जिला साथी समिति कार्यशाला, विधिक सेवा प्राधिकरण का आयोजन:अनाथ और बेसहारा बच्चों का आधार पंजीकरण और कानूनी सहायता दिलाने का लक्ष्य

जिला साथी समिति कार्यशाला, विधिक सेवा प्राधिकरण का आयोजन:अनाथ और बेसहारा बच्चों का आधार पंजीकरण और कानूनी सहायता दिलाने का लक्ष्य
जयपुर जिले में अनाथ और बेसहारा बच्चों की पहचान करके उनका आधार पंजीकरण और उन्हे कानूनी सहायता उपलब्ध करवाने के लिए राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण ने साथी अभियान लॉच किया हैं। इस अभियान के तहत जयपुर क्षेत्र के लिए जिला साथी समिति का गठन किया गया हैं। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर जिला, जयपुर महानगर प्रथम व जयपुर महानगर द्वितीय द्वारा संयुक्त रूप से आज जिला साथी समिति के सदस्यों के लिए कार्यशाला आयोजित की गई। कार्यशाला में जयपुर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव पवन कुमार जीनवाल ने योजना की रूपरेखा समझाते हुए समिति के सदस्यों को समिति द्वारा संपादित किए जाने वाले कार्यों की मूलभूत जानकारी प्रदान की। उन्होंने बताया कि अभियान का उद्देश्य 18 साल से कम आयु के वे बच्चे जिनके पास परिवार का समर्थन, संरक्षकता, आश्रय, सुरक्षा और देखभाल का कोई स्थिर स्त्रोत नहीं है, इसके अलावा सड़को पर, झुग्गी-झोपड़ियों में या रेलवे स्टेशनों पर रहने वाले बच्चे, बाल देखभाल संस्थानों में रहने वाले, अनाथ, परित्यग, तस्करी, भीख मांगने और बाल श्रम से बचाए गए बच्चों की पहचान कर उनका आधार पंजीकरण और कानूनी सहायता प्रदान करना है। कार्यशाला को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर महानगर प्रथम के सचिव दीपेन्द्र माथुर, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर महानगर द्वितीय की सचिव पल्लवी शर्मा ने भी संबोधित किया। कार्यशाला में समिति के सदस्य, ब्रजमोहन मीणा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जयपुर ग्रामीण, राजेश जाखड एसडीएम जयपुर, अंजू वर्मा एसडीओ सांभर, बजरंग स्वामी एसडीएम आमेर, प्रियंका पंवार सीडीपीओ, एनजीओ के प्रतिनिधिगण, पैनल अधिवक्तागण व पैरालीगल वालेंटियर्स (अधिकार मित्र) आदि उपस्थित रहे।