्त होगी। ऐसे में उदया तिथि के आधार पर आषाढ़ माह 12 जून से आरंभ हो रहा है। आषाढ़ मास में भगवान शिव और विष्णु की पूजा का विशेष महत्व है। इस दौरान भगवान विष्णु चार माह की योग निद्रा में चले जाते हैं। इसलिए देवशयनी एकादशी का व्रत रखा जाता है। इस माह में धार्मिक यात्राएं करना शुभ माना जाता है। भगवान शिव, मां लक्ष्मी और सूर्यदेव की पूजा से मान-सम्मान और रोगमुक्ति मिलती है। दान-पुण्य भी इस माह में विशेष फलदायी होता है। आषाढ़ माह में वर्षा ऋतु का आगमन होता है। गर्मी कम होने लगती है और वातावरण में ठंडक महसूस होती है। एक ऋतु के समापन और दूसरी के आरंभ के कारण स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। पंडित शर्मा के अनुसार, इस दौरान 'ॐ नमः शिवाय' या 'ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का जाप करें। नित्य स्नान के बाद सूर्यदेव को अर्घ्य दें। साथ ही जरूरतमंदों को अन्न, जल और कपड़े का दान करें।