वर्ल्ड अपडेट्स:7 दिन में 350 ट्रक राहत सामग्री लेकर गाजा पहुंचे; इजराइल ने जानकारी दी

वर्ल्ड अपडेट्स:7 दिन में 350 ट्रक राहत सामग्री लेकर गाजा पहुंचे; इजराइल ने जानकारी दी
इजराइली रक्षा मंत्रालय ने शनिवार को बताया कि इस हफ्ते गाजा पट्टी में मानवीय सहायता के लिए 350 ट्रक भेजे गए। इन ट्रकों में संयुक्त राष्ट्र और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की तरफ से भेजी गई आटा और खाद्य सामग्री जैसी मदद है। यह सहायता केरेम शालोम क्रॉसिंग के रास्ते भेजी गई। इसके लिए इजराइल सेना के अधिकारियों ने सिफारिश की थी। गाजा में एंट्री से पहले इसकी कड़ी जांच की गई, उसके बाद इसे आगे जाने की इजाजत दी गई। इजराइली सेना ने बताया कि वह गाजा पट्टी में मानवीय सहायता को बढ़ावा देना जारी रखेगी और साथ यह भी कोशिश करेगी यह मदद किसी आतंकी संगठन के हाथ में जाए। अंतरराष्ट्रीय मामलों से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ें... पाकिस्तान खैबर प्रांत में गैस सिलेंडर फटने से 6 लोगों की मौत, 2 घायल पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में शनिवार को एक गैस सिलेंडर विस्फोट में 6 लोगों की मौत हो गई और 2 अन्य घायल हो गए। यह हादसा मारदान जिले की आराम कॉलोनी में हुआ, जहां विस्फोट की वजह से एक दो मंजिला मकान ढह गया। लोकल अधिकारी के मुताबिक, इस हादसे में 6 लोगों की जान चली गई और दो लड़कियां गंभीर रूप से घायल हो गईं। रेस्क्यू टीमों ने हादसे की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचकर मलबे में फंसे लोगों को निकाला और शवों को बरामद किया। रेस्क्यू टीम ने बताया कि यह ऑपरेशन सात घंटे में पूरा हुआ, जिसमें मृतकों को निकालने और घायलों को अस्पताल पहुंचाने का काम शामिल था। पाकिस्तान में गैस सिलेंडर लीक होने या विस्फोट होने की घटनाएं आम हैं। इस साल की शुरुआत में पंजाब के मुल्तान में एक LPG टैंकर में विस्फोट से 19 लोग मारे गए थे और 12 से ज्यादा घायल हुए थे। चीन ने 3 अमेरिकी कंपनियों को रेयर अर्थ मटेरियल खरीदने की मंजूरी दी चीन ने अमेरिका की तीन बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनियों जनरल मोटर्स, फोर्ड और स्टेलेंटिस को अस्थायी तौर पर रेयर अर्थ मटेरियल यानी कि कीमती खनिज बेचने की मंजूरी दी है। रॉयटर्स ने शुक्रवार को मामले से जुड़े लोगों के हवाले से यह जानकारी दी। हालांकि इन लाइसेंसों में किन-किन खनिजों को शामिल किया गया है, यह साफ नहीं हो पाया है, लेकिन कुछ लाइसेंस छह महीने तक वैध बताए जा रहे हैं। रेयर अर्थ मटेरियल 17 एलिमेंट्स का एक ग्रुप है। कार, ड्रोन से लेकर रोबोट और मिसाइलों तक असेंबल करने के लिए इसका इस्तेमाल होता है। चीन ने अमेरिका के साथ बढ़ती ट्रेड वॉर के बीच अप्रैल में 7 कीमती धातुओं (रेयर अर्थ मटेरियल) के निर्यात पर रोक लगा दी थी। इस वजह से वैश्विक ऑटो कंपनी, एयरोस्पेस इंडस्ट्री और सैन्य उपकरण बनाने वाली कंपनियों पर बड़ा असर पड़ा था। चीन इस समय इन दुर्लभ खनिजों का सबसे बड़ा स्रोत है, और अगर लंबे समय तक इनका निर्यात रुका रहता है, तो अमेरिकी कंपनियों के लिए यह गंभीर संकट बन सकता था। चीन के इस फैसले से फिलहाल अमेरिकी कंपनियां राहत महसूस कर रही हैं कि उन्हें कुछ जरूरी खनिज मिल सकेंगे, लेकिन यह डर अब भी बना हुआ है कि यह अनुमति अस्थायी है और अगर चीन दोबारा आपूर्ति रोकता है, तो उत्पादन पर भारी असर पड़ेगा। BRICS देशों ने पहलगाम हमले की निंदा की, आतंकवाद पर 'जीरो टॉलरेंस' का समर्थन किया ब्राजीलिया में 4-5 जून को आयोजित 11वें BRICS संसदीय मंच में भारत सहित 10 देशों के सांसदों ने हिस्सा लिया। भारत का नेतृत्व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने किया, जिनके साथ एक उच्चस्तरीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल था। इस सम्मेलन में भारत, ब्राजील, रूस, चीन, दक्षिण अफ्रीका, ईरान, संयुक्त अरब अमीरात, इथियोपिया, मिस्र और इंडोनेशिया के सांसद शामिल हुए। सम्मेलन के दौरान कई दौर की गहन चर्चा और विचार-विमर्श के बाद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, वैश्विक व्यापार और अर्थव्यवस्था, अंतर-संसदीय सहयोग, वैश्विक शांति और सुरक्षा जैसे प्रमुख विषयों पर व्यापक सहमति बनी। सम्मेलन में भारत में हाल के आतंकी हमले की सभी देशों ने कड़े शब्दों में निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ 'जीरो टॉलरेंस' नीति पर सहमति जताई। