जयपुर में युद्ध की मॉक ड्रिल:ड्रोन हमले से बचाव की तैयारी की जा रही, रात में होगा ब्लैकआउट

जयपुर में आज ऑपरेशन शील्ड के तहत ड्रोन और हवाई हमले से बचाव की मॉक ड्रिल शुरू हो गई है। जयपुर के खातीपुरा स्थित शहीद मेजर दिग्विजय सिंह सुमाल राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में मॉक ड्रिल हो रही है। स्कूल के ग्राउंड में डमी के रूप में प्रैक्टिस की जा रही है। कोई पानी भरकर अपने घर जा रहा है। कोई सिलेंडर लेकर जा रहा है। इससे पहले अतिरिक्त जिला कलेक्टर संतोष मीणा ने बताया- गृह मंत्रालय भारत सरकार के निर्देश पर द्वितीय सिविल डिफेन्स अभ्यास (ऑपरेशन शील्ड) के तहत आज ड्रोन हवाई हमले के समय राहत और बचाव के लिए मॉक ड्रिल का आयोजन किया जा रहा है। चिह्नित स्थान पर रात में सायरन बजाकर ब्लैक आउट की सूचना दी जाएगी। इस दौरान नागरिकों को घरों में रहना होगा। ब्लैक आउट के दौरान क्या करें, क्या न करें ब्लैक आउट के दौरान कुछ महत्वपूर्ण निर्देश जारी किए गए हैं। नागरिकों को अनावश्यक रूप से घर से बाहर नहीं निकलना है। माचिस, मोबाइल, टॉर्च या फ्लैश लाइट का उपयोग वर्जित है। खिड़कियों से प्रकाश बाहर न जाए, इसके लिए काला कागज लगाना होगा। वाहनों को लाइट बंद करनी होगी सड़क पर चलने वाले वाहनों की लाइट बंद करनी होगी। वाहन चालकों को जहां हैं, वहीं रुकना होगा। क्षेत्र के सिविल डिफेन्स वार्डनों का सहयोग करना होगा। दो मिनट तक सायरन बजने पर बचाव कार्य शुरू होंगे। एयर रेड सायरन बजने पर नागरिकों को शांतिपूर्वक सुरक्षित स्थान पर शरण लेनी होगी। अफवाहों से बचे और प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना करें। नागरिक सुरक्षा स्वयंसेवकों व स्थानीय प्रशासन का सहयोग करें, मोबाइल या रेडियो पर सरकारी अलर्ट सुने, सुरक्षित शरण स्थल की जानकारी लें, शरण स्थल तक जल्दी से पहुंचने का रास्ता पहले से तय करें। पुलिस के निर्देशों का पालन करें समय-समय पर जिला प्रशासन द्वारा जारी आदेशों/निर्देशों का पालन सुनिश्चित करें, घबराए नहीं ट्रैफिक नियमों और आपदा प्रबंधन कर्मियों व पुलिस के निर्देशों का पालन करें। ड्रोन के हवाई हमले का रेड सिग्नल 2 मिनट तक ऊंची-नीची आवाज में सायरन बजाकर दिया जाएगा तथा खतरा टलने की सूचना 2 मिनट तक सायरन को एक ही आवाज में बजाकर दी जा रही है।