जीत यूनिवर्स में दो दिवसीय नेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित:'विज्ञान व प्रौद्योगिकी है कई वैश्विक समस्याओं के समाधान के मूल आधार'

जोधपुर के मोगड़ा स्थित जीत यूनिवर्स के एप्लाइड साइंसेज डिपार्टमेंट द्वारा 'इनोवेशंस एंड फ्रंटियर्स इन साइंस, टेक्नोलॉजी, इंजीनियरिंग एंड मैटेरियल्स : ब्रिजिंग साइंस एंड सस्टेनेबिलिटी' विषय पर नेशनल कॉन्फ्रेंस आयोजित की गई। दो दिवसीय इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन केमिकल रिसर्च सोसायटी ऑफ इंडिया के राजस्थान चैप्टर के सहयोग से हाइब्रिड मोड पर किया गया। आईआईटी जोधपुर के विशिष्ट प्रोफेसर व डीआरडीओ के पूर्व निदेशक डॉ. एस. आर. वडेरा इसके उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि रीजनल फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी जोधपुर की उप निदेशक डॉ. शालू मलिक विशिष्ट अतिथि रहींं। इस अवसर पर जीत ग्रुप के डायरेक्टर आर्किटेक्ट राहुल सिंघी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े। मेजबान जीत यूनिवर्स के डायरेक्टर डॉ. अवनीश बोरा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। एप्लाइड साइंसेज के डीन डॉ. ए.एम. खान और रसायन विभाग की प्रोफेसर डॉ. सुषमा दवे द्वारा इसका संचालन किया गया। कॉन्फ्रेंस के दौरान विशेषज्ञ वक्ताओं ने इनोवेशन, सस्टेनेबल डेवलपमेंट और बहुविषयक सहयोग जैसे विषयों पर विचार व्यक्त किए। उन्होंने विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी को कई प्रमुख वैश्विक समस्याओं के समाधान का मूल आधार बताया। जय नारायण व्यास यूनिवर्सिटी के वनस्पति विज्ञान के एचओडी डॉ. ज्ञान सिंह शेखावत कॉन्फ्रेंस के समापन समारोह के मुख्य अतिथि थे, जबकि सीआरएसआई राजस्थान चैप्टर की संयोजक डॉ. नीलिमा गुप्ता विशिष्ट अतिथि रहीं। इस अवसर पर बेस्ट रिसर्च पेपर प्रस्तुतियों के लिए शोधकर्ताओं, स्टूडेंट्स व फैकल्टी को सम्मानित किया गया। अंत में निधि गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापित किया।