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ मजबूत रुख अपनाते हुए आतंकी संगठनों की वित्तीय मदद रोकने, खुफिया जानकारी साझा करने पर जोर दिया। अगला 12वां ब्रिक्स संसदीय मंच भारत में आयोजित होगा, और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। भारत अब ब्रिक्स संसदों के बीच सहयोग को मजबूत करने और वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए साझा दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में सक्रिय भूमिका निभाएगा। ट्रम्प ने 12वीं बार भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर का क्रेडिट लिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर दावा किया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच जब हाल ही में तनाव बढ़ा था, तो उसी समय उन्होंने दोनों देशों के बीच युद्ध को रोकने में अहम भूमिका निभाई थी। यह 12वीं बार है जब उन्होंने दोनों देशों के बीच सीजफायर का दावा किया है।ट्रम्प ने कहा कि अगर अमेरिका बीच में नहीं आता, तो ये लड़ाई परमाणु युद्ध में बदल सकती थी। उन्होंने बताया कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात की और चेतावनी दी कि अगर वे युद्ध करते हैं, तो अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं करेगा। ट्रम्प ने कहा कि भारत और पाकिस्तान दोनों के पास परमाणु हथियार हैं और दोनों के नेता काफी मजबूत हैं, लेकिन स्थिति बहुत बिगड़ चुकी थी। उन्होंने बताया कि यह लड़ाई "अगले दौर" में परमाणु हथियारों तक पहुंच सकती थी। लेकिन जब उन्होंने व्यापार को हथियार के तौर पर इस्तेमाल किया और दोनों देशों को चेतावनी दी, तो युद्ध की संभावना वहीं रुक गई।राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान दोनों से सीधे बातचीत की, जिससे यह संकट टल सका। उन्होंने कहा कि वे दोनों देशों के नेताओं का सम्मान करते हैं क्योंकि उन्होंने स्थिति को समझदारी से संभाला और लड़ाई को रोका। अमेरिका अवैध प्रवासियों के खिलाफ बड़ा एक्शन, 44 लोगों की गिरफ्तारी के बाद हंगामा अमेरिका के लॉस एंजेलिस में शुक्रवार को अवैध अप्रवासियों के खिलाफ एक अभियान के दौरान काफी हंगामा हुआ। हालात बिगड़ने पर पुलिस को भीड़ को हटाने के लिए आंसू गैस छोड़नी पड़ी। होमलैंड सिक्योरिटी और स्थानीय पुलिस ने इस दौरान 44 लोगों को गिरफ्तार कियाहोमलैंड सिक्योरिटी ने सात जगहों पर छापे मारे थे। तलाशी अभियान लॉस एंजेलिस के फैशन जिले में चलाया गया क्योंकि एजेंसी को खबर मिली थी कि कई जगहों पर अवैध अप्रवासियों को गलत दस्तावेजों के जरिए नौकरी दी जा रही है। लॉस एंजेलिस की मेयर ने इस पूरी कार्रवाई पर नाराजगी जताई। उन्होंने इसे लोगों को डराने की कोशिश बताया। ट्रम्प प्रशासन के समय से ही अमेरिका में अवैध अप्रवासियों के खिलाफ सख्त रवैया अपनाया गया है। अधिकारियों के मुताबिक, हर दिन करीब 1600 अवैध अप्रवासियों को पकड़ा जा रहा है और इनमें से कई आपराधिक रिकॉर्ड वाले होते हैं। मोदी ने कहा-इस्लामाबाद भारत में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना चाहता था, पाकिस्तान बोला- भारतीय पीएम के बयान से निराश है पाकिस्तान ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंने 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में इस्लामाबाद का हाथ होने का आरोप लगाया था। पाकिस्तान ने कहा कि वह इस बयान से निराश है। जम्मू-कश्मीर के कटरा में चिनाब ब्रिज उद्घाटन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा था कि पहलगाम का आतंकी हमला "इंसानियत और कश्मीरियत" पर हमला था। उन्होंने कहा था कि हमले का मकसद भारत में दंगे भड़काना और कश्मीर के मेहनती लोगों की आजीविका को नुकसान पहुंचाना था। पीएम मोदी ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा कि इस्लामाबाद भारत में सांप्रदायिक हिंसा भड़काना और कश्मीर के मेहनती लोगों की कमाई को बर्बाद करना चाहता था। