नई शिक्षा नीति-2020:बच्चे पढ़ेंगे...नन्हे कदम, इकतारा, हमारा परिवेश; सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से छठी तक बदला सिलेबस

नई शिक्षा नीति-2020:बच्चे पढ़ेंगे...नन्हे कदम, इकतारा, हमारा परिवेश; सरकारी स्कूलों में कक्षा एक से छठी तक बदला सिलेबस
राज्य के स्कूली पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया है। पहले चरण में पहली से पांचवीं कक्षा के सिलेबस में नई शिक्षा नीति के तहत परिवर्तन हुआ है। वही छठीं कक्षा की कुछ किताबें भी बदली गई हैं। नई शिक्षा नीति के तहत स्कूली बच्चों का नया पाठ्यक्रम तैयारी किया जा रहा है। कक्षा पहली से 5वीं तक की अलग-अलग विषयों की सभी किताबों के नाम में बदलाव होगा। कक्षा पहली कक्षा में हिंदी, अंग्रेजी और गणित की किताबों के नाम बदले गए हैं। नन्हें कदम भाग-1, लिटिल लर्नर्स पार्ट-1, गिनती का खेल भाग-1 रखा। ऐसे ही कक्षा दूसरी के लिए हिंद, अंग्रेजी और गणित की किताबों के नाम बदले। नन्हें कदम भाग-,2, लिटिल लर्नर्स पार्ट-2, गिनती का खेल भाग-2. ऐसे ही तीसरी कक्षा के लिए हिंदी सुमन भाग-1, स्टेप इन-टू इंग्लिश पार्ट -1, इकतारा भाग-1 और पर्यावरण की किताब का नाम हमारा परिवेश भाग-1. ऐसे ही इन किताबों के अलग भाग 2-3 के साथ चौथीं और 5वीं कक्षा की किताबों के नाम बदलेंगे। राजस्थान में पहले चरण में 5वीं तक के पाठ्यक्रम में बदलाव होगा। राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान व प्रशिक्षण परिषद उदयपुर द्वारा पाठ्यक्रम तैयार किया गया है। जिसको राजस्थान पाठ्य पुस्तक मंडल छपवाएगा। कक्षा 3 से 5 तक बच्चे अलग-अलग विषय और महत्वपूर्ण लोगों के जीवन के बारे में पढ़ेंगे। कक्षा तीन के पाठ्यक्रम में बच्चे होली-दीपावली जैसे धार्मिक त्योहार, पर्यावरण संरक्षण, खेजड़ली का बलिदान, लोकतंत्र की पहली सीढ़ी जैसे विषयों को पढ़ना शुरू करेंगे। वहीं कक्षा 4 के बच्चे वीर दुर्गादास, महाराणा प्रताप जैसे वीर योद्धाओं को पढ़ेंगे। 7वीं से 12वीं में 50% पिछले सत्र की पुस्तकें मिलेंगी: सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पहली से छठीं क्लास के सभी विद्यार्थियों को शत प्रतिशत नई पुस्तकें निशुल्क उपलब्ध कराई जाएगी। जबकि 7वीं से 12वीं कक्षा में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को 50% नई पुस्तक और 50% पिछले सत्र के विद्यार्थियों द्वारा लौटाई गई पाठ्य पुस्तकों का वितरण होगा।