आरपीएससी सदस्य कर्नल केसरी सिंह झुंझुनूं पहुंचे:बोले- RAS अभ्यर्थी का इंटरव्यू 20 मिनट से कम नहीं होगा; डीपीसी बैठक में शामिल हुए

राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य कर्नल केसरी सिंह शुक्रवार को एक दिवसीय दौरे पर झुंझुनूं पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कलेक्ट्रेट में वर्ष 2024-25 के लिए वरिष्ठ निजी सचिव पद के लिए आयोजित विभागीय पदोन्नति समिति (डीपीसी) की बैठक की अध्यक्षता की। इस डीपीसी बैठक में कलेक्टर के निजी सचिव रामसिंह पूनिया को वरिष्ठ निजी सचिव के पद पर पदोन्नत किया गया। बैठक में अतिरिक्त जिला कलेक्टर अजय कुमार आर्य, मुख्य कार्यकारी अधिकारी रणजीत सिंह एवं लेखाधिकारी जगदीश नायक भी उपस्थित रहे। बैठक में बोले- विभागीय पदोन्नति में पारदर्शिता जरूरी
बैठक के दौरान कर्नल केसरी सिंह ने कहा कि विभागीय पदोन्नति प्रक्रिया को निष्पक्षता एवं पारदर्शिता से सम्पन्न करना आवश्यक है, ताकि योग्य कर्मचारियों को समय पर उनका हक मिल सके। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र की कार्यक्षमता को सुदृढ़ बनाने में यह प्रक्रिया अहम भूमिका निभाती है। अपने दौरे के दौरान कर्नल केसरी सिंह ने 2021 की एसआई भर्ती परीक्षा को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार द्वारा गठित एसओजी और एसआईटी बहुत ही अच्छे स्तर पर काम कर रही हैं। उन्होंने कहा कि इन एजेंसियों द्वारा किए गए विश्लेषण और डेटा की बारीकी से जांच के कारण दोषियों को पकड़ने में सफलता मिल रही है। उन्होंने इसे सरकार की पारदर्शी और जिम्मेदार कार्यशैली का उदाहरण बताया। इसी क्रम में आरएएस परीक्षा को लेकर उन्होंने जानकारी दी कि इस बार इंटरव्यू प्रक्रिया को अत्यंत गंभीरता और निष्पक्षता से संपन्न किया जा रहा है। RAS में अभ्यर्थी का इंटरव्यू 20 से 25 मिनट से कम नहीं होगा
उन्होंने बताया कि आयोग ने यह सुनिश्चित किया है कि किसी भी अभ्यर्थी का साक्षात्कार 20 से 25 मिनट से कम का न हो। उन्होंने कहा कि इस बार जो अधिकारी राज्य को मिलेंगे, वे न केवल योग्य बल्कि उच्च स्तर के होंगे, जो प्रदेश की प्रशासनिक गुणवत्ता को और अधिक मजबूत करेंगे। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि सरकारी सेवाओं में पदोन्नति योग्यतानुसार समय पर होनी चाहिए, जिससे न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ता है, बल्कि कार्यसंस्कृति में भी सुधार आता है। उन्होंने कहा कि आरपीएससी इस दिशा में लगातार प्रयासरत है और आयोग की प्राथमिकता है कि योग्य अभ्यर्थियों और कर्मचारियों को न्याय मिले। कर्नल केसरी सिंह का यह दौरा जिले में विभागीय प्रक्रियाओं में पारदर्शिता, ईमानदारी और समयबद्धता को लेकर एक सकारात्मक संदेश के रूप में देखा जा रहा है। उनकी मौजूदगी और दिशा-निर्देशों से अधिकारियों व कर्मचारियों को नई प्रेरणा मिली है।