तनिष्का तेतरवाल ने NEET में लहराया परचम:हासिल की 438वीं रैंक, माता ने छोड़ी सरकारी नौकरी, बेटी को कोटा में रहकर करवाई तैयारी

तनिष्का तेतरवाल ने NEET में लहराया परचम:हासिल की 438वीं रैंक, माता ने छोड़ी सरकारी नौकरी, बेटी को कोटा में रहकर करवाई तैयारी
जिले की होनहार बेटी तनिष्का तेतरवाल ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) के जारी हुए परिणामों में शानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल झुंझुनूं का नाम रोशन किया है, बल्कि अपनी मेहनत और लगन का लोहा भी मनवाया है। तनिष्का ने जनरल कैटेगरी में 438वीं रैंक और ऑल इंडिया में 688वीं रैंक हासिल कर एक मिसाल कायम की है। तनिष्का की इस सफलता के पीछे उनके माता-पिता का अथक परिश्रम और त्याग भी छिपा है। उनके पिता डॉ. प्रमोद कुमार बीडीके अस्पताल में फिजिशियन हैं, जबकि माता भी पेशे से डेंटिस्ट हैं। तनिष्का की माता पहले सरकारी नौकरी में थीं, लेकिन बेटी की पढ़ाई के लिए उन्होंने लगभग 5 साल पहले अपनी सरकारी नौकरी छोड़ दी। इसके बाद उन्होंने एक प्राइवेट क्लीनिक खोलकर प्रैक्टिस करना शुरू किया, ताकि वे तनिष्का की पढ़ाई पर पूरा ध्यान दे सकें। पिता डॉ. प्रमोद कुमार ने बताया कि तनिष्का ने 10वीं पास करते ही NEET की तैयारी करने की इच्छा जताई थी। बेटी की इस इच्छा को पूरा करने के लिए उनकी माता ने अपनी नौकरी छोड़ दी और कोटा में तनिष्का के साथ रहकर उसे NEET की तैयारी करवाई। तनिष्का की पढ़ाई की लगन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह रोजाना 7 से 8 घंटे पढ़ाई करती थी। तनिष्का ने अपनी 10वीं तक की पढ़ाई झुंझुनूं में ही की। इसके बाद, उन्होंने कोटा जाकर 12वीं की पढ़ाई के साथ-साथ NEET की भी गहन तैयारी की। उनकी यह सफलता उन सभी विद्यार्थियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है जो बड़े सपने देखते हैं और उन्हें पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत करते हैं। तनिष्का की इस उपलब्धि पर उनके परिवार और पूरे झुंझुनूं जिले में खुशी का माहौल है।