'जैसे 1 पैसेंजर बच गया..हमारी खुशबू भी बच जाती':दोस्तों ने बनाया था वेलकम का प्लान; फ्रेंड के साथ जाना था, 2 दिन बाद निकली

'जैसे 1 पैसेंजर बच गया..हमारी खुशबू भी बच जाती':दोस्तों ने बनाया था वेलकम का प्लान; फ्रेंड के साथ जाना था, 2 दिन बाद निकली
शादी के बाद पति के पास लंदन जा रही खुशबू का प्लेन क्रैश हुआ तो इसका दर्द बालोतरा से लेकर लंदन तक महसूस किया गया। एक तरफ जहां बालोतरा के अराबा गांव के कई घरों में दो दिन से चूल्हे नहीं जले हैं। तो वहीं लंदन के एरोसिटी एरिया में भी मातम छाया है। लंदन में खुशबू के पति विपुल के दोस्त खुशबू के ग्रैंड वेलकम की तैयारी कर रहे थे। विपुल और उसके दोस्त केतन की शादी जनवरी में ही हुई थी। दोनों की पत्नियां पहले एक साथ 10 जून को जाने वाली थी, लेकिन खुशबू की टिकट कंफर्म नहीं हुई थी। बालोतरा: रह-रहकर सिसक रहा परिवार, चूल्हे ठंडे खुशबू राजपुरोहित (23) का घर बालोतरा के कल्याणपुरा पंचायत समिति के अराबा गांव में है। यह गांव जिला मुख्यालय से 60 किलोमीटर दूर है। बेटी की मौत के बाद यहां मातम है। गांव के किसी भी घर में दो दिन से चूल्हा नहीं जला है। जिस घर में खुशबू अपने ससुराल जाने से पहले सभी से गले लगकर रोई थी, उस पूरे परिवार के सदस्यों के आंसू अब थम नहीं रहे हैं। इसी साल जनवरी में ही बेटी के हाथ पीले किए थे। खुशबू के पिता मदन सिंह अहमदाबाद में हैं। दादा बैरीसाल सिंह, मां मीरा कंवर, दो बहनें और एक भाई का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार बात करने की स्थिति में नहीं है। खुशबू के चचेरे भाई प्रवीण सिंह ने बताया- उस हादसे में 1 यात्री चमत्कार की तरह बच गया। काश, हमारी खुशबू भी किसी चमत्कार से बच जाती। ये हमारा गांव नहीं, एक परिवार है। गांव वाले एक दूसरे के सुख दुख में शामिल होते हैं। खुशबू का बचपन यहीं बीता, यहीं बड़ी हुई। शादी के बाद वह लंदन जा रही थी। उसकी मौत ने पूरे गांव को झकझोर दिया। दादाजी (बैरीसाल सिंह) को लोग आकर सांत्वना दे रहे हैं। घटना के बाद से आधे गांव में चूल्हा नहीं जला है। उसके पिता मदनसिंह ने बहुत ही शौक से बेटी की शादी की थी। बाड़मेर से फर्नीचर लाए थे। एक साल तक खरीदारी करते रहे थे। चार महीने पहले जो खुशी आई, वो प्लेन हादसे के साथ बिखर गई। परिवार के एक सदस्य सत्यपाल राजपुरोहित ने बताया- मदन सिंह का डीएनए सैंपल लिया गया है। बेटी की बॉडी से मैच करेंगे फिर बॉडी देंगे। यह सब कुछ काफी कष्ट देने वाला है। मदन सिंह का मिठाई का कारोबार फरीदाबाद में है, मेरा रोहतक में है। हमारे गांव के सभी लोग मिठाई कारोबार से जुड़े हैं। हम आपस में मिलते रहते हैं। सत्यपाल राजपुरोहित ने बताया- मंगलवार को पूर्णिमा के दिन मंदिर में सेवा का योगदान दिया जाता है। मदनजी ने वहीं पर मिले थे। कहा कि खुशबू की गुरुवार सुबह की फ्लाइट है, अहमदाबाद जा रहा हूं। तू भी चल। मैंने कहा कि बड़ी दूर से ड्राइविंग करते हुए आया हूं। आप होकर आ जाओ। यकीन नहीं था कि घर से उसकी विदाई आखिरी विदाई होगी। 30 सेकेंड में सब कुछ खत्म हो गया। लंदन: खुशबू के पहुंचने पर विपुल के दोस्त करने वाले थे बड़ा वेलकम लंदन के एरोसिटी एरिया में राजपुरोहित समाज के 50 परिवार रहते हैं। नर्सिंग ऑफिसर विपुल के तीन दोस्त नितेश सिंह राजपुरोहित, मुकेश राजपुरोहित और केतन राजपुरोहित सेलिब्रेशन की तैयारी कर रहे थे। खुशबू केतन की पत्नी छवि के साथ 10 जून को लंदन जाने वाली थी, लेकिन टिकट नहीं मिली। लंदन की एरोसिटी में रहने वाले विपुल (25) समेत 3 दोस्तों की शादी जनवरी में हुई थी। ​​​​​​नितेश ने अपने इन दोस्तों को अपने घर बंदोला (भोज) दिया था। पाली के पूनायता गांव निवासी रतनसिंह राजपुरोहित और पार्षद लूणसिंह राजपुरोहित ने बताया- लंदन के एरोसिटी में राजपुरोहित समाज के लगभग 50 परिवार रहते हैं। नितेशसिंह राजपुरोहित, मुकेश राजपुरोहित, केतन राजपुरोहित और विपुलसिंह राजपुरोहित चारों आपस में अच्छे दोस्त है। सभी लंदन के एरोसिटी में एक ही एरिया में रहते हैं। हादसे के बाद सभी दोस्त दुखी हैं। विपुल मूल रूप से जोधपुर जिले के खाराबेरा (पुरोहितान) के रहने वाले हैं। उनके पिता गजेंद्र सिंह का पाली के जवाहर नगर में बिजनेस है। कई साल से परिवार पाली में रहता है। विपुल और खुशबू की शादी 18 जनवरी 2025 को हुई थी। 12 जून को खुशबू अहमदाबाद से लंदन के लिए फ्लाइट लेकर लंदन रवाना हुई थी लेकिन प्लेन क्रैश होने से उसकी भी दर्दनाक मौत हो गई। .... अहमदाबाद प्लेन क्रैश से जुड़ी ये खबरें भी पढ़िए... टिकट नहीं मिली इसलिए 2 दिन लेट निकली खुशबू:पिता ने बेटी के साथ फोटो खींची, स्टेटस लगाया, कुछ मिनटों बाद पता लगा-प्लेन क्रैश सास-ससुर से आशीर्वाद लेकर लंदन रवाना हुई थी खुशबू कंवर:रोते हुए ससुर बोले- हमने तो राजी-खुशी रवाना किया था, पता होता तो भेजते ही नहीं डॉक्टर की पत्नी का परिवार से मिलकर रोने का वीडियो:शादी के बाद पहली बार लंदन जा रही थी; अहमदाबाद प्लेन हादसे में हुई मौत