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पीएम मोदी के बयान पर टिप्पणी करते हुए कहा कि वह इन निराधार और भ्रामक बातों को पूरी तरह खारिज करता है। मंत्रालय ने कहा, "हमें गहरी निराशा है कि भारतीय प्रधानमंत्री ने बिना किसी विश्वसनीय सबूत के पहलगाम हमले में पाकिस्तान पर दोष लगाया है।" ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के बाद प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को पहली बार जम्मू-कश्मीर पहुंचे। जहां मोदी ने चिनाब ब्रिज, अंजनी पुल का उद्घाटन किया। इसके साथ ही उन्होंने कटरा-श्रीनगर वंदे भारत ट्रेन को भी हरी झंडी दिखाई। अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने ड्रोन और सुपरसोनिक विमानों के लिए नए आदेश जारी किए शुक्रवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने तीन नए कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर किए, जिनका उद्देश्य खतरनाक ड्रोनों से सुरक्षा बढ़ाना और इलेक्ट्रिक एयर टैक्सी तथा सुपरसोनिक विमानों को बढ़ावा देना है। पहले आदेश में, ट्रम्प ने ड्रोनों को ऑपरेटर की नजर से दूर उड़ाने की अनुमति दी, जो ड्रोन डिलीवरी के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही, चीनी ड्रोन कंपनियों पर निर्भरता कम करने और इलेक्ट्रिक वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग (eVTOL) विमानों के परीक्षण की शुरुआत होगी। दूसरे आदेश में, ट्रम्प ने अमेरिकी आसमान की सुरक्षा के लिए एक विशेष टास्क फोर्स बनाने का निर्देश दिया। यह टास्क फोर्स संवेदनशील स्थानों पर प्रतिबंध बढ़ाएगी, ड्रोनों का रीयल-टाइम पता लगाने की तकनीक का उपयोग करेगी और स्थानीय पुलिस को सहायता प्रदान करेगी। व्हाइट हाउस के अधिकारी माइकल क्रैट्सियस ने कहा कि यह कदम आतंकवादी और आपराधिक खतरों से निपटने के लिए है, खासकर ओलंपिक और वर्ल्ड कप जैसे बड़े आयोजनों को देखते हुए। तीसरे आदेश में, ट्रम्प ने 1973 में लगे सुपरसोनिक विमानों की जमीन के ऊपर उड़ान पर प्रतिबंध को हटाने का निर्देश दिया। क्रैट्सियस ने कहा, "अब अमेरिकी न्यूयॉर्क से लॉस एंजिल्स चार घंटे से कम समय में पहुंच सकते हैं। नई तकनीक ने सुपरसोनिक उड़ानों को सुरक्षित और व्यवसायिक रूप से संभव बनाया है।" इन आदेशों में किसी चीनी ड्रोन कंपनी पर प्रतिबंध नहीं लगाया गया है, हालांकि पिछले साल जो बाइडेन ने चीनी कंपनियों DJI और ऑटेल रोबोटिक्स के नए ड्रोन मॉडल पर प्रतिबंध लगाने वाला कानून पारित किया था। अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट DOGE को सामाजिक सुरक्षा डेटा तक पहुंच प्रदान की अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की अगुआई वाले डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी (DOGE) को सोशल सिक्योरिटी एडमिनिस्ट्रेशन (SSA) के डेटा सिस्टम में मौजूद लाखों अमेरिकियों की निजी जानकारी तक पहुंच की अनुमति दे दी। यह जानकारी मेडिकल और वित्तीय रिकॉर्ड जैसी संवेदनशील डेटा से संबंधित है। यह फैसला जस्टिस डिपार्टमेंट के अनुरोध पर आया, जिसने मैरीलैंड की जिला जज एलन हॉलैंडर के उस आदेश को रद्द करने की मांग की थी, जिसमें DOGE की डेटा तक पहुंच को रोक दिया गया था। जज हॉलैंडर ने कहा था कि DOGE को बिना किसी रोक-टोक के डेटा तक पहुंच देना संघीय गोपनीयता कानून का उल्लंघन हो सकता है। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट ने अपने संक्षिप्त आदेश में DOGE के पक्ष में फैसला सुनाया, लेकिन इसका कोई कारण नहीं बताया। कोर्ट में 6-3 के अनुपात में रूढ़िवादी जजों का बहुमत है। तीन उदारवादी जजों ने इस फैसले का विरोध किया। उदारवादी जज केतनजी ब्राउन जैक्सन ने कहा कि DOGE को बिना किसी जरूरत या गोपनीयता नियमों का पालन किए डेटा तक पहुंच देना गलत है। DOGE ट्रम्प और अरबपति एलन मस्क की पहल का हिस्सा है, जिसका मकसद संघीय नौकरियों में कटौती, सरकारी खर्च कम करना और सरकार को छोटा करना है। मस्क ने 30 मई को अपनी सरकारी भूमिका छोड़ दी थी। ------------------------- 6 जून के वर्ल्ड अपडेट्स पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